Food Poisoning : फ़ूड पॉइजनिंग होने पर जानिए आपको क्या करना है और क्या नहीं करना

संक्रमित भोजन या खराब हो चुके भोजन को खाने से फ़ूड पॉइजनिंग होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। यहां हैं 5 घरेलू उपचार, जो खाद्य विषाक्तता दूर करने में मदद कर सकते हैं।
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फ़ूड पॉइजनिंग के कारण पेट में ऐंठन, दस्त, जी मिचलाना, उल्टी करना, भूख में कमी, हल्का बुखार, कमज़ोरी, सिर दर्द आदि हो सकता है। चित्र : शटरस्टॉक
Published On: 12 Jun 2023, 03:03 pm IST
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गर्मी के दिनों में भोजन के खराब होने की संभावना बढ़ जाती है। इसी वजह से भोजन विषाक्तता (Food Poisoning) की संभावना भी बढ़ जाती है। कभी-कभी खराब या सड़े हुए फल-सब्जी खाने और खुले में रखे फ़ूड, जिन पर मक्खियां भिनभिनाती रहती हैं। इससे भी खाद्य जनित बीमारी या खाद्य विषाक्तता या फ़ूड पॉइजनिंग होने (Food Poisoning Causes) की संभावना बढ़ जाती है। इसके कारण मतली, उल्टी और दस्त भी हो सकता है। फ़ूड पॉइजनिंग को कुछ उपाय अपनाकर ठीक (How can food poisoning be cured) किया जा सकता है।

क्या हैं फ़ूड पॉइजनिंग के लक्षण (Food Poisoning Symptoms)

हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, फ़ूड पॉइजनिंग के कारण पेट में ऐंठन, दस्त, जी मिचलाना, उल्टी करना, भूख में कमी, हल्का बुखार, कमज़ोरी, सिर दर्द आदि हो सकता है। इसके कारण होने वाला दस्त 3 दिनों से अधिक समय तक रहता है। 102°F या उससे अधिक बुखार भी रह सकता है। समस्या अधिक होने पर देखने या बोलने में कठिनाई, डिहाइड्रेशन भी हो सकता है।

डिहाइड्रेशन के कारण मुंह सूखना

डिहाइड्रेशन के कारण मुंह सूखना, कम पेशाब आना या पेशाब न आना यूरीन में खून आना और तरल पदार्थों को लेने में कठिनाई हो सकती है। यह समस्या 1 घंटे से लेकर कई सप्ताह तक रह सकती है। खाद्य विषाक्तता का आमतौर पर घर पर इलाज किया जा सकता (How can food poisoning be cured) है।

यहां कुछ तरीके उपचार में मदद कर सकते हैं (Food Poisoning Treatment)

1 हाइड्रेटेड रहना (Hydration in Food Poisoning)

न्यूट्रीएंट जर्नल में प्रकाशित शोध बताते हैं, अगर फूड प्वाइजनिंग है, तो ठीक से हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है। इलेक्ट्रोलाइट्स वाले हाई स्पोर्ट्स ड्रिंक मददगार हो सकते हैं। फलों का रस और नारियल पानी इलेक्ट्रोलाइट्स और कार्बोहाइड्रेट, दोनों को बहाल कर सकते हैं। यह थकान कम करने में मदद कर सकते हैं। कैफीन से बचें (Avoid Caffeine) । यह पाचन तंत्र को परेशान कर सकता है। कैमोमाइल, पेपरमिंट और सिंहपर्णी (Dandelion) जैसे हर्ब की डिकैफ़िनेटेड चाय पेट को शांत करने में मदद कर सकती है।

2 ओवर-द-काउंटर दवाएं लें (Over The Counter Medicine)

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के अनुसार, लोपेरामाइड और पेप्टो-बिस्मोल जैसी ओवर-द-काउंटर (OTC) दवाएं आपको दस्त का प्रबंधन करने और मतली को दबाने में मदद कर सकती हैं। इन दवाओं का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से जांच करानी पड़ेगी। शरीर फ़ूड पॉइजन से छुटकारा पाने के लिए उल्टी और दस्त का उपयोग करता है। इन दवाओं का उपयोग बीमारी की गंभीरता को कम कर सकता है।

3 डॉक्टर की सलाह से दवाएं लें (Prescription Medications)

हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, खाद्य विषाक्तता के कई मामले अपने आप ही ठीक हो जाते हैं। कुछ लोगों को उनकी बीमारी के लिए जिम्मेदार रोगज़नक़ के आधार पर चिकित्सकीय दवाओं से लाभ हो सकता है। प्रिस्क्रिप्शन दवाएं वृद्ध, कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों, प्रेगनेंट के लिए फायदेमंद हैं। गर्भवती के लिए एंटीबायोटिक ट्रीटमेंट संक्रमण को अजन्मे बच्चे को संचरित होने से रोकने में मदद करता है। एंटीपैरासिटिक दवाएं एल्बेंडाजोल, एंटीबायोटिक एज़िथ्रोमाइसिन दवाएं दी जाती हैं।

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एंटीपैरासिटिक दवाएं एल्बेंडाजोल, एंटीबायोटिक एज़िथ्रोमाइसिन दवाएं ले सकती हैं। चित्र: शटरस्टॉक

4 एंटीटॉक्सिन लें (Antitoxin In Food Poisoning)

सी. बोटुलिनम से होने वाले संक्रमण को मेडिकल इमरजेंसी माना जाता है। जितनी जल्दी हो सके मेडिकल हेल्थकेयर की मदद लें। खाद्य विषाक्तता के गंभीर मामलों में अस्पताल में इंट्रा वेनस डिहाइड्रेशन की जरूरत (How can food poisoning be cured) हो सकती है। फूड प्वाइजनिंग होने पर भरपूर आराम करना चाहिए।

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5 फूड प्वाइजनिंग होने पर क्या खाएं (what to eat in Food Poisoning)

जब तक दस्त और उल्टी समाप्त नहीं हो जाती तब तक ठोस खाद्य पदार्थों का सेवन बंद कर देना चाहिए। आसानी से-पचने वाली चीजें खानी चाहिए। कम वसा वाले खाद्य पदार्थ लें। केले, चावल, दलिया, उबले आलू, उबली हुई सब्जियां, सूप लें

जब तक दस्त और उल्टी समाप्त नहीं हो जाती, आसानी से-पचने वाली चीजें खानी चाहिए।  चित्र : अडोबी स्टॉक

क्या नहीं खाएं (What not to eat in Food Poisoning)

बेहतर महसूस करने के बावजूद कुछ दिनों तक डेयरी उत्पाद, विशेष रूप से दूध और पनीर, वसायुक्त खाद्य पदार्थ, तले हुए खाद्य पदार्थ, चीनी की अधिक मात्रा वाले फ़ूड, चटपटा खाना खाने से बचें। कैफीन, अल्कोहल, निकोटीन आदि लेने से बचें

अंत में 

हमेशा ताज़ा खाने और बैक्टीरिया से इन्फेक्शन की आशंका वाले खाद्य पदार्थ नहीं लेने से फ़ूड पॉइजनिंग से बचाव (Food Poisoning Prevention) हो सकता है।

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लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

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