इन दिनों हेयर कलर कराना ट्रेंड में है। हम शौक से बालों को कलर तो करा लेते हैं, पर उसका ध्यान नहीं रख पाते हैं। कुछ दिनों बाद ही बालों से कलर उतरने लगता है। ऐसे कई कारक हैं, जो कलर किये गये बालों को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे कई उपाय (How to take care of coloured hair) हैं, जिन्हें फॉलो करने पर कलर किये गये बालों को क्षति नहीं पहुंच सकती है। ये कलर किये गये बालों को संपूर्ण सुरक्षा देंगे।
वर्ष 2010 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ कॉस्मेटिक साइंस में हेयर कलर प्रोटेक्शन पर शोधकर्ता लिंडा फोल्तिस और डेविड जे मूर के शोध आलेख प्रकाशित हुए। उन्होंने अपने शोध में यह निष्कर्ष दिया कि बालों को रोज शैम्पू करने के कारण हेयर कलर खराब हो जाते हैं। इससे बालों में ऑक्सीडेटिव कलर लुप्त हो जाते हैं। यह हेयर कलर फेड करने की आम समस्या है। दरअसल कलर मुख्य रूप से पानी में घुलनशील होते हैं। बालों पर पानी पड़ते ही कलर का पानी में घुलना शुरू हो जाता है। हेयर कलर को बचाने के लिए हेयर डाई को पानी में घुलने से बचाना होगा। इसके लिए प्रभावी अवरोधक कार्य प्रदान करना चाहिए।
पबमेड सेंट्रल में शोधकर्ता वाई झो के प्रकाशित शोध बताते हैं कि कलर किये गये बालों को सबसे अधिक नुकसान शैम्पू पहुंचाते हैं। यदि आपने बालों को कलर किया है, तो बालों को कम से कम 3 दिन तक नहीं धोएं। जब बालों को कलर किया जाता है, तो क्यूटिकल्स खुल जाते हैं। इससे पिगमेंट हेयर शाफ्ट में चले जाते हैं। यदि आप कलर कराने के तुरंत बाद बालों को धो लेती हैं, तो यह खुले क्यूटिकल्स से रंग निकाल लेता है। इससे आपके बाल बदरंग हो सकते हैं। शोधकर्ता वाई झो के अनुसार, बालों के क्यूटिकल्स को बंद होने में कम से कम तीन दिन का समय लगता है। 3 दिन के बाद धोने पर हेयर कलर डार्क हो पायेगा।
फार्माकोग्नोसी रिसर्च जर्नल में विजेंदर सिंह, मोहम्मद अली और सुकृति उपाध्याय के हेयर कलर पर शोध आलेख प्रकाशित हुए। इसके अनुसार हेयर कलर को सबसे अधिक नुकसान गर्म पानी पहुंचाते हैं। इसकी वजह से हेयर क्यूटिक्ल्स खुल जाते हैं। इससे बालों का रंग तेजी से फीका पड़ जाता है। हमेशा बालों को नोर्मल पानी से धोएं। शैंपू करने के लिए गुनगुने पानी से भी बालों को धो सकती हैं।
कंडीशनर बालों को गहराई से पोषण देता है। फार्माकोग्नोसी रिसर्च जर्नल के अनुसार कंडीशनिंग करने के बाद बालों को ठंडे पानी से धो लें। इससे बालों का हाइड्रेशन हो जाता है।
हेयर कंडीशनर बालों में पिगमेंट को बढ़ाता है। इससे बाल लंबे समय तक कलर दिखता रहेगा।
जम्मू के ट्रीटवेल स्किन सेंटर के मृणाल गुप्ता के बालों पर शोध को रिसर्चगेट में भी शामिल किया गया है। इसके अनुसार, हेयर प्रोडक्ट में मौजूद सल्फेट्स पानी के साथ मिलकर झाग बनाते हैं। इनमें मौजूद सल्फेट बालों से प्राकृतिक तेल, हाइड्रेशन और नमी को छीन लेते हैं। यह बालों के क्यूटिकल्स में मौजूद फ्री लिपिड को हटाकर देता है। इससे सुरक्षात्मक लेयर प्रभावित हो जाती है। इससे पानी फोलिकल्स में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। इससे हेयर कलर को नुकसान पहुंचता है। हीट-स्टाइलिंग करते समय नमी के नुकसान से बचने के लिए हीट-प्रोटेक्टेंट स्प्रे का इस्तेमाल करें।
बालों के कलर को यूवी लाइट, धूल और प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचा कर रखें। वर्कआउट करते समय सुरक्षात्मक हेयर स्टाइल बनाएं।
स्वीमिंग पूल में तैरने या नहाने के समय बालों को स्विमिंग कैप में बांध कर रखें। एसपीएफ युक्त हेयर मिस्ट का प्रयोग करें।
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