कुछ लोगों को अपने आपको सबसे बेहतर बताने, दिखाने और खुद को दूसरों से श्रेष्ठ समझने की आदात होती है। वे लोगों हर समय केवल आपने बारे में सोचते है, बात करते है और खुद को ध्यान के केंद्र में रखना चाहते है। ऐसे लोग कई बार खुद की ही तारीफ करते रहते है। वो अपने बारे में बड़ी बड़ी बातें आपको बताते है। ऐसे लोगों के साथ रहना कई बार आपके लिए मुश्किलों से भरा हो सकता है। क्योंकि ये लोग नार्सिसिस्ट होते है यदि आप ऐसे किसी व्यक्ति को डेट कर रहीं है तो भी ये रिलेशनशिप में सामने वाले के बारे में न सोचते हुए केवल अपनी जरूरतों पर ही फोकस्ड रहते हैं।
सीनियर क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव बताते है कि नार्सिसिस्टिक पर्सनैलिटी डिसऑर्डर (एनपीडी) एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जो खुद के महत्व, अत्यधिक प्रशंसा और ध्यान की आवश्यकता और दूसरों के लिए सहानुभूति की कमी कके कारण हो सकता है। इससे डिसऑडर से ग्रसित व्यक्ति खुद को आकृषण का केंद्र बनान चाहता है। वह खुद को सबसे श्रेठ मान लेता है। वैसे खुद को लेकर कॉन्फिडेंट होना अच्छी बात है लेकिन इससे ग्रसित लोग दूसरों से भी अपने बारे में तारीफ ही सूनना चाहते है और अपनी ही बाते मनवाना चाहते है। और अगर कोई उनकी खिलाफत करना चाहे तो वे उसे बर्दाशत नहीं करते है। इससे ग्रसित लोग अपनी एक अलग दुनिया बना लेते हैं।
खुद को बेहतर बताना नार्सिसिस्ट पर्सनैलिटी का एक व्यापक पैटर्न, जो आत्म-महत्व या श्रेष्ठता की बढ़ी हुई भावना के रूप में प्रकट हो सकता है। नार्सिसिस्टों का मानना है कि वे विशेष और अद्वितीय हैं, और वे अक्सर अपनी उपलब्धियों, प्रतिभाओं या महत्व को बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं।
नार्सिसिस्टिक पर्सनैलिटी डिसऑर्डर वाले व्यक्तियों को दूसरों से प्रशंसा और मान्यता की अत्यधिक आवश्यकता होती है। वे निरंतर ध्यान, प्रशंसा और अपना मनोबल बढ़वाना चाहते हैं और अक्सर सफलता, शक्ति, सौंदर्य या आदर्श प्रेम की कल्पनाओं में व्यस्त रहते हैं।
नार्सिसिस्टों में अक्सर सहानुभूति की कमी होती है और उन्हें दूसरों की भावनाओं और जरूरतों को पहचानने या समझने में कठिनाई होती है। वे दूसरों की पीड़ा या भावनाओं के प्रति असंवेदनशील हो सकते हैं और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोगों का शोषण या हेरफेर कर सकते हैं।
नार्सिसिस्टों का मानना है कि वे कुछ स्पेशल ट्रीटमेंट और विशेषाधिकार के हकदार हैं। वे अक्सर व्यक्तिगत और व्यावसायिक संबंधों में सम्मान पूर्ण व्यवहार की अपेक्षा करते हैं और जब उन्हें यह नहीं मिलता तो वे क्रोधित या नाराज हो सकते हैं।
नार्सिसिस्ट लोग चालाकी कर सकते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दूसरों का इस्तेमाल शोषण कर सकते हैं। वे अपने लाभ के लिए लोगों का उपयोग कर सकते हैं, अक्सर दूसरों के परिणामों की चिंता किए बिना। उन्हें सिर्फ अपने बारे चिंता होता है वे कभी दूसरों की जरूरतों के बारे में कुछ नहीं सोचते हैं।
नार्सिसिस्ट व्यक्ति के साथ अपनी बातचीत में स्पष्ट सीमाएं स्थापित करें और बनाए रखें। स्पष्ट रूप से बताएं कि कौन सा व्यवहार स्वीकार्य है और क्या नहीं। आपको कभी भी अपनी सीमाओं से ज्यादा उनसे बात नही करनी है।
यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ है जो नार्सिसिस्ट है तो आपको उनसे बहुत तम अपेक्षाएं रखनी होगी क्योंकि नार्सिसिस्ट व्यक्ति अपने मूल व्यक्तित्व गुणों को बदलने की संभावना नहीं रखता है। आपको निराशा या हताशा से बचने के लिए उनसे वैसा अपेक्षा ही रखनी चाहिए जिन्हें वे पूरा कर सकते है।
आप भावनात्मक मदद या सहानुभूति के लिए नार्सिसिस्ट व्यक्ति पर भरोसा करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं। क्योंकि वे कभी दूसरों के बारे में नहीं सोचते है इसलिए उन्हें दूसरी को भावना समझ नही आती है और उन में सहानुभूति भी नहीं होती है।
इनके साथ बात करते समय आपको गुस्सा आ सकता है क्योंकि शायद ये आपकी न सुने और केवल आपनी ही बात कहें ऐसे में बातचीत के दौरान अपना संयम बनाए रखें। भावनात्मक प्रतिक्रियाओं का इस्तेमाल आपके खिलाफ किया जा सकता है या झगड़े बढ़ सकते हैं।
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