पीरियड्स के दौरान पेट के निचले हिस्से में दर्द होना, जी मचलाना, उल्टी आना और कमजोरी महसूस होने जैसी समस्याएं आमतौर पर सभी महिलाओं को होती हैं। खासकर 15 साल से लेकर 30 साल तक की उम्र के बीच की महिलाओं को ऐसी समस्याएं बहुत ज्यादा प्रभावित करती हैं। कुछ के लिए ये कुछ दिन इतने ज्यादा दर्द भरे होते हैं कि उन्हें पेनकिलर का सेवन करना पड़ता है। पर क्या आप जानती हैं कि आपकी रसोई में मौजूद दालचीनी आपको इस समस्या से निजात दिला सकती है! जी हां, आइए जानते हैं पीरियड्स क्रैम्प्स के लिए कैसे करना है दालचीनी (how to use cinnamon for menstrual cramps) का इस्तेमाल।
सालों से दालचीनी का प्रयोग पीरियड में होने वाली समस्याओं से राहत पाने के लिए किया जा रहा है। साथ ही विशेषज्ञ भी इस बात से इनकार नहीं करते हैं और शोध में भी यह बात प्रमाणित हो चुकी है। तो चलिए जानते हैं, पीरियड में किस तरह फायदेमंद हो सकती है दालचीनी।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रसारित एक डेटा के अनुसार दालचीनी पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द, उल्टी, बेचैनी, जी मचलना और डिसमेनोरिया को बिना किसी साइड इफेक्ट के नियंत्रित रखती है। वहीं मेंस्ट्रूअल ब्लीडिंग को भी संतुलित रखने में कारगर है। दालचीनी यंग लड़कियों में डिसमेनोरिया की समस्या का एक प्रभावी और सेफ ट्रीटमेंट है।
मासिक धर्म के दौरान उल्टी आना, जी मचलाना और घबराहट महसूस होना बिल्कुल सामान्य है। ये सभी समस्याएं पीरियड के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण हो सकती हैं। साथ ही कभी-कभी पीएमएस और पीरियड क्रैंप्स भी इसका कारण हो सकते हैं।
ऐसी समस्याओं में दालचीनी प्राकृतिक रूप से आपकी मदद कर सकती है। इसे इस्तेमाल करने का सबसे कारगर तरीका गुनगुने दूध में दालचीनी पाउडर डालकर पीना है। आप इसकी चाय भी बना सकती हैं।
दालचीनी में मौजूद यूजेनॉल पीरियड्स के दौरान उल्टी तथा बेचैनी को बढ़ावा देने वाले हार्मोन को संतुलित रखने में मदद करते हैं।
पीरियड्स में ज्यादातर महिलाएं पेट के निचले हिस्से में असहनीय दर्द महसूस करती हैं। दर्द का मुख्य कारण है पीरियड्स के दौरान रिलीज होने वाला हार्मोन लिपिड जिसे प्रोस्टाग्लैंडीन भी कहते हैं।
ऐसे में दालचीनी की चाय लेने या दालचीनी के तेल से पेट के हिस्सों पर मसाज करने से इन्फ्लेमेशन कम होगी और आपको पीरियड्स पेन से राहत मिलेगी।
दालचीनी की खुशबू पीरियड के दौरान मूड अपलिफ्ट करने में आपकी मदद करेगी। ऐसे में दालचीनी के तेल से अपनी कमर और पेट के निचले हिस्से की मसाज करें। साथ ही इसके फ्लेवर का प्रयोग करके स्मूदी और किसी भी प्रकार का ड्रिंक बना सकती हैं। अपनी डाइट में दालचीनी का फ्लेवर शामिल करें, यह आपको पूरे दिन फ्रेश रखेगा और आप अधिक प्रोडक्टिव महसूस करेंगी।
कई महिलाओं को पीरियड के दौरान काफी ज्यादा ब्लीडिंग होती है। यह न केवल किसी के लिए भी अहसज स्थिति हो सकती है, बल्कि इसके कारण कमजोरी, दर्द और चिड़चिड़ेपन जैसी अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में दालचीनी ब्लड फ्लो को यूट्रस के दूसरी डायरेक्शन में डाइवर्ट कर देती है। जिसकी वजह से फ्लो कम हो जाता है।
अगर आपको ब्लीडिंग ज्यादा होती है, तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार पीरियड शुरू होने से पहले या शुरू होने के बाद दवाइयां जरूर लें। दालचीनी हेवी फ्लाे की स्थिति में आपको राहत दे सकती है, पर यह पूर्ण उपचार नहीं है।
पीरियड्स के दौरान दालचीनी की चाय ले सकती है, यह आपको मेंस्ट्रूअल पेन से आराम पाने में मदद करेगा।
गर्म पानी में दालचीनी पाउडर मिलाकर पी सकती है, यदि चाहे तो इसमें शहद या फिर नींबू का फ्लेवर भी ऐड कर सकती हैं।
दाल और करी के ऊपर दालचीनी पाउडर स्प्रिंकल करें। यह स्वाद बढ़ाने के साथ ही मेंस्ट्रुअल पेन से भी राहत पाने में मदद करेगा, और मूड को भी अच्छा रखेगा।
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