क्या आपकी स्किन अचानक से डल होना शुरू हो गई है, या आपको बार-बार एक्ने ब्रेकआउट हो रहा है या फिर आपकी स्किन काफी ज्यादा इरिटेटेड रहती है, ये सभी आपकी स्किन के असंतुलित पीएच की ओर इशारा करते हैं। जी हां, त्वचा का भी एक पीएच होता है, जिसका सामान्य स्तर आपकी त्वचा को स्वस्थ रहने में मदद करता है। पर कई ऐसे फैक्टर हैं, जिनकी वजह से स्किन pH असंतुलित हो सकता है। जैसे ही त्वचा का पीएच बिगड़ता है, वैसे ही तमाम तरह की त्वचा से संबंधित समस्याएं आपको परेशान करना शुरू कर देती हैं। यदि आप अभी तक स्किन pH के बारे में नहीं जानती तो आपको इस बारे में विस्तार से समझने की आवश्यकता है।
आज हम हेल्थ शॉट्स के साथ जानेंगे स्किन पीएच क्या है और यह किस तरह से प्रभावित होता है। साथ ही जानेंगे इसे बैलेंस (Skin ph balance) करने के कुछ प्रभावित टिप्स। इस विषय पर उचित जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने ब्यूटी इंडस्ट्री की बेहद खास हस्ती ब्लॉसम कोचर ग्रुप ऑफ़ कंपनीज की चेयरपर्सन डॉक्टर ब्लॉसम कोचर से सलाह ली।
स्किन pH ये बताता है की आपकी स्किन कितनी अल्कलाइन या एसिडिक है। त्वचा प्राकृतिक रूप से थोड़ी एसिडिक होती है, और इसके माप की बात करें तो वे 4.5 से 5.5 के बीच होती है। ऐसे में स्किन पीएच का सामान्य रहना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह कुछ प्रकार की स्किन कंडीशन से प्रोटेक्ट करता है और आपकी त्वचा को मॉइश्चराइज और नॉरिश्ड रखता है।
त्वचा की pH का असंतुलित स्तर आपकी स्किन पर मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया को असंतुलित कर देता है। वहीं इनका असंतुलित स्तर त्वचा संबंधित तमाम तरह की समस्याओं का कारण बन सकता है। जब त्वचा अधिक एसिटिक होती जाती है, ऐसे में आपकी स्किन पर पिगमेंटेशन बढ़ता जाता है। स्किन pH को कई चीजे असंतुलित कर देती हैं खासकर आपके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले स्किन केयर प्रोडक्ट्स।
इन प्रोडक्ट्स में मौजूद केमिकल्स और तरह-तरह के अन्य इनग्रेडिएंट स्किन पर बेहद हार्श होते हैं, और ये स्किन को भी नकारात्मक रूप में प्रभावित करते हैं। जिसकी वजह से स्किन प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ सकता है। वहीं हार्मोनल बदलाव और एजिंग भी इसके लिए जिम्मेदार होती है।
अगर आप अपनी स्किन pH को संतुलित रखना चाहती हैं, तो आपको सबसे पहले अपने क्लींजर को बदलने की जरूरत है। इसके इस्तेमाल से नेचुरल ऑयल पूरी तरह से छीन जाते हैं और pH प्रभावित हो सकता है। इसलिए माइल्ड और जेंटल क्लींजर का इस्तेमाल करने का प्रयास करें, जिससे कि तेल और पीएच बैलेंस बरकरार रहे और स्किन पर किसी प्रकार की समस्या न हो।
लंबे समय तक सूरज के संपर्क में रहने से स्किन का पीएच प्रभावित हो सकता है। इसलिए सूरज की किरणों में जाने से पहले हमेशा 30 spf या इससे अधिक की ब्रॉड स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। ये आपकी त्वचा को हानिकारक किरणों से पूरी तरह से प्रोटेक्शन देगा और pH असंतुलन, टैनिंग, पिगमेंटेशन आदि जैसी समस्याओं को होने से रोकता है।
हेल्दी स्किन मेंटेन करने के लिए आपको अपनी डाइट पर ध्यान देना बेहद महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में हेल्दी फल और सब्जियों के साथ-साथ हेल्दी फैट को अपनी बैलेंस टाइट का हिस्सा बनाएं। ये खाद्य पदार्थ न केवल pH को स्थापित करते हैं, बल्कि त्वचा की समग्र सेहत को सामान्य रखने में भी आपकी मदद करते हैं। इतना ही नहीं आपको शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की आवश्यकता होती है। एक हेल्दी स्किन के लिए पानी बेहद महत्वपूर्ण है।
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हम सभी अपनी डेड स्किन सेल्स को रिमूव करने के लिए स्किन को एक्सफोलिएट करते हैं, परंतु ओवर एक्सफोलिएशन से स्किन का pH असंतुलित हो सकता है। ऐसे में हफ्ते में एक से दो बार स्किन को एक्सफोलिएट करना जरूरी है, परंतु यदि आप इससे ज्यादा एक्सफोलिएट कर रही हैं, तो ये आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही स्किन को एक्सफोलिएट करते वक्त अपने हैंड मूमेंट को जितना हो सके उतना स्मूद रखने की कोशिश करें।
बहुत से लोग त्वचा को साफ करने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करते हैं, परंतु आपको बताएं की ये आपकी स्किन पर हार्ष साबित हो सकती है और स्किन pH को असंतुलित कर सकती है। फेस वॉश सहित नहाने के लिए गर्म पानी की जगह हल्के गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।
त्वचा में पर्याप्त मॉइश्चर और हाइड्रेशन को बनाए रखने के लिए उचित मात्रा में मॉइश्चराइजर अप्लाई करें। जब स्किन अंदर से मॉइश्चराइज रहती है, तो pH का स्तर भी बैलेंस रहता है। अपनी स्किन टाइप के अनुसार मॉइश्चराइजर चुने और इन्हें एक उचित समय अंतराल के बाद अपनी त्वचा पर अप्लाई करें।
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