आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर बादाम का सेवन सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। बादाम को सालों से ब्रेन बूस्टर फ़ूड के तौर पर जाना जाता है। साथ ही यदि किसी को याददाश्त से जुड़ी समस्या है तो उन्हें बादाम खाने की सलाह दी जाती है। इतना ही नहीं बच्चों के विकास के दौरान भी उन्हें बादाम खिलाया जाना फायदेमंद माना जाता है। ताकि उनका ब्रेन डेवलपमेंट अच्छी तरह हो पाए। पर क्या आप जानती हैं कि मेमोरी बढ़ाने के लिए क्या है बादाम खाने का सही तरीका (How to eat almonds for memory)? तो आइए आज हम आपको बताते हैं।
हालांकि, यह सवाल हमेशा मन मे बना रहता है कि बदाम का एक छोटा सा दाना आखिर किस तरह ब्रेन को नियंत्रित कर सकता है। तो आज आपके इसी सवाल का जवाब लेकर हम आए हैं। चलिए जानते हैं किस तरह ब्रेन हेल्थ के लिए फायदेमंद है बादाम। साथ ही जानेंगे इसे डाइट में शामिल करने का सही तरीका।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा बादाम को लेकर प्रकाशित एक अध्ययन में सामने आया है कि बादाम फाइबर, प्रोटीन, विटामिन ई, मैग्नीशियम और मैंगनीज का एक बेहतरीन स्रोत है। इसके साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं। जिसका फायदा समग्र स्वास्थ्य खासतौर पर ब्रेन को मिलता है।
बादाम को सालों से ब्रेन बूस्टर फूड के तौर पर जाना जाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा की गई एक स्टडी के अनुसार यह अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी समस्याओं में फायदेमंद होता है। वहीं इसमें मौजूद पोषक तत्व ब्रेन हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं। बादाम में मौजूद विटामिन ई याददाश्त को लंबे समय तक बनाए रखता है।
उम्र के साथ होने वाली याददाश्त की समस्या में भी बादाम फायदेमंद होता है। इनमें मौजूद ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड जरूरी पोषक तत्व जैसे फोलेट और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, पॉलिफिनॉल्स, इत्यादि के प्रभाव को और ज्यादा बूस्ट कर देते हैं। ये सभी दिमाग को समय से पहले बूढ़ा होने से रोकते हैं। साथ ही यादाश्त को भी लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करते हैं।
बादाम में मौजूद जिंक इम्युनिटी बूस्ट करता है और ब्रेन सेल्स को डैमेज करने वाले वायरस और बैक्टीरिया के प्रभाव को कम कर देता। जबकि प्रोटीन ब्रेन सेल्स को रिपेयर करता है। बादाम का सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व विटामिन ई, ब्रेन एजिंग को धीमा कर देता हैं। जिससे उम्र के साथ होने वाले मेमोरी लॉस से बचने में मदद मिलती है।
बदाम के पोषक तत्व लेने का सबसे अच्छा और आसान तरीका है इन्हें कच्चा खाना। वह भी सुबह के समय। कम से कम रोजाना 8 से 10 बादाम खाने की कोशिश करें, यह आपको संतुष्टि देगा और आपकी ब्रेन हेल्थ में भी सुधार करेगा।
जब आप बादाम को भिगोकर खाती हैं तो इसके पोषक तत्व और भी बढ़ जाते हैं। यह मल्टीविटामिंस का एक बेहतरीन स्रोत है। आपको एक बाउल में 8 से 10 बादाम को भिगोकर रात भर के लिए छोड़ देना है। अब अगली सुबह इन बादाम को पानी से निकालें और पतला वाला छिलका छीलकर खाएं।
हमारी दादी-नानी खीर और हलवे में काटकर या कूटकर बादाम डाला करती थीं। यह उनका बादाम खिलाने का सबसे आसान तरीका था। पर आप हर रोज खीर और हलवा नहीं खा सकतीं। इसलिए इन्हें स्मूदी और शेक में ब्लेंड करके पी सकती हैं। यदि आप चाहें तो इसे पाउडर बनाकर रख लें और डेजर्ट बनाने में इसका इस्तेमाल करें।
दूध और बादाम दोनों ही बढ़ते बच्चों की फिजिकल और मेंटल ग्रोथ के लिए फायदेमंद होते हैं। सिर्फ बच्चे ही नहीं, 30 के बाद जब आपकी बोन्स कमजोर होने लगती हैं, तब आपके लिए भी ये दोनों सुपरफूड बहुत जरूरी हैं। इसके लिए आप बादाम दूध का सेवन कर सकती हैं। इसे तैयार करने के लिए थोड़े से बादाम धोकर उन्हें दूध में भिगो दें। फिर इसे दूध के साथ ही ब्लेंड कर लें और इसके पोषक तत्वों को एन्जॉय करें।
यह भी पढ़ें : शाम की चाय के लिए बनाएं ये बिना मैदे की हेल्दी और कुरकुरी मठरी, रेसिपी हम बता रहे हैं