नेकलाइन रिंकल्स, जिन्हें गर्दन की झुर्रियां या सिलवटों किसी के लिए भी चिंता बढ़ा सकती हैं। अगर ये उम्र से पहले नजर आने लगें तो और भी परेशानी भरी हो सकती हैं। वास्तव में जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारी गर्दन की त्वचा अपनी लोच खो देती है, जिससे बारीक रेखाएं और झुर्रियां बनने लगती हैं। ये काफी हद तक आपके मुंह, आंखों, हाथों और माथे के आसपास होने वाली झुर्रियों के समान हैं। जबकि नेकलाइन्स उम्र बढ़ने का एक स्वाभाविक हिस्सा हैं। हेल्थ शॉट्स के इस लेख में जानते हैं इनका कारण और बचाव के उपाय।
गले की सलवटें यानी नेक लाइन रिंकल्स धूम्रपान, मोटापा, सूरज की रोशनी के अत्यधिक संपर्क और हार्मोनल असंतुलन जैसे जीवनशैली कारकों की भी परिणाम हो सकती हैं। ये नेक लाइन कभी-कभी काफी कम उम्र में भी होने लगती है जिसकी कई और वजह भी है चलिए जानते है इसके कारम और उपायों के बारे में।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार नेक पर झुर्रियों का कारण उम्र बढ़ना, स्किन में लोच का खत्म होना, सूरज के संपर्क में आना होता है लेकिन इसके अलावा अगर कम उम्र में ये समस्या है तो इसका कारण आपकी दिनचर्या हो सकती है। जिसमें आपका दिन भर गर्दन झुकाकर फोन चलाना, कंप्यूटर पर ऑफिस का काम करना, सही स्किन केयर रूटिन को फॉलो नही करना। इसके लिए दिनतर्या में सुधार करना बहुत जरूरी है।
हम अपना ज्यादा समय मोबाइल या कंप्यूटर में ही लगाते है जिससे गर्दन हमेशा झुकी रहती है। गर्दन के झुका रहने के कारण भी ये लाइंस नेक पर आ जाती है। मांसपेशियों को मजबूत करने और गर्दन के रिंकल्स को कम करने के लिए गर्दन के व्यायाम करें। गर्दन का व्यायाम से इस तरह के रिंकल्स को कम करने में मदद मिलती है। अगर आपको पूरे दिन फोन या कंप्यूटर पर काम करना है तो आप बीच-बीच में ब्रेक लें और गर्दन को हिलाएं या घुमाएं।
सूरज की हानिकारक यूवी किरणों के लंबे समय तक और असुरक्षित संपर्क से त्वचा की उम्र बढ़ने में तेजी आ सकती है और कोलेजन और इलास्टिन फाइबर के टूटने का कारण बन सकता है। इस क्षति को फोटोएजिंग के रूप में जाना जाता है और इससे गर्दन पर झुर्रियाँ, महीन रेखाएँ और त्वचा का रंग खराब हो सकता है।
बाहर जाते समय हमेशा अपनी गर्दन और खुली जगाहों पर ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सुरक्षा (यूवीए और यूवीबी) वाला सनस्क्रीन लगाएं। स्कार्फ या हाई-नेक टॉप जैसे कपड़े पहनने से भी गर्दन को धूप के संपर्क से बचाया जा सकता है।
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारी त्वचा नमी बनाए रखने की क्षमता खो देती है, जिससे डिहाइड्रेशन और त्वचा पर सूखापन हो जाता है। नमी की यह कमी गर्दन पर झुर्रियों का कारण बन जाती है।
त्वचा को हाइड्रेटेड रखने और महीन रेखाओं और झुर्रियों को कम करने के लिए अपनी गर्दन को नियमित रूप से मॉइस्चराइज़ करें। स्किन को हाइड्रेट रखने के लिए अच्छे तरहल पदार्थ पिएं और त्वचा पर एक अच्छा मॉइस्चराइज़र क्रिम लगाएं।
जीवन में स्ट्रेस होने के कारण या आपने जीवन में व्यस्त होने के कारण हम ऐसी आदतें आपना लेते है जो स्वास्थ के लिए खराब हो, जैसे धूम्रपान, खराब पोषण, व्यायाम की कमी और अपर्याप्त नींद, समय से पहले बूढ़ा होने और गर्दन पर झुर्रियों के विकास में योगदान कर सकती हैं।
एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं जिसमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और धूम्रपान और अत्यधिक शराब के सेवन से बचना शामिल है। स्वस्थ जीवनशैली को अपना कर आप अपनी गर्दन की झुर्रियों को आसानी से खत्म कर सकते है।
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