कीवी आजकल काफी ज्यादा ट्रेंडिंग है, लोग इसके स्वाद को खूब पसंद कर रहे हैं। सामान्य व्यक्ति के साथ ही डॉक्टर भी इसे खाने की सलाह देते हैं। कीवी एक प्रकार की बेरी है, इसे मुलतौर पर ईस्टर्न चाइना का माना जाता है। परंतु यह फल न्यूजीलैंड में अधिक प्रचलित है, वहीं धीरे-धीरे यह भारत में भी काफी प्रचलित हो रहा है। एंटीऑक्सीडेंट सहित कई अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर कीवी सेहत के लिए तमाम रूपों में फायदेमंद हो सकते हैं। वहीं यह वेट लॉस में भी आपके साथ ही बन सकते हैं (kiwi for weight loss)।
यदि आप वजन कम करने का सोच रही हैं, तो कीवी फल को डाइट में शामिल कर आप अपनी जर्नी को अधिक आसान बना सकती हैं। आज इस लेख के माध्यम से जानेंगे वेट लॉस पर कीवी के प्रभाव। हेल्थ शॉट्स ने इस बारे में न्यूट्रीफाई बाई पूनम डायट एंड वैलनेस क्लीनिक की डायरेक्टर, डाइटिशियन और न्यूट्रीशनिस्ट पूनम दुनेजा से बात की। एक्सपर्ट ने वेट लॉस पर कीवी के प्रभाव बताते हुए (kiwi for weight loss), इन्हें डाइट में शामिल करने का सही तरीका भी बताया है। तो चलिए जानते हैं, इस बारे में अधिक विस्तार से।
कीवी में भरपूर मात्रा में पानी मौजूद होता है, साथ ही इसमें कम मात्रा में कैलरी पाई जाती है। इतना ही नहीं फाइबर से युक्त होने के साथ ही यह पाचन क्रिया के लिए कमाल के होते हैं। इससे खाद्य पदार्थों को पचाना आसान हो जाता है, और इससे बॉडी में एक्स्ट्रा फैट जमा नहीं होते।
कवि में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। विटामिन सी से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर संतुलित रहता है और यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल हेल्थ के लिए बेहद कारगर होता है। साथ ही साथ यह इम्यून फंक्शन को इंप्रूव करता है और शरीर को हर प्रकार की समस्या से लड़ने के लिए तैयार रखता है। एक मजबूत इम्यूनिटी बॉडी वेट लॉस में भी मदद करती हैं।
डाइटरी फाइबर से युक्त होने के साथ कीवी का सेवन आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है और पाचन प्रक्रिया को भी बढ़ावा देता है। कीवी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है, जिससे बॉडी में फ्रूट शुगर धीरे-धीरे ट्रांसफर होते हैं। कीवी ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करती है और अचानक से ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ने देती। इस प्रकार कीवी के सेवन से शरीर में एक्स्ट्रा फैट जमा नहीं होते और वेट लॉस में भी मदद मिलती है।
कीवी फैट को मेटाबोलाइज करती है, साथ ही यह शरीर में फैट बर्निंग कैपेसिटी को बढ़ा देते हैं। यह दोनों फैक्टर वेट लॉस जर्नी को आसान बनाने के लिए बहुत जरूरी है।
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कीवी में एक प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट (actinidin) पाए जाते हैं। जो शरीर में प्रोटीन को पूरी तरह से तोड़ने में मदद करते हैं। यह डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को धीमा कर देते हैं, वहीं वेट लॉस में यह एंटीऑक्सीडेंट बेहद जरूरी होते हैं। यही प्रोटीन डाइजेशन में मदद करते हुए इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति के लिए बेहद प्रभावी रूप से कार्य कर सकता है।
कीवी को डाइट में शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका है, इन्हें पूरे फल के तौर पर खाना। कीवी का छिलका उतारे और इन्हें छोटे-छोटे भाग में काटकर अपनी डाइट में शामिल करें।
कीवी को मॉर्निंग स्मूदी के तौर पर लिया जा सकता है। आप कीवी की स्मूदी तैयार कर, इन्हें अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
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कस्टमाइज़ करेंकीवी को हाइड्रेटिंग ड्रिंक के तौर पर ले सकती हैं। जिसमें कीवी लेमोनेड एक बेहतरीन आईडिया है। कीवी को छोटे टुकड़ों में काटकर पानी, नमक, पुदीना की पत्तियां और नींबू के रस के साथ ब्लेंड करें और इसे एंजॉय करें।
कीवी को वेट लॉस डाइट में शामिल करने के लिए अन्य हेल्दी तरीके की बात करें, तो कीवी सलाद बेहद प्रभावी साबित हो सकता है। अपने नियमित हेल्दी सलाद में कीवी के कुछ टुकड़ों को ऐड करें और नींबू का रस निचोड़ कर इसे एंजॉय करें।
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