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Heartburn : हार्ट अटैक से कम नहीं है हार्टबर्न का दर्द, जानिए खराब पाचन से जुड़ी इस समस्या का समाधान

स्मोकिंग और अल्कोहल से हार्टबर्न बेहद तेजी से बढ़ता है। वहीं हार्टबर्न के कारण नियमित दिनचर्या के छोटे-मोटे कार्य करने में परेशानी महसूस होती है और आपका पूरा दिन अस्थाई रह सकता है।
Published On: 5 Oct 2023, 03:30 pm IST
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heartburn ke liye gharelu upaay
हार्टबर्न के समय छाती में जलन और चेस्ट के बीचों बीच दर्द महसूस होने लगता है। चित्र : शटरस्टॉक

आजकल की लाइफस्टाइल जैसे कि वर्क फ्रॉम होम, लांग सिटिंग जॉब, शारीरिक स्थिरता और बाहरी खानपान की वजह से पाचन क्रिया कमजोर और धीमी होती जा रही है। ऐसे में गैस, एसिडिटी, हार्टबर्न, आदि जैसी समस्याएं होना बिल्कुल आम है। इसके साथ नियमित रूप से इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि कॉफी, सॉफ्ट ड्रिंक, टमाटर, चॉकलेट, फैटी और स्पाइसी फूड, हार्टबर्न को ट्रिगर करते हैं। वहीं स्मोकिंग और अल्कोहल से हार्टबर्न बेहद तेजी से बढ़ता है। वहीं हार्टबर्न के कारण नियमित दिनचर्या के छोटे-मोटे कार्य करने में परेशानी महसूस होती है और आपका पूरा दिन अस्थाई रह सकता है।

न्यूट्रीशनिस्ट और हेल्थ टोटल की फाउंडर अंजलि मुखर्जी ने हार्टबर्न को ट्रीट करने के कुछ प्रभावित उपाय बताए हैं। तो चलिए जानते हैं बिना दवाई लिए घरेलू नुस्खों की मदद से इसे कैसे कर सकते हैं ट्रीट (heartburn home remedies)।

पहले समझें क्या है हार्टबर्न

हार्टबर्न की स्थिति में पेट का एसिड रिफ्लक्स होकर फ़ूड पाइप में आ जाता है। जिसकी वजह से छाती में बर्निंग सेंसेशन का अनुभव होता है और पेट के ऊपरी हिस्से में भी जलन महसूस होती है।

heartburn home remedy
नींद में कमी, धैर्य नहीं होना, नींद नहीं आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। चित्र ;शटरस्टॉक।

अब जानें हार्टबर्न को कैसे करना है ट्रीट

1. एप्पल साइडर विनेगर से मिलेगी मदद

हार्टबर्न की स्थिति में एप्पल साइडर विनेगर का इस्तेमाल एक प्रभावी घरेलू नुस्खा साबित हो सकता है। दो चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को एक कप पानी में मिलाएं और इसे पीएं। इस ड्रिंक को खाना खाने के पहले या बेड पर जाने के कुछ देर पहले पीने से हार्टबर्न की स्थिति में मदद मिलेगी। आमतौर पर इसका इस्तेमाल डाइजेस्टिव हेल्थ को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।

2. एलोवेरा जूस

एलोवेरा जूस आपको आसानी से ग्रॉसरी स्टोर पर मिल जाएगा। जिस प्रकार एलोवेरा जेल आपकी त्वचा को सनबर्न से प्रोटेक्ट करता है, ठीक उसी प्रकार एलोवेरा जूस एसिड रिफ्लक्स की स्थिति में कारगर होता है। यदि आपको बार-बार हार्ट बर्न की समस्या होती है, तो नियमित रूप से खाना खाने के पहले आधा कप एलोवेरा जूस पीने की आदत डालें।

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3. शुगर फ्री गम से मिलेगी राहत

सलाइवा एसिड को डाइल्यूट कर देता है, ऐसे में खाना खाने के बाद अधिक मात्रा में सलाइवा का प्रोडक्शन होने से एसिड का उत्पादन सीमित हो जाता है। इसके लिए शुगर फ्री गम के एक स्टिक को लगभग 30 मिनट के लिए चबाएं, यह हार्टबर्न के खतरे को कम करने में मदद करेगा।

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कुछ कम फायदेमंद नहीं है अदरक और निम्बू, इन तरीकों से खुद को रखें स्वस्थ। चित्र शटरस्टॉक।

4. अदरक से मिलेगी राहत

अदरक एंटीऑक्सीडेंट का एक बेहतरीन स्रोत है। इसके फेनोलिक कंपाउंड गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जलन से राहत देने और गैस को कम करने में मदद करते हैं। अदरक एसिड को न्यूट्रलाइज करने में भी मदद करता है। इतना ही नहीं यह उल्टी आने और जी मचलने की स्थिति में भी कारगर होता है। उचित परिणाम के लिए गुनगुने पानी में एक टुकड़ा अदरक और एक चुटकी काला नमक मिलाकर पिएं।

5. पत्ता गोभी का जूस

पत्ता गोभी के सेवन से आपके पेट में एसिड का उत्पादन उत्तेजित हो जाता है। ऐसे में इसे एसिडिटी और हार्टबर्न कि समस्या में एक प्रभावी घरेलू उपचार माना जाता है। आप इसे अपनी नियमित सलाद में शामिल कर सकती हैं, परंतु यदि आप इसके फर्मेंटेड जूस का सेवन कर रही हैं तक डाइजेस्टिव हेल्थ के लिए इससे बेहतर और कुछ भी नहीं है।

6. स्मोकिंग से पूरी तरह परहेज करें

यदि आप स्मोकर है, तो आपको जितनी जल्दी हो सके स्मोकिंग छोड़ देनी चाहिए। स्मोकिंग छोड़ने के बाद आपको अपने एसिड रिफ्लक्स की स्थिति में काफी बदलाव देखने को मिलेगा। जब एसिड रिफ्लक्स की स्थिति स्थिर रहती है, तो हार्टबर्न नहीं होता।

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सिगरेट के धुएं में मौजूद टॉक्सिक पदार्थ आपके हार्टबर्न कारण सकता है। चित्र : एडॉबीस्टॉक

7. खाते वक्त और खाने के बाद इन बातों का रखें ध्यान

खाना खाते वक्त जल्दबाजी करने से बचें। आवश्यकता से अधिक खाना यानी कि ओवर ईटिंग की वजह से पेट पर अधिक भार पड़ता है, जिसकी वजह से भी स्टमक एसिड फ़ूड पाइप में रिफ्लैक्स हो सकती है। ऐसे में हार्टबर्न की स्थिति पैदा होती है। इसके साथ ही खाने के तुरंत बाद पेट के बल या बैठकर सीधा लेट जाना एसिड रिफ्लक्स को ट्रिगर कर सकता है। इसलिए खाने के 2 से 3 घंटे के बाद बेड पर लेटे।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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