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क्या आपको भी खाना खाने के बाद सुस्ती आती है, तो जानें इसे दूर करने के 4 उपाय

दोपहर के खाने के बाद कई लोगों को बहुत आलस और नींद आती है। सुस्ती के कारण कई लोग काम भी नही कर पाते है। चलिए जानते है खाने के बाद के आलस को कैसे कम करें।
Khane ke lbaad aapko aa sakti hai nind
खाने के बाद आपको आ सकती है नींद। चित्र:शटरस्टॉक
Published On: 2 Aug 2023, 07:02 pm IST

कई लोगों को खाना खाने के बाद बहुत नींद आती है और वे सो जाते है। जो लोग ऑफिस में होते है लंच के बाद उनका भी काम धीमा हो जाता है। लंच के बाद कई लोगों को कुछ भी काम करने में बहुत सुस्ती आने लगती है। यह पाचन पैटर्न और नींद चक्र का स्वाभाविक परिणाम हो सकता है। कई बार आप क्या खा रहे है और कितना खा रहे है ये चीज भी आपके सुस्ती और नींद आने का कारण बन सकती है।

क्या कारण है जिसकी वजह से आपको खाने के बाद सुस्ती आती है

खाने के बाद सुस्ती आने के बहुत से कारण होते है। खाने में बहुत अधिक प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से भी नींद का एहसास होता है । रिसर्च से पता चलता है कि खाने के बाद शरीर में अधिक सेरोटोनिन का उत्पादन होता है जिसकी वजह से भी थकान महसूस होती है। सेरोटोनिन एक रसायन होता है जो नींद और मूड के चक्र को विनियमित करने के लिए जिम्मेदार माना जाता है।

अधिक मात्रा में, हैवी मील करने से अधिक ऊर्जा पाचन में लग सकती है, जिससे आप सुस्ती और थकान महसूस कर सकते हैं। जो लोग दोपहर का भोजन अधिक मात्रा में खाते हैं उन्हें में कम खाने वालों की तुलना में अधिक सुस्ती का अनुभव हो सकता है। अधिक खाने से रक्त शर्करा बढ़ जाता है, और ऊर्जा में गिरावट आ सकती है।

office mein khud ko fit kaise rakhein
अत्यधिक मात्रा में भोजन करने से पेट में स्ट्रेच हो सकता है और असुविधा हो सकती है। चित्र : शटरस्टॉक

इन फूड्स के सेवन से आती है ज्यादा सुस्ती और नींद

पास्ता
चावल
सफेद ब्रेड
केक, कुकीज़, डोनट्स, और मफिन
भुट्टा
दूध
चीनी और कैंडी
सैमन
चिकन
अंडे
पालक
दूध
सोया उत्पाद
पनीर

न्यूट्रिनिस्ट अंबिका दत्त ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर खाने के बाद राहत आलस से राहत पाने के लिए कुछ टिप्स दिए।

खाने के बाद सुस्ती आने से बचाएंगे ये 4 उपाय

1 बहुत हैवी मील खाने से बचें

अपनी प्लेट को बहुत अधिक चीजों से भरने बचें एक बार पहाड़ा जैसे प्लेट को करने से बचें। अधिक और हैवी मील के बाद, शरीर पोषक तत्वों को तोड़ने और अवशोषित करने के लिए पाचन तंत्र में अधिक रक्त प्रवाह को निर्देशित करता है। इस प्रक्रिया के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिससे आपको थकान और सुस्ती महसूस होती है।

अत्यधिक मात्रा में भोजन करने से पेट में स्ट्रेच हो सकता है और असुविधा हो सकती है, जिससे आराम करने और ऊर्जा बचाने की इच्छा हो सकती है। कुछ खाद्य पदार्थ सेरोटोनिन और मेलाटोनिन जैसे हार्मोन जारी करते हैं। जिससे अधिक सुस्ती होने लगती है।

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2 ग्लाइसेमिक इंडेक्स का ध्यान रखें

उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) खाद्य पदार्थों का सेवन करने के बाद आलस महसूस करना कुछ व्यक्तियों के लिए एक सामान्य घटना है। उच्च जीआई खाद्य पदार्थ कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ाते हैं क्योंकि वे तेजी से पचते और अवशोषित होते हैं। उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ में सफेद ब्रेड और बैगल्स, सफेद चावल, कॉर्नफ्लेक्स और अन्य प्रसंस्कृत अनाज, मसले हुए आलू, मिठाइयाँ सोफ्ट ड्रिंक्स और शर्करा युक्त पेय पदार्थ।

kahne ke baad karein physical exercise
खाना खाने के बाद वॉक करें या या 15 से 20 मिनट के लिए हल्का काम करें।

3 खाने के बाद फिजिकली एक्टिव रहें

खाने के बाद सीधे बिस्तर पर सोने के लिए न जाए। खाना खाने के बाद बहुत वॉक करें या या 15 से 20 मिनट के लिए हल्का काम करें। चलने जैसी हल्की गतिविधियां पाचन प्रक्रिया को उत्तेजित करने, पाचन तंत्र के माध्यम से भोजन की गति में सहायता करने और अपच की संभावना को कम करने में मदद कर सकती हैं। हल्की सैर करने से रक्त प्रवाह में सुधार हो सकता है और पाचन में सहायता मिल सकती है, जिससे आपको अधिक ऊर्जावान महसूस करने में मदद मिलेगी।

4 कैफीन और अल्कोहल को सीमित करें

हालांकि कैफीन अस्थायी ऊर्जा को बढ़ावा दे सकता है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन करने से आपको परेशानी हो सकती है। इसके अतिरिक्त, शराब आलस पैदा कर सकती है इसलिए आपको बहुत अधिक सेवन से बचने की सलाह दी जाती है।

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
संध्या सिंह
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

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