जीवन में दिनों दिन बढ़ने वाले प्रेशर से डील करने के लिए अधिकतर लोग अल्कोहल की मदद लेते हैं। वहीं दूसरी ओर बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जो दिखावे से भरी इस दुनिया में केवल स्टैंडर्ड मेंटेन करने के लिए ही अल्कोहल का सेवन करते हैं। मगर देखते ही देखते ये कब आदत में शुमार हो जाती है, पता ही नहीं लगता है। इसका असर फिज़िकल हेल्थ के साथ मेंटल हेल्थ पर भी दिखने लगता है। ऐसे में लोग अब शराब पीने की लत को छोड़ने की कोशिश करने लगते हैं। अचानक से शराब छोड़ देना शरीर में कई समस्याओं का कारण बनने लगता है। जानते हैं अचानक शराब छोड़ने से शरीर को किन दुष्परिणामों का सामना करना पड़ता है (What will happen if you suddenly give up alcohol)।
अल्कोहल इनटेक कम करने या पूरी तरह से छोड़ने से शरीर में हाई ब्लड प्रेशर से मुक्ति मिल जाती है। दरअसल, अल्कोहल इनटेक से शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स नाम के वसा का स्तर लगातार बढ़ने लगता है, जो हार्ट फेलियर का कारण बन जाता है। हृदय को हेल्दी रखने के लिए शराब का सेवन करने से बचें।
लीवर की मदद से शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों को आसानी से डिटॉकस किया जा सकता है। मगर अत्यधिक मात्रा में शराब के सेवन से शरीर में फैटी लीवर, सिरोसिस और कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बना रहता है। ऐसे में शराब को त्यागने से लीवर हेल्दी और स्व्स्थ बना रहता है।
शराब का रोज़ाना सेवन करने से ब्रेन फॉग और फोक्स करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। इससे मोटर स्किल्स स्लो होने लगते है, जिसका असर व्यक्ति की कार्य क्षमता और गुणवत्ता पर भी दिखने लगता है। शराब का सेवन न करने से शरीर में हार्मोन संतुलित होने लगते हैं, जिससे मेंटल हेल्थ को फायदा मिलता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अल्कोहल एंड अल्कोहलिज्म के अनुसार शराब से न केवल स्टमक इंटेसटाइनंस को फोयदा मिलता है बल्कि नींद की गुणवत्ता भी बढ़ जाती है। शराब न पीने से देर तक नींद न आने की समस्या से बचा जा सकता है।
अमेरिकन एडिक्शन सेंटर के अनुसार साल 2020 में 28 वर्ष और उससे अधिक आयु के 12 मिलियन से ज्यादा लोग अल्कोहल यूज़ डिसऑर्डर का शिकार थे। अत्यधिक शराब पीने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव दकखने को मिलता है। रोज़ाना अल्कोहल इनटेक से तनाव बढ़ने लगता है और शरीर पर आत्म.नियंत्रण कम होता चला जाता है। रिसर्च के अनुसार वे लोग जो अचानक से शराब पीना बंद कर देते हैं, उन्हें अल्कोहल विड्रॉल सिंड्रोम का सामना करना पड़ता है।
स्वैटिंग
हार्ट रेट का बढ़ना
हड़बड़ाहट
सिरदर्द की शिकायत
एंग्ज़ाइटी
वॉमिटिंग
हाई ब्लड प्रैशर
एनआईएच के अनुसार अल्कोहल अचानक छोड़ने से शरीर में कई लक्षण नज़र आने लगते हैं। उपचार इस बात से तय होता है कि लक्षण कितने गंभीर हैं। जहां कुछ लोगों का इलाज घर पर किया जा सकता है, तो वहीं कुछ मरीज़ जो सीज़र अटैक से जूझ रहे होते हैं। उन्हें अस्पताल में एडमिट करवाया जाता है। माइल्ड लक्षणों को परिवार की मदद से दूर किया जा सकता है। वे लोग जिनमें गंभीर लक्षण नज़र आने लगते हैं। उन्हें मेडिसिनल डिटॉक्स प्रोग्राम की मदद से ठीक किया जाता है।
1. वॉटर इनटेक बढ़ाने से शरीर को निर्जलीकरण की समस्या से बचाया जा सकता है। ज्यादा पानी पीने से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को दूर किया जा सकता है, जिससे अल्कोहलिज्म से मुक्ति मिल जाती है।
2. संतुलित आहार लेने से शरीर को ज़रूरी पोषक तत्वों की प्राप्ति होने लगती है। ऐसे में दिनभर में थोड़ी थोड़ी देर के अंतराल में भोजन लें। इससे शराब छोड़ने में आसानी होती है।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करें3. किसी भी पसंदीदा स्पोर्टस या अन्य रूचिकर कार्य को करने में समय बिताएं। इससे माइंड को आसानी से डायवर्ट किया जा सकता हैं। दिनभर में कुछ वक्त अपनी फेवरिट एक्टीविटी के लिए अवश्य निकालें।
4. नींद पूरी लेने से माइंड रिलैक्स होने लगता है। इससे बार बार शराब की क्रेविंग से बचा जा सकता है। भरपूर नींद से शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होते हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से दूर रखते हैं।
5. दिन की शुरूआत व्यायाम से करना ज़रूरी है। कुछ देर व्यायाम करने से फिजिकल हेल्थ के साथ मेंटल हेल्थ को भी फायदा मिलता है। इससे कार्य क्षमता और फोक्स दोनों में ही बढ़ोतरी होती है।
ये भी पढ़ें- Migraine Management: माइग्रेन कंट्रोल करना है, तो इन 5 Cs को करें अपने डेली रुटीन और डाइट से बाहर