समय के साथ स्किन का लचीलापन और ग्लो दोनों ही कम होने लगते है। हांलाकि अधिकतर लोग स्किन की इलास्टिसिटी (skin elasticity) को मेंटेन रखने के लिए कई केमिकल युक्त प्रोडक्टस का प्रयोग करते हैं। जो त्वचा करे कई बार नुकसान पहुंचाने का भी काम करती है। दरअसल, स्किन केयर रूटीन (skin care routine) को फॉलो न करने के अलावा स्मोकिंग, शराब का सेवन और अनहेल्दी मील का सेवन भी त्वचा के नुकसान का कारण बन जाता है। ऐसे में त्वचा की रक्षा करने और स्किन को जवां बनाए रखने के लिए कोलेजन की मात्रा को बढ़ाने के लिए 40 के बाद इन फूड्स को डाइट में शामिल करें (Anti ageing foods after 40 )।
उम्र के साथ शारीरिंक अंगों में दर्द और ऐंठन के अलावा स्किन में भी लचीलापन कम होने लगता है। इसके चलते त्वचा में कोलेजन की मात्रा घटने लगती है। आमतौर पर खट्टे फलों और मिनरल्स की मात्रा स्किन में कोलेजन को बढ़ाने में कारगर है। कोलेजन स्किन में पाया जाने वाला एक प्रकार का प्रोटीन है, जिसे स्टरक्चरल प्रोटीन कहा जाता है। जो हमें सब्जियों, फलों समेत कई पौधों से मिलता है। 40 के बाद अगर आप अपनी त्वचा को हेल्दी बनाए रखना चाहते हैं, कोलेजन एक एंटी एजिंग एजेंट के तौर पर मददबार साबित होता है।
आयरन, पोटेशियम और विटामिन से भरपूर अंजीर शरीर को मज़बूती प्रदान करने में मदद करती है। इसमें पाई जाने वाली एंटीऑक्सीडेंटस (anti oxidants) की मात्रा स्किन को ग्लोइंग और हेल्दी बनाती है। इससे त्वचा मुलायम और एजिंग साइंस से मुक्त रहती है। दरअसल, इसमें मौजूद विटामिन ई, ए और सी स्किन में मेलानिन को संतुलित करने में मददगार साबित होता है। अंजीर को आप साबुत और भिगोकर दोनों प्रकार से खा सकते हैं। इसे रोज़ाना अपनी डाइट में शामिल करने से स्किन में कोलेजन का उत्पादन बढ़ने लगता है। जो एजिंग साइंस (ageing signs) से हमें मुक्त बनाए रखता है।
रातभर भिगोकर सुबह ब्रेकफास्ट में बादाम खाने से डेड स्किन सेल्स से मुक्ति मिलती है। इससे स्किन सेल्स की रिपेयरिंग में मदद मिलती है। इसमें पाई जाने वाले एंजी एजिंग प्रापर्टीज़ त्वचा पर समय से पहले दिखने वाली झुर्रियों को कम कर देती है। इससे स्किन की इलास्टिसिटी कायम रहती है। इसमें विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो स्किन के लचीलेपन को बनाए रखता है।
विटामिन ए, सी और के से भरपूर पपीते को खाने से फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद मिलती है। जो स्किन पर फाइन लाइंस और झुर्रियों की समस्या का कम करने में भी मदद करते हैं। नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अनुसार पपीते में पाया जाने वाला पपेन एंजाइम एंटी इंफ्लामेटरी प्रापर्टीज़ से भरपूर है। जो स्किन का एक्सफोलिएट करता है। साथ ही समय से पहले दिने वाले एजिंग के संकेतों की समस्या से भी स्किन की रक्षा करता है।
एनसीबीआई के मुताबिक पालक में मौजूद गुण स्किन को हाइड्रेट और ऑक्सीजनेट करते हैं। विटामिन ए, सी और के से भरपूर पालक स्किन को फर्म और स्मूद बनाता है। साथ ही इससे त्वचा में कोलेजन की मात्रा भी बढ़ने लगती है। इसके सेवन से स्किन पर सूजन और रैशेज की समस्या हल हो जाती है। साथ ही इससे स्किन सेल्स रीजनरेट होने लगते हैं। पालक को डाइट में एड करने से त्वचा के साथ साथ बालों की चमक भी बरकरार रहती है।
हरा धनिया त्वचा में कोलेजन को बढ़ाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार धनिया में लिनोलेनिक तत्व पाया जाता है। जो एंटी एजिंग एजेंट के तौर पर स्किन के टैक्सचर को रिपेयर करने में मददगार साबित होता है। इससे न्यू स्किन सेल्स बनने लगते हैं।
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