पीरियड्स के दौरान गैस (Gassy in periods) बनने की समस्या सामान्य रूप से लगभग सभी महिलाओं में देखने को मिलती है। वहीं इस दौरान फार्ट आना भी बिल्कुल नॉर्मल है। परंतु पीरियड्स के दौरान आने वाले फार्ट सामान्य दिनों की तुलना में ज्यादा बदबूदार होते हैं। इसकी वजह बदलता हार्मोन और आप के खानपान की गलत आदत हो सकती है। हालांकि, पीरियड फार्ट बायोलॉजिकल हैं और इस पर आपका किसी भी प्रकार का नियंत्रण नहीं होता। परंतु इसे कम करना और इसकी बदबू को नियंत्रित रखना आपके ऊपर निर्भर कर सकता है। तो चलिए जानते हैं पीरियड के दौरान आने वाले फार्ट के कारण और इसे नियंत्रित करने के कुछ जरूरी उपाय (how to control smelly period farts)।
इसका सबसे बड़ा कारण है पीरियड के दौरान गैस बन जाना। पीरियड्स में होने वाले हार्मोनल बदलाव गैस का कारण होते हैं। वहीं कभी-कभी यह कॉन्स्टिपेशन जैसी समस्या में भी तब्दील हो जाते हैं। जिस वजह से बदबूदार फार्ट आने की स्थिति बनती है।
पीरियड्स में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन में होने वाले बदलाव ऐसी समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। एस्ट्रोजन का बढ़ता लेवल इंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में एयर ट्रैप कर देता है, इसके साथ ही कॉन्स्टिपेशन और गैस का भी कारण हो सकता है।
प्रोसेस्ड फूड्स, साल्टेड फूड्स, कैफीन और अल्कोहल जैसे पदार्थों का सेवन भी पीरियड ब्लोटिंग का कारण हो सकते हैं। वहीं इस वजह से भी बदबूदार फार्ट आ सकता है।
पीरियड्स फार्ट के बदबूदार होने का सबसे मुख्य कारण है कि पीरियड्स के दौरान गट बैक्टीरिया में होने वाले बदलाव। इसके साथ ही आपके गलत खानपान की आदत भी इसका एक सामान्य कारण हो सकती है। परंतु यह आपकी गलती होगी, इसका प्रकृति से कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए पीरियड्स के दौरान अपने खानपान की आदतों पर भी नियंत्रण रखें।
वहीं पीरियड्स में रिलीज होने वाले हार्मोन क्रेविंग्स उत्पन्न करते हैं। जिसमें डेयरी प्रोडक्ट्स, स्टॉर्च कार्ब्ज और मीठे खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करने से कॉन्स्टिपेशन होने की संभावना होती है। जिस वजह से फार्ट में काफी ज्यादा बदबू आ जाती है।
इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि फार्ट एक बायोलॉजिकल प्रतिक्रिया है, जिस पर नियंत्रण पाना हमारे बस में नहीं होता। परंतु इसकी खराब गंध और फ्रीक्वेंसी को नियंत्रित किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं किस तरह इसे कंट्रोल कर सकते है।
पीरियड्स के दौरान प्रोसैस्ड फूड्स के सेवन से खुद को पूरी तरह वंचित रखे। हालांकि, गैस बनने का कारण केवल प्रोसेस्ड फूड्स ही नहीं बल्कि कई हेल्दी फूड्स भी होते हैं। वहीं हाई फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पत्ता गोभी, ब्रोकली, स्प्राउट्स गैस का कारण बन सकते हैं। इन्हें अपने डाइट से कटऑफ न करें। केवल पीरियड्स के दौरान इसके सेवन को सीमित रखने की कोशिश करें।
पीरियड्स क्रैम्प्स और मूड स्विंग्स को शांत करने के लिए तरह-तरह के खाद्य पदार्थ लेना, इनका कारण हो सकता है। इसलिए आइसक्रीम, केक इत्यादि की क्रेविंग्स होने पर इसे नियंत्रित रखें। क्योंकि बाद में यह सभी खाद्य पदार्थ पीरियड्स में डाइजेशन प्रोसेस को स्लो कर देते हैं और कब्ज, गैस इत्यादि का कारण बन सकते है।
पीरियड्स में 2 मील के बीच एक प्रॉपर गैप रखें ताकि डाइजेशन अच्छे से हो पाए। अन्यथा यह गलती आपके बदबूदार फार्ट का कारण बन सकती है।
आम दिनों की तुलना में पीरियड के दौरान ज्यादा पानी पियें। यह आपके पाचन क्रिया को संतुलित रखता है और पीरियड्स ब्लोटिंग को रोकता है। पीरियड ब्लोटिंग का एक सबसे बड़ा कारण डिहाइड्रेशन हो सकता है इसलिए अपनी क्षमता के हिसाब से जितना हो सके उतना पानी पीने का प्रयास करें।
पीरियड्स के दौरान स्मोकिंग न करें, क्योंकि स्मोकिंग गैस बनाने का काम करती है। वहीं यह पीरियड के दौरान आपके बदबूदार फार्ट का कारण बन सकती है।
पीरियड्स में खुद को सक्रिय रखने का प्रयास करें। ज्यादातर महिलाएं पीरियड्स के दौरान स्थाई रूप से आराम करने लगती हैं। परंतु एक्सपर्ट की मानें तो इस दौरान खुद को फिजिकली एक्टिव रखना बहुत जरूरी होता है। यह आपके पाचन क्रिया को संतुलित रखता है।
वहीं पीरियड्स ब्लोटिंग और गैस जैसी समस्याओं से निजात पाने में भी मदद करता है। यदि आप पीरियड में एक्सरसाइज नहीं कर पाती तो कम से कम नियमित रूप से 40 से 45 मिनट तक टहलने की कोशिश करें।
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