नवजात शिशु के स्वास्थ्य के साथ साथ स्किन और बालों को ध्यान रखना भी ज़रूरी है। जन्म के 2 से 3 महीनों के भीतर कुछ बच्चों के स्कैल्प पर एक पीली परत नज़र आने लगती हैं। जहां कुछ न्यू मॉम्स इसे देखकर डर जाती हैं, तो कुछ आसानी से इसे डील भी कर लेती है। इस परत को क्रैडल कैप कहा जाता है। अतिरिक्त सीबम के प्रोडक्शन के कारण स्कैल्प पर जमने वाली इस लेयर को दूर करने के लिए लोग कई चीजों का प्रयोग करते हैं। इसके अलावा कई बार क्रैडल कैप अपने आप भी निकल जाती है। जानते हैं कि क्रैडल कैप (Cradle cap) क्या है और इसे रिमूव करने के लिए किन टिप्स को करें फॉलो।
इस बारे में चाइल्ड एंड न्यू बॉर्न स्पेशलिस्ट एमबीबीएस, डॉ अभिषेक नायर के अनुसार शिशु के स्कैल्प पर नज़र आने वाली हल्के पीले रंग की पपड़ी को क्रैडल कैप कहा जाता है। इसे इनफेन्टाइल सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस कहा जाता है। जो अधिकतर शिशुओं के स्कैल्प पर दिखता है। कई बार परिवार के किसी व्यक्ति को एलर्जी की शिकायत होना भी इस समस्या की संभावना को बड़ा देता है।
क्रैडल कैप (Cradle cap) अक्सर 3 सप्ताह से लेकर 12 महीने की उम्र के बीच बच्चों के स्कैल्प पर रहता है। रूसी के समान दिखने वाली क्रेडल कैप का रंग हल्का पीला और भूरा होता है। एनसीबीआई के रिसर्च के अनुसार क्रैडल कैप (Cradle cap) मेटरनल सर्कुलेटिंग हार्मोंस के कारण बनती है। इसमें सेबेशियन ग्लैण्डस यानि वसामय ग्रंथियां सीबम प्रोडयूस करती हैं। इससे स्कैल्प पर एक तेल जैसा पदार्थ चिपक जाता है। सीबम का ओवर प्रोडक्शन क्रैडल कैप का कारण बन जाता है। इसके चलते बच्चे सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस का शिकार होते है।
एंटी माइक्रोबियल गुणों से भरपूर नेचुरल ऑयल्स को डॉक्टर की सलाह के बाद बालों में लगाएं। इससे बालों में जमी पीले रंग की क्रेडल कैप को आसानी से रिमूव किया जा सकता है। बादाम, आंवला और नारियल के तेल की दो से तीन बूंद लेकर हल्के हाथों से बालों में अप्लाई कर दें। इससे बालों में जमी क्रेडल कैप (Cradle cap) अपने आप रिमूव होने लगती है।
कुछ लोग बच्चों के बालों के बीचों बीच जमी क्रेडल कैप की परत को उतारने का प्रयास करने लगते हैं। इसके लिए हेयरवॉश एक आसान उपाय है। दरअसल, बालों के गीला होते ही क्रेडल कैप अपने आप धीरे धीरे निकलने लगती है। इसके लिए माइल्ड बेबी शैम्पू प्रयोग कर सकते हैं, जिससे स्किन क्लीयर होने लगती है।
क्रेडल कैप (Cradle cap) को निकालने में गुनगुना पानी भी मददगार साबित होता है। इसके लिए एक बाउल में गुनगुना पानी लें और उसमें कॉटन के कपड़े को डिप करके स्कैल्प पर लगाएं। इससे बालों में मौजूद पपड़ी अपने आप पिघल कर क्लीन होने लगती है। आप रोज़ाना इस प्रकार से शिशु के बालों को क्लीन कर सकते है।
अगर शिशु के बालों में लंबे वक्त तक क्रैडल कैप (Cradle cap) बनी हुई है, तो उस पर एंटी फंगल क्रीम को भी अप्लाई करें। इससे सिर में जमा पपड़ी धीरे धीरे एतरने लगती है। नाखूनों या कंघी से बच्चों की स्कैल्प पर मौजूद क्रैडल कैप को उतारने की कोशिश न करें। इससे बच्चे के स्कैल्प पर घाव होने का भी खतरा रहता है।
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