त्वचा का हर शेड खूबसूरत और आकर्षक होता है, बशर्ते कि वह पूरे चेहरे पर एक सा हो। कुछ लोगों के चेहरे का रंग तो आकर्षक होता है, मगर जगह-जगह उभर आए डार्क पैच इसे अनाकर्षक बना देते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना अच्छा स्किन केयर करते हैं। इसकी बहुत संभावना होती है कि जीवन के किसी न किसी पड़ाव पर आपकी त्वचा की टोन अनइवन हो जाए। चूंकि अनइवन स्किन एक आम चिंता का विषय है, इसलिए आज हम इसके बारे में कुछ चीजें समझने की कोशिश करेंगे। यदि आप चमकदार, स्वस्थ त्वचा चाहते हैं, तो यह लेख आप ही के लिए है।
अनइवन स्किन टोन, आमतौर पर हाइपरपिग्मेंटेशन, सूरज के संपर्क में ज्यादा रहने, स्किन टाइप और उम्र सहित कई चीजों के कारण हो सकता है। कभी-कभी, अनइवन स्किन टोन अपने आप काफी जल्दी ठीक हो जाती है। जबकि कई बार यह हमेशा के लिए चेहरे पर रह जाती है।
सूर्य से आने वाली अल्ट्रावॉयलेट किरणें आपकी त्वचा के लिए बहुत हानिकारक हो सकती हैं। ये सनबर्न का कारण बन सकती हैं। जब यूवी किरणें त्वचा में प्रवेश कर उसे क्षतिग्रस्त कर देती हैं, तो इसके बाद हाइपरपिगमेंटेशन हो सकता है। ज्यादा सूरज के संपर्क में आने से धब्बे और झाइयां भी हो सकती हैं। इसी के कारण अनइवन स्किन टोन होता है।
मेलास्मा हाइपरपिग्मेंटेशन का एक रूप है, जो गर्भावस्था के दौरान या उसके बाद महिलाओं में सबसे ज्यादा देखा जाता है। यह आमतौर पर त्वचा पर काले धब्बे के रूप में दिखाई देता है। ये धब्बे ज्यादातर चेहरे पर होते है, लेकिन अन्य जगहों पर भी दिखाई दे सकते हैं।
त्वचा में नमी की कमी के कारण वह सूखने लगती है और फटने लगती है, जिससे न केवल उसमें बहुत अधिक दर्द होता है, बल्कि स्किन भी अनइवन हो जाती है। ड्राई स्किन कई लोगों को प्रभावित करती है और यह आंतरिक और बाहरी दोनों कारकों के कारण हो सकती है।
प्रदूषण के कारण भी आपकी त्वचा प्रभावित हो सकती है, जो काफी हद तक हमारे नियंत्रण से बाहर है। प्रदूषण के कण त्वचा में प्रवेश कर सकते हैं, स्किन की रक्षा करने वाले बैरियर को कमजोर कर सकते हैं, जिससे स्किन अनइवन दिख सकती है।
भरपूर मात्रा में पानी पीने से आप अंदर और बाहर से हाइड्रेट रहते हैं। पानी पीने के अलावा त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल भी करें,इससे त्वचा को आराम मिलता है और रेडनेस को रोकने और इसे सूखने से रोकने में मदद मिल सकती है।
एक्सरसाइज तो अपके जीवन का हिस्सा होना बहुत जरूरी होता है, नियमित रूप से व्यायाम करने से रक्त प्रवाह बढ़ता है, जो त्वचा कोशिकाओं को पोषण देने में मदद करता है और त्वचा से टॉक्सिक पदार्थों को निकालता है। व्यायाम त्वचा के लिए अच्छा है, और एक्ने जैसी स्थितियों के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
आपको अपनी त्वचा को दिन में दो बार साफ करना चाहिए, एक बार जब आप सुबह उठते हैं और दूसरा बिस्तर पर जाने से पहले। सफाई प्रदूषण जैसे कारकों को स्किन से हटा देता है, जो आपकी त्वचा में घुसने की कोशिश करते हैं। यह आपके स्किन टोन में सुधार करने में मदद करती है।
अपने चेहरे को हर दिन मॉइस्चराइज़ करें। यह काले धब्बों को हटाने और त्वचा की कोशिकाओं को फिर से भरने में मदद करेगा, आपकी त्वचा पर ग्लो लाएगा और उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करेगा। यह त्वचा को हाइड्रेट भी करता है, जिससे त्वचा फटने और रूखी होने से बचती है।
एक्सफोलिएशन क्लिजिंगऔर मॉइस्चराइजिंग को प्रभावी ढंग से काम करने में सक्षम बनाता है। सप्ताह में दो बार एक्सफोलिएट करने से मृत या प्रदूषित त्वचा कोशिकाएं साफ हो जाती हैं, जिससे क्लींजर और मॉइस्चराइजर एपिडर्मिस में प्रवेश करने और उसे ठीक करने में सक्षम हो जाते हैं।
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