उमस भरी गर्मी के मौसम में अचानक से डिहाइड्रेशन, थकान और चक्कर आना इस बात की ओर इशारा करता है कि आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी बढ़ रही है। इलेक्ट्रोलाइट्स वो मिनरल्स होते हैं, जो बायोकार्बोनेट के रूप में ब्लड में पाए जाते हैं। तरल पदार्थों की फॉर्म में शरीर में पहुचने वाले ये फ्लूइड बॉडी में वॉटर लेवल और पीएच लेवल को नियमित करने में मदद करता है। इसलिए अच्छे स्वास्थ्य के लिए शरीर में इलैक्ट्राॅलाइट्स का संतुलन होना बहुत जरूरी है। यहां बात करते हैं इलैक्ट्रॉलाइट्स की कमी के संकेतों (signs of electrolyte imbalance) और उसे वापस संतुलित करने के उपायों (How to treat electrolyte imbalance) के बारे में।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक इलेक्ट्रोलाइट्स हमारी डे टू डे लाइफ के लिए बहुत आवश्यक है। इसकी मदद से बुनियादी जीवन के कामकाज में मदद मिलती है। इससे हमारे मसल्स और नर्वस सिस्टम उचित बना रहता है और सुचारू रूप से कार्य भी करता है। सोडियम, पोटेशियम, क्लोराइड, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फॉस्फेट और बाइकार्बोनेट शरीर के लिए ज़रूरी इलेक्ट्रोलाइट्स हैं। इनकी प्राप्ति हमें अपने आहार और तरल पदार्थोंं से होती हैं। शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स के असंतुलित होने से कई समसया बढ़ने लगती हैं।
मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा कहती हैं, कि इलेक्ट्रोलाइट्स एक प्रकार के मिनरल्स होते हैं, जिन्हें बॉडी में मैंटेन करना बहुत ज़रूरी है। शरीर में मौजूद इंटरा सेल्यूलस और एक्सटरा सैल्यूलर को नियंत्रित करने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स की आवश्यकता है।
एमपीडीआई के मुताबिक हमारी बॉडी 60 से लेकर 70 प्रतिशत पानी से बनी होते हैं। इसमें से 40 प्रतिशत पानी सेल्स में मौजूद होता है। जो हमारे जीवन को बनाए रखने के लिए एक आवश्यक कारक साबित होता है। पानी में मिनरल्स, अमीनो एसिड, विटामिन, ग्लूकोज और इलेक्ट्रोलाइट्स घुले होते है। इससे शरीर के होमियोस्टैसिस को नियंत्रित किया जा सकता है।
शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी के चलते आपको मसल्स में ऐंठन और कमज़ोरी का अनुभव होने लगता है। पोषक तत्वों की कमी के चलते शरीर में इस प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। जर्नल ऑफ इंटरनेशनल सोसासटी ऑफ न्यूटरीशन के मुताबिक पोटेशियम क्लोराइड और फासफोरस की कमी के चलते मांसपेशियों में दर्द महसूस होती है। इस समस्या को दूर करने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स इनटेक बेहद ज़रूरी है।
अक्सर गर्मी के मौसम में रूखे होठों की समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में होंठों पर स्किन की एक लेयर जम जाती है, जो शरीर में पानी की कमी का संकेत देते हैं। इससे लिप्स में क्रैक आने लगते हैं और ब्लीडिंग भी हो सकती है। ऐसे में लीप्स को मुलायम बनाने के लिए होम रेमिडीज़ के अलावा वॉटर इनटेक बेहद ज़रूरी है। तरल पदाथों का सेवन स्किन में मौजूद रूखेपन को दूर कर देता है।
अगर आपको पेट में ऐंठन और दर्द होने लगता है, तो इसका मतलब है कि शरीर में मिनरल्स की कमी बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में नमक चीनी का घोल या ओआरएस अवश्य लेना चाहिए। इसे आप पाउडर या लिक्विड किसी भी फॉर्म में ले सकते हैं। इससे शरीर स्वस्थ रहता है और आप लूज़ मोशन की समस्या से बच जाते हैं।
इस बारे में डॉ अदिति का कहना है कि शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी का असर व्यक्ति के व्यवहार पर भी दिखने लगता है। सोडियम की कमी होने से व्यक्ति अजीबो गरीब व्यवहार करने लगता है। ऐसे में आप या तो पास्ट में चले जाते हैं या फिर किसी और दुनिया की बातें करने लगते हैं। मेंटल हेल्थ को प्रभावित करने वाले इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन बेहद ज़रूरी है।
अगर आप अपनी बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस करना चाहती हैं, तो इसके लिए प्यास लगने पर पानी अवश्य पीएं। इसके अलावा वर्कआउट से दो घंटे पहले दो कप तरल पदार्थ पीएं। वहीं एक्टिविटी के दौरान 15 से 20 मिनट के अंतराल में 1 से 2 कप पानी पीना चाहिए। इससे शरीर में निर्जलीकरण की समस्या हल हो जाती है।
इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर आहार का सेवन करें, ताकि आपका शरीर सही प्रकार से फंक्शन कर सके। मौसमी फलों और सब्जियों को डाइट में एड करें।
गर्मी के मौसम में खुद को हमेशा हाइड्रेशन रखें। दिनभर में जब भी प्यास लगे पानी अवश्य पीएं।
नारियल पानी का सेवन भी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा कर देता है। इससे शरीर में एनर्जी महसूस होती है।
थकान महसूस होने पर पानी में नमक और नींबू मिलाकर पीएं। नियमित तौर पर इसका सेवन आपके शरीर में पानी की कमी की समस्या को दूर करता है।
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