40 की होने वाली हैं और स्किन को लेकर चिंतित हैं, तो ये 6 स्किन केयर टिप्स करेंगे आपकी मदद

40 वर्ष के बाद यदि आप सही रूप से त्वचा की देखभाल करती हैं, तो यह लंबे समय तक यंग और ग्लोइंग नजर आती है। वहीं इसके प्रति बरती गई छोटी सी भी लापरवाही से आपकी त्वचा अधिक प्रभावित हो सकती है।
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त्वचा माइक्रोबायोम, जिसे कभी-कभी स्किन फ्लोरा भी कहा जाता है। चित्र : एडॉबीस्टॉक
अंजलि कुमारी Updated: 11 Oct 2023, 14:49 pm IST
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बढ़ती उम्र के साथ शरीर में तमाम बदलाव आते हैं, वहीं इन सभी के साथ स्किन एजिंग भी बिल्कुल सामान्य है। उम्र बढ़ने के साथ त्वचा में कोलेजन का प्रोडक्शन कम हो जाता है और स्किन इलास्टिसिटी भी कम होने लगती है। हालांकि, इस दौरान त्वचा को अधिक देखभाल की आवश्यकता होती है। 40 वर्ष के बाद यदि आप सही रूप से त्वचा की देखभाल करती हैं, तो यह लंबे समय तक यंग और ग्लोइंग नजर आती है। वहीं इसके प्रति बरती गई छोटी सी भी लापरवाही से आपकी त्वचा अधिक प्रभावित हो सकती है। इसलिए 40 की उम्र के बाद अपनी त्वचा का विशेष ध्यान रखें (skin care tips after 40)।

आज हेल्थ शॉट्स आपके लिए लेकर आया है, ऐसे कुछ खास स्किन केयर टिप्स जो बढ़ती उम्र के साथ आपकी त्वचा को यंग और ग्लोइंग बनाए रखेंगे। तो चलिए विस्तार से जानते हैं इन टिप्स के बारे में।

जानें 40 की उम्र के बाद त्वचा का कैसे रखना है ख्याल (skin care tips after 40)

1. सन प्रोटेक्शन है सबसे महत्वपूर्ण

अमेरिकन एकेडमी ऑफ़ डर्मेटोलॉजी के अनुसार नियमित रूप से सनस्क्रीन का इस्तेमाल बेहद महत्वपूर्ण है। यह आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से प्रोटेक्ट करता है और त्वचा पर फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से होने वाले डैमेज को भी रोकता है। सूरज के हानिकारक किरणों की वजह से त्वचा कैंसर सहित समय से पहले एजिंग के निशान जैसे कि फाइन लाइन, रिंकल्स आदि नजर आना शुरू हो जाते हैं।

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इस समय भी आप सनस्क्रीन लोशन लगा सकती हैं। चित्र : अडोबी स्टॉक

बढ़ती उम्र के साथ त्वचा सामान्य उम्र की तुलना में अधिक संवेदनशील हो जाती है और ऐसे में यह त्वचा को अधिक प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए कम से कम 30 एसएफ युक्त सनस्क्रीन को नियमित रूप से त्वचा पर अप्लाई करें। वही बाहर निकलने से पहले 50 से ऊपर के एसएफ का इस्तेमाल करें।

2. हाइड्रेशन का रखें पूरा ध्यान

हाइड्रेशन कई समस्याओं का एक सरल और प्रभावी समाधान है। वहीं बात जब त्वचा की आती है, तो हाइड्रेशन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। यदि आप बढ़ती उम्र के साथ अपनी त्वचा को ग्लोइंग, मुलायम और खूबसूरत रखना चाहती हैं, तो पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर शरीर को हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें। यह स्किन इलास्टिसिटी को मेंटेन रख आपको यंग और यूथफुल ग्लो देता है।

3. आंखों के निचले हिस्से पर ध्यान दें

आंखों का निचला हिस्सा अधिक संवेदनशील होता है, इसलिए उस पर ध्यान देना अधिक महत्वपूर्ण है। बढ़ती उम्र के साथ आंखों के निचले हिस्से पर आसानी से रिंकल्स और फाइन लाइन नजर आने लगते हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ़ डर्मेटोलॉजी के अनुसार इन्हें अवॉइड करने के लिए आंखों के निचले हिस्से को हल्के हाथ से दबाव बनाते हुए मसाज कर सकती हैं। इसके अलावा घरेलू नुस्खे जैसे की बादाम, हल्दी दूध आदि का इस्तेमाल कर इन्हें स्वस्थ रखा जा सकता है। कुकुम्बर स्लाइस और ठंडे टी बैग भी आपकी आंखों को आराम पहुंचाएंगे।

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यहां जानें कुछ प्रभावी DIY अंडर आई क्रीम बनाने की विधि। चित्र : एडॉबीस्टॉक

4. स्वस्थ व संतुलित डाइट है जरूरी

हेल्दी और हाइड्रेटिंग फल, सब्जियां, अनाज, लीन प्रोटीन जैसे खाद्य स्त्रोत आवश्यक पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। यह सभी चीजें एक स्वस्थ व संतुलित त्वचा के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इन खाद्य पदार्थों में कई ऐसे विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो कोलेजन प्रोडक्शन को बूस्ट करते हैं, जिससे कि वातावरणीय प्रदूषण, सूरज की किरणें और केमिकल्स का प्रभाव त्वचा पर काम से कम होता है।

इसके साथ ही बढ़ती उम्र के साथ स्वस्थ खानपान, स्वास्थ्य संबंधी तमाम समस्याओं को संतुलित रखते हैं, जिससे त्वचा स्वास्थ्य भी बनी रहती है।

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5. स्ट्रेस मैनेज करना है जरूरी

अमेरिकन एकेडमी ऑफ़ डर्मेटोलॉजी के अनुसार स्ट्रेस के दौरान शरीर कोर्टिसोल प्रोड्यूस करता है। शरीर में कॉर्टिसोल की अधिकता प्रीमेच्योर एजिंग का कारण बन सकती है। ऐसे में यदि आप 40 के बाद अपनी त्वचा को स्वस्थ व ग्लोइंग रखना चाहती हैं, तो तनाव से जितना हो सके उतना बचने की कोशिश करें। अधिक तनाव आपको समय से पहले बूढ़ा बना सकता है।

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कस्टमाइज़ करें

इसके लिए रिलैक्सेशन तकनीक अपना सकती हैं, जैसे कि मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग, योग आदि यह सभी कोर्टिसोल के स्तर को कम करते हुए त्वचा की सेहत को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा दोस्तों के साथ वक्त बिताएं और अपनी पसंदीदा कार्यों को करें, इससे भी कॉर्टिसोल का स्तर कम होता है।

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स्मोकिंग से पूरी तरह परहेज रखने की कोशिश करें। चित्र शटरस्टॉक।

6. स्मोकिंग है त्वचा की सबसे बड़ी दुश्मन

स्मोकिंग त्वचा संबंधी समस्यायों का सबसे बड़ा कारण है। वहीं बात यदि प्रीमेच्योर एजिंग के फैक्टर की करें तो स्मोकिंग पहले स्थान पर आता है। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण बनता है, जो कोलेजन और इलास्टिक फाइबर को डैमेज कर देते हैं। इसकी वजह से त्वचा पर झुर्रियां आने लगती हैं। स्मोकिंग और पैसिव स्मोकिंग दोनों से परहेज रखना बेहद महत्वपूर्ण है। यह केवल त्वचा के लिए ही नहीं बल्कि आपकी समग्र सेहत के लिए जरूरी है।

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इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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