पिंपल्स का निकलना किसी को भी नहीं पसंद होता है। ये न सिर्फ आपको अगली दिखा सकते हैं बल्कि, आपकी स्किन को इरिटेड कर सकते हैं। कई बार बिना वजह भी या मात्र स्ट्रेस या हॉर्मोनल बदलाव (Hormonal Changes) के कारण चेहरे पर मुहांसे हो जाते हैं। मगर कई बार इनकी वजह गंभीर भी हो सकती है, जैसे पीसीओएस।
जी हां… कई बार यदि आपके एक्ने बढ़ रहे हैं और कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं, तो यह पीसीओएस का संकेत हो सकता है। जब किसी को पीसीओएस (Polycystic Ovary Syndrome) होता है, तब भी चेहरे पर पिंपल्स (Pimples on face) निकल सकते हैं। पीसीओएस की वजह से किसी के चेहरे, पीठ, गर्दन और छाती पर मुंहासे हो सकते हैं।
सीबम हमारी त्वचा द्वारा उत्पादित प्राकृतिक तेल है। अक्सर सीबम (Sebum) पीसीओएस के दौरान बढ़ सकता है। बता दें कि त्वचा पर अतिरिक्त सीबम ज़्यादा धूल और बैक्टीरिया को आकर्षित करता है।
पीसीओएस में होने वाले एक्ने के कारण भी त्वचा में सूजन और पिंपल्स हो सकते हैं। जिससे लालिमा हो सकती है और त्वचा अधिक संवेदनशील हो जाती है।
तनाव और मूड में अन्य बदलाव पीसीओएस (PCOS) के सामान्य लक्षण हैं। स्ट्रेस और लंबे समय तक चलने के कारण मुंहासे हो सकते हैं।
सीबम उत्पादन, सूजन, और पीसीओएस के कारण होने वाले सिस्टिक एक्ने के कारण आपको बैक्टीरिया के संक्रमण का खतरा हो सकता है।
पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं में रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि बेहद आम है। हाइपरिन्सुलिनमिया (Hyperinsulinemia) का यह मामला एण्ड्रोजन के उत्पादन में वृद्धि करता है जो मुहांसे खराब कर सकता है।
बंद रोमछिद्रों से पिंपल्स बनते हैं
पीसीओएस एक्ने की जगह पर सूजन
प्रभावित क्षेत्र के आसपास लाली
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कस्टमाइज़ करेंदर्द इस बात पर निर्भर करता है कि मुंहासे कितने गहरे हो गए हैं
ब्रेकआउट जिसमें मवाद होता है
पीसीओएस से जुड़े एक्ने को कंट्रोल करने के लिए सबसे पहले पीसीओएस को नियंत्रित करना ज़रूरी है। इसके बारे में और जानने के लिए हमने मदरहुड हॉस्पिटल, खारघर, मुंबई की सलाहकार प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ प्रतिमा थमके से बात की।
स्वस्थ भोजन खाने से स्किन हेल्थ को बनाए रखने में मदद मिल सकती है। इस समय आपको तली हुई चीजों से परहेज करना चाहिए। ऐसे में हम घर का बना ताज़ा खाना खाने की सलाह देते हैं। डॉ प्रतिमा के अनुसार आपको ऐसे भोजन का भी सेवन करना चाहिए जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हों जैसे साबुत अनाज, दालें, ड्राई फ्रू ट्स।
डॉ प्रतिमा बताती हैं कि नियमित एक्सरसाइज़ करने से हार्मोन, ब्लड शुगर, तनाव और पीसीओएस एक्ने के लिए जिम्मेदार अन्य कारकों को संतुलित करने में मदद मिलती है। ऐसे में रक्त परिसंचरण को बढ़ाने, ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करने और शरीर की चर्बी कम करने के लिए हफ्ते में 150 मिनट का व्यायाम करें।
पिंपल्स को हाथ न लगाएं और न ही इन्हें फोड़ने की कोशिश करें।
हर दिन एक माइल्ड क्लींजर से अपना चेहरा धोएं।
अपनी त्वचा के प्रकार के लिए उपयुक्त मॉइस्चराइज़र और सनस्क्रीन का प्रयोग करें।
नॉन -कॉमेडोजेनिक मेकअप और स्किन केयर प्रोडक्ट का प्रयोग करें।
सोने से पहले सारा मेकअप हटा दें।
इसमें से अस्वास्थ्यकर कार्ब्स और वसा को हटा दें।
पर्याप्त मात्रा में फलों और सब्जियों का सेवन करें।
डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही कोई दवाइयां लें।
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