scorecardresearch

मुंह की दुर्गंध से लेकर फटी एड़ियों तक का उपचार हैं पीपल के पत्ते, जानिए कैसे करना है इस्तेमाल

पीपल का वृक्ष सदियों से अपने आयुर्वेदिक गुणों के लिए मशहूर है। पोषक तत्वों से भरपूर ये पेड़ सर्दी जुकाम से लेकर बुखार तक हर स्वास्थ्य संबधी परेशानी को दूर करने में सहायक है। पीपल के पेड़ के पत्तों से लेकर उसकी छाल तक हर चीज़ में गुणों का भण्डार है।
Updated On: 7 Jan 2023, 02:16 pm IST
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
Peepal ki patiyon ke fayde
एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर पीपल फटी एड़ियों से लेकर मौखिक स्वास्थ्य तक हर तरह की परेशानी में काम आने वाली एक औषधि है। चित्र अडोबी स्टॉक

पीपल का पेड़ एक औषधीय वृक्ष की श्रेणी में आता है। शहतूत परिवार मोरेसी से संबंधित पीपल के पेड़ को बड़े पत्ते होने के चलते बो पेड़ यां बोधि वृक्ष के नाम से भी जाना जाता है। पीपल का पेड़ जिसे ब्रॉडलीफ सदाबहार पेड़ कहा जाता है उसके पत्‍तों में ग्‍लूकोज, फेनोलिक, मेनोस समेत कई प्रकार के पोषक तत्व मिलते है। वहीं इसकी छाल में विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर पीपल फटी एड़ियों से लेकर मौखिक स्वास्थ्य तक हर तरह की परेशानी में काम आने वाली एक औषधि है। आइए जानते हैं प्राकृतिक चिकित्सक अनिल बंसल से पीपल के पत्तों के फायदों (Benefits of peepal leaves) से लेकर पोषक तत्वों तक।

बहुत सारे फायदे देती हैं पीपल की पत्तियां

एक वीक(one week) में आप 5 से 6 पीपल की पत्तियों(leaves) को चबाकर खा सकते हैं। वहीं एक गिलास जूस आप एक सप्ताह में एक बार पी सकती हैं। अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी(allergy) या कोई अन्य रोग है, तो डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसका सेवन करें।

Peepal ke patein hai kai bimaariyon mei sahayak

यहां जानिए कैसे करना है पीपल की पत्तियों का अलग-अलग लाभ के लिए इस्तेमाल

1 ओरल हेल्थ के लिए

पीपल का पेड़ दांतों के लिए भी बहुत उपयोगी है। मुंह की दुर्गंध से लेकर दांतों की चमक तक पीपल के पत्तों से तैयार होने वाला तेल हर जगह कारगर साबित होती है। इसमें स्टेरॉयड, फ्लेवोनोइड्स और एल्कलॉइड्स नाम के बायोएक्टिव यौगिक मिलते हैं। जो ओरल हेल्थ(oral health) के लिए एक संजीवनी बूटी का काम करते हैं।

2 हील्स पर लगाएं लेप

गर्मी के मौसम में कई बार स्लीपर्स न पहनने के कारण हमारी एड़ियां फट जाती है, जिनमें मौसम बदलने के साथ ही दर्द और रूखापन(dryness) महसूस होने लगता है। अगर आपकी एड़ियां(ankles) भी फट रही हैं और उसमें से खून बह रहा है यां फिर दर्द हो रहा है, तो आप क्रैक हील्स पर पीपल की पत्तियों के पेस्ट को गुलाब जल में मिलाकर लगाएं, ताकि आपकी एड़ियां जल्द स्वस्थ हो सकें।

 skin rashes me bhi aaram dilati hain peepal ki patiyaan
त्वचा पर रैशिज़ होने लगे है या फोड़े फुसियां निकल रहे हैं, तो पीपल की पत्तियों को तोड़कर उन्हें धो लें और फिर उनका एक पेस्ट बना लें।चित्र : शटरस्टॉक

3 स्किन एलर्जी के लिए

सर्दियों में अक्सर गर्म कपड़े पहनने से कई बार हमें स्किन एलर्जी की समस्या सताने लगती है। स्किन एलर्जी में त्वचा का लाल होना और उस पर बार बार खुजली होना सामान्य लक्षण है। अगर आपकी त्वचा भी सेंसिटिव है और उस पर रैशिज़ होने लगे है यां फिर बालतोड़ यां फोड़े फुसियां निकल रहे हैं, तो पीपल की पत्तियों को तोड़कर उन्हें धो लें और फिर उनका एक पेस्ट बना लें।

अब पेस्ट बनाकर उसे फोड़े फुंसियों यां रैशेज वाली जगह पर अप्लाई करें। इसके इलावा आप पीपल की छाल की राख में नींबू और घी मिलाकर एलर्जी वाले स्थान पर लगाएं आप देंखेगे कि आपकी समस्या अपने आप हल होने लगेगी। इसके अलावा पीपन के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से भी आपकी त्वचा सबंधी समस्याएं अपने आप हल हो जाएंगी।

Pollपोल
स्ट्रेस से उबरने का आपका अपना क्विक फॉर्मूला क्या है?

4 तनाव से मुक्ति के लिए

पीपल की पत्तियां एंटी आक्सिडेंटस से भरपूर होती है। अगर आप इन्हें सप्ताह में एक से दो बार चबाती है, तो इससे न केवल आपको तनाव से मुक्ति मिलगी बल्कि एंटी एजिंग की समस्या भी अपने आप हल हो जाएगी।

5 शरीर को डिटॉक्स करने के लिए

पीपल के पत्तों को उबालकर पानी पीने से शरीर डिटॉक्स हो जाता है और शरीर में जमी गंदगी बाहर आ जाती है। इसे बनाने के लिए पीपल के दो से तीन पत्तों को 250 ग्राम पानी में उबालें और फिर जब वो आधा रह जाए, तो उसे छानकर पी लें। इसे पीने से पहले डॉक्टरी सलाह लेनी बेहद ज़रूरी है।

ये भी पढ़े- कोलेस्ट्रॉल समेत इन 5 समस्याओं में बेहद फायदेमंद है भुनी अलसी का सेवन, इन 7 तरीकों से करें आहार में शामिल

 

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
ज्योति सोही
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

अगला लेख