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पान सिर्फ चबाइए नहीं, बालों पर पर भी लगाइए, हम बता रहे हैं 3 तरीके

पान की पत्ती न सिर्फ मुंह को ताजगी से भर देती है, बल्कि बालों की भी हर समस्या का निदान करती है। बालों की हेल्दी ग्रोथ के लिए घर पर आजमाएं ये 3 घरेलू नुस्खे।
Published On: 14 Sep 2022, 07:24 pm IST
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paan ki patti balon ke liye
पान की पत्ती बालों को पोषण प्रदान कर चमकदार और सिल्की बनाती है। चित्र: शटरस्टॉक

हम पान का जैसे ही नाम लेते हैं, हमारे जेहन में फिल्मी गाना खइके पान बनारस वाला… जरूर आ जाता है। सचमुच कत्थे और सुपारी के साथ खाया जाने वाला पान हमारे दिमाग को हर तरह के तनाव से दूर कर देता है। आयुर्वेद भी पान के पत्ते के फायदों को मानता है। आइए जानते हैं हेयर ग्रोथ के लिए पान के पत्तों (how to use betel leaves for hair) को कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है। 

होठाें के साथ-साथ जीवन में भी यह रंग भर देता है। यह अलग बात है कि चूना और अधिक सुपारी के इस्तेमाल से यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि पान का पत्ता ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में कारगर है। मां कहती हैं कि पान का पत्ता बालों की भी हर समस्या को दूर करने में मददगार है। 

पान के पत्तों में मौजूद पोषक तत्व

भारत के साथ-साथ कई दूसरे एशियाई देशों में भी शौकिया तौर पर पान के पत्ते खाये जाते हैं। पान में कैलोरी, फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट के अलावा, कैल्शियम, विटामिन सी, थियामिन, नियासिन, राइबोफ्लेविन जैसे न्यूट्रीशियस कंपाउंड भी मौजूद होते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होता है, जो स्कैल्प की समस्या को दूर करने में मदद करता है। यह स्कैल्प पर मौजूद एक्सेस ऑयल को रिमूव कर बालों को घना बनाता है।

बालों पर पान का पत्ता कैसे काम करता है

डेजलिंग ब्यूटी संस्था की ऑनर और हेयर ऐंड स्किन एक्सपर्ट अमिता पठानिया बताती हैं, पान के पत्तों में मौजूद विटामिन सी हेयर फॉल को कम करने में मदद करता है। यह असमय बालों के सफेद होने को भी रोकने में मदद करता है। बालों और स्कैल्प की समस्या को दूर कर यह हेयर ग्रोथ को प्रमोट करता है।

यहां हैं हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देने वाले DIY Hacks

1 तिल और अदरक के साथ

तिल में आमेगा 3 फैटी एसिड मौजूद होता है, जो बालों को संपूर्ण पोषण देता है।

अदरक में मौजूद विटामिन, फैटी एसिड और मिनरल्स बालों के टूटने-झड़ने से बचाते हैं।

कैसे करें प्रयोग

पान की पत्तियों को तिल और अदरक के साथ पीस लें।

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इस मिश्रण को स्कैल्प पर लगाएं।

60 मिनट बाद बालों को धो लें।

सूखी पान की पत्ती, सूखे अदरक और तिल के पाउडर को नारियल तेल के साथ मिलाकर लगाने पर भी फायदा होता है।

2 कैस्टर ऑयल और कोकोनट ऑयल में डाल कर

कैस्टर ऑयल में रिकिनोलोइक एसिड पाया जाता है। इससे स्कैल्प में ब्लड सकुर्लेशन सही होता है। कोकोनट ऑयल और कैस्टर ऑयल दोनों में एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो स्कैल्प की किसी भी समस्या को जड़ से खत्म कर देते हैं।

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कैस्टर ऑयल और कोकोनट ऑयल के साथ पान की पत्तियों का पाउडर हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देता है। चित्र: शटरस्टॉक

कैसे करें प्रयोग

5 पान के पत्ते को सुखा लें।

इसका पाउडर बना लें।

2 टेबल स्पून नारियल तेल और 1 टेबल स्पून कैस्टर ऑयल इसमें मिक्स कर लें। मिक्सचर को पतला करने के लिए 1 टेबल स्पून पानी भी डाल दें।

इस हेयर मास्क को स्कैल्प पर मालिश करते हुए लगाएं।

एक घंटे बाद हर्बल शैंपू से धो लें।

3 तुलसी और करी पत्ते के साथ

तुलसी की पत्तियां बंद रोमछिद्रों को खोलकर एक्सट्रा ऑयल को हटाती हैं। एंटी बैक्टीरियल करी पत्ता डैंड्रफ की समस्या को जड़ से खत्म कर देता है।

कैसे करें प्रयोग

2 बड़े पान के पत्ते का पाउडर बना लें।

tulsi ke fayde
तुलसी के पत्ते के साथ पान के पत्ते को मिक्स कर हेयर मास्क बनाने से दोगुना फायदा मिलता है।चित्र: शटरस्टॉक

इसमें 10-12 तुलसी की पत्तियाें का पाउडर और 10-12 करी पत्ते का पाउडर मिक्स कर लें। चाहें तो इसमें गुड़हल के एक फूल के पत्ते के पाउडर को भी मिक्स कर सकती हैं। इस हेयर मास्क को लगाने से हेयर ग्रोथ अच्छी होती है।

इन सभी पत्तियों के पाउडर को तेल के साथ लगाने पर भी फायदा होता है।

यह भी पढ़ें:-बेल की पत्तियों के ये 4 DIY हैक्स बालों को जड़ाें से मजबूत बनाकर उनकी ग्रोथ बढ़ाएंगे 

 

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

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