लॉग इन

डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रख सकता है खाना खाने के बाद सिर्फ 5 मिनट टहलना, यहां जाने कैसे

क्या सच में खाने के बाद 5 से 10 मिनट टहलने से ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद मिलती है। यहां जाने इसपर क्या कहता है शोध।
खाने के बाद टहलने की आदत शरीर में ब्लड ग्लूकोस के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करती हैं। चित्र शटरस्टॉक।
अंजलि कुमारी Updated: 23 Oct 2023, 09:02 am IST
ऐप खोलें

दिन प्रतिदिन लोगों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ता जा रहा है। इसके लिए कोई और नहीं आप खुद जिम्मेदार हैं। गलत लाइफ़स्टाइल, खान-पान के प्रति लापरवाही बरतना और शारीरिक रूप से स्थिर रहने से डायबिटीज के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की समस्याएं होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में आप जितनी जल्दी इन्हें समझकर इनमे सुधार कर लें उतना ही अच्छा है। अन्यथा यह आदतें आगे चलकर आपके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकती है।

आपने अक्सर सुना होगा डायबिटीज और हार्ट के मरीजों को एक्सरसाइज और योग जैसी गतिविधियों में भाग लेने की सलाह दी जाती है। यह पूरी तरह वैद्य है। खाने के बाद कुछ देर टहलने से ब्लड शुगर लेवल और हार्ट हेल्थ पर होने वाले प्रभाव को लेकर एक स्टडी की गई। स्टडी में कई सकारात्मक पहलू दिखाई दिए हैं। तो आइए जानते हैं, क्या सच में खाने के बाद 5 से 10 मिनट टहलने से ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद मिलती है (short walk for diabetes)। साथ ही क्या यह सच में हार्ट हेल्थ को संतुलित रखने में मदद करता है। यदि हां! तो जानेंगे आखिर यह कैसे काम करता है।

जानिए क्या कहता है अध्ययन

स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार खाने के बाद टहलने की आदत हार्ट हेल्थ को संतुलित रखने के साथ हीं, शरीर में ब्लड ग्लूकोस के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करती हैं।

वहीं रिसर्च की माने तो खाने के बाद 2 से 5 मिनट की शॉर्ट वाकिंग भी ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन लेवल को संतुलित रखने में मदद करती है।

जानिए आपके लिए कितना फायदेमंद है खाना खाने के बाद टहलना। चित्र शटरस्टॉक।

रिसर्च के लिए दो ग्रुप को अलग-अलग हिस्सों में बांट दिया गया। खाने के कुछ देर के बाद उसमें से एक ग्रुप को खड़ा रहने तो दूसरे ग्रुप को वॉक करने के लिए कहां गया। हर 20 से 30 मिनट के बाद उन्हें 2 से 5 मिनट के लिए अपनी गतिविधियों में भाग लेना था। वहीं जिनपर रिसर्च किया गया उन व्यक्तियों में से कुछ व्यक्ति को डायबिटीज तो कुछ प्रीडायबिटीज की स्थिति में शामिल हो चुके थें। वहीं कुछ ऐसे भी लोग थें जिन्हें डायबिटीज से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या नहीं थी।

अध्ययन के अनुसार डायबिटीज और प्रीडायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों के ब्लड शुगर लेवल में सुधार देखने को मिला। वहीं खाने के बाद आम लोगों का भी ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है, ऐसे में वॉक डायबिटीज को उनके नजदीक आने से रोकता है।

यह भी पढ़ें : ब्लड शुगर लेवल को रखना है कंट्रोल, तो डायबिटीज के मरीज इस तरह करें अपनी दिनचर्या की शुरुआत

खाने के कितने देर बाद तक कर सकते हैं वॉक

रिसर्च की माने तो खाने के 60 से 90 मिनट के बीच का समय वॉक करने के लिए सबसे अच्छा होता है। क्योंकि इस दौरान ब्लड शुगर लेवल का स्तर सबसे ज्यादा बढ़ा हुआ होता है। ऐसे में इस समय काल के दौरान टहलने से डायबिटीज से लेकर हार्ट हेल्थ तक सेहत को कई सारे फायदे मिलते हैं।

सेहत को मिलते हैं कई अन्य फायदे

डायबिटीज की स्थिति में ब्लड शुगर लेवल के स्तर में होने वाला बदलाव सेहत को कई अन्य रूप से प्रभावित कर सकता है। जैसे कि यह दिल से जुड़ी समस्याएं, किडनी और लीवर फेलियर से लेकर हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक का कारण बन सकता है।

ऐसे में रिसर्च की माने तो खाने के बाद कुछ देर टहलने से आप अपने ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने के साथ ही अपने पाचन क्रिया की समस्याएं जैसे गैस और ब्लोटिंग से दूर कर सकती हैं।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

इसके साथ ही रिसर्च कहता है, कि खाने के बाद जब बॉडी मूव करती है, तो खाना पचाने में आसानी होती है और यह पाचन क्रिया के लिए भी हेल्दी होता है।

डायबिटीज और स्ट्रेस भी हैं एक दूसरे से कनेक्टेड। चित्र अडोबीस्टॉक

डायबिटीज और स्ट्रेस भी हैं एक दूसरे से कनेक्टेड

रिसर्च में सामने आया कि खाना खाने के बाद टहलने से स्ट्रेस हार्मोन जैसे कि एड्रेनालाईन और कॉर्टिसोल कम होते है। जिसकी वजह से मानसिक स्वास्थ्य को इंप्रूव होने में मदद मिलती है। वहीं डायबिटीज हो या अन्य बीमारियां सभी का असर आपके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसके साथ ही यदि आप मानसिक रूप से तनावग्रस्त हैं या एंजाइटी डिप्रेशन जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं, तो यह आपके डायबिटीज और हार्ट हेल्थ के खतरे को बढ़ा देता है।

ऐसे में खाने के बाद वॉक करने से स्ट्रेस रिलीज करने में मदद मिलेगी। जो एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी स्थिति के लिए भी अच्छा है। इसके साथ ही आपको पर्याप्त नींद प्राप्त करने में भी मदद मिलती है।

यह भी पढ़ें : दालचीनी से लेकर लैवेंडर तक, जानिए कैसे करना है स्किन केयर में हर्ब्स का इस्तेमाल

अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

अगला लेख