मलेरिया एक गंभीर बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है। यह बीमारी आमतौर पर टॉपिकल कंट्रीज में पाई जाती है। हालांकि, मलेरिया को आप प्रीवेंट कर सकते हैं, साथ ही इसे क्यूर भी किया जा सकता है। बहुत से लोग इसके शुरुआती लक्षण को नहीं समझ पाते, जिसकी वजह से समय के साथ इसके लक्षण अधिक खतरनाक होते जाते हैं। वहीं कई बार यह बीमारी जानलेवा भी हो सकती है। इसलिए मलेरिया के विषय पर सभी को उचित जानकारी होना बेहद महत्वपूर्ण है।
हेल्थ शॉट्स ने इस बारे में मैक्स हॉस्पिटल गुरुग्राम के सीनियर कंसलटेंट, इंटरनल मेडिसिन, डॉक्टर रजनीश श्रीवास्तव से बात की। डॉक्टर ने मलेरिया के कारण लक्षण और इससे बचाव के कुछ उपाय बताएं हैं (how to avoid malaria), तो चलिए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
हाई फीवर
ठंड से शरीर मे कंपन होना
पसीना आना
जी मचलना
उल्टी आना
सिर दर्द
डायरिया
अधिक थकान रहना
शरीर में असहनीय दर्द रहना
त्वचा का पीला पड़ना
मल त्याग करते हुए खून आना
किडनी फेलियर का खतरा
मलेरिया प्लाज्मोडियम पैरासाइट्स के कारण होता है। यह पैरासाइट्स संक्रमित मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलते हैं। प्लाज्मोडियम पैरासाइट्स के 5 अलग-अलग प्रकार होते हैं, जो मनुष्यों में मलेरिया का कारण बन सकते हैं। वहीं केवल महिला मच्छर ही मलेरिया पैरासाइट्स को फैला सकती है।
यह पैरासाइट्स दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पाए जाते हैं, लेकिन कुछ क्षेत्रों में ओवरलैप होते हैं और संक्रमण कितना गंभीर हो सकता है, इसके संदर्भ में भिन्न होते हैं।
मलेरिया संक्रमण में शरीर में सामान्य लक्षण नजर आते हैं और तत्काल चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता होती है। हालांकि, लक्षणों से खुद से मलेरिया के प्रकार का पता लगाने का इंतजार न करें।
घर के अंदर कूलर, टायर, फ्लावर पॉट, आदि जैसी किसी भी चीज में पानी स्टोर करके लंबे समय तक न रखें। यह सभी मच्छरों के ग्रो करने के लिए सबसे कंफर्टेबल एनवायरमेंट माने जाते हैं। अगर बरसात होती है, और आपके फ्लावर पॉट या घर के किसी भी एरिया में पानी जम जाता है, तो उसे फौरन क्लीन करें, अन्यथा बारिश का पानी मच्छरों को और ज्यादा अट्रैक्ट करता है। यदि आपके आसपास कही भी पानी का जमाव नहीं है, तो मच्छरों के पनपने का खतरा कम हो जाता है।
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एनवायरमेंट प्रोटक्शन एजेंसी द्वारा रजिस्टर्ड इंसेंट रेपलेंट का इस्तेमाल करें। वहीं यदि आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्टफीडिंग मदर हैं, तो आपको इसे अप्लाई करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। यदि आप सनस्क्रीन अप्लाई कर रही हैं, तो उसके ऊपर इंसेक्ट रेपेलेंट जरूर लगाए, इससे मलेरिया मच्छर के काटने का खतरा कम हो जाता है।
डॉ रजनीश श्रीवास्तव के अनुसार मलेरिया के मच्छर के काटने से बचना है, तो गार्डन, पार्क और नदी के किनारे या पानी के जमाव वाले एरिया में जाने से पहले ढीले-ढाले पूरे शरीर के कपड़े पहने। ऐसे कपड़े पहने जिसमें आपके हाथ, पैर और पूरी बॉडी ढकी हुई हो।
रात को बेहतर नींद और मच्छरों से बचाव के लिए मॉस्किटो नेट का इस्तेमाल करना एक अच्छा आईडिया है। इससे मलेरिया डेंगू के साथ ही सामान्य मच्छर भी आपको हनी नहीं पहुंचा पाते। इसके अलावा आप अपने खिड़कियों में विंडो नेट डलवा सकती हैं, इससे मच्छर आपके घरों में प्रवेश नहीं करते।
बरसात का मौसम शुरू होने या खत्म होने पर, साथ ही साथ ठंड की शुरुआत होने से पहले भी घर के आसपास फॉगिंग करवाने से मदद मिलेगी। एक रेगुलर इंटरवल पर फॉगिंग करवाने से मच्छर नहीं पनपते हैं, और यदि किसी प्रकार के मलेरिया मॉस्किटो उजागर हो भी रहे हैं, तो वे वहीं पर रुक जाते हैं।
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