आम का नाम सुनते ही उसका रिफ्रेशिंग स्वाद मुंह में घुल जाता है। नेचुरल शुगर से भरपूर आम से यूं तो शेक से लेकर अचार तक कई रेसिपीज़ को तैयार किया जाता है। मगर हर आम इंसान के दिल में अपना खास स्थान रखने वाला ये आम फल अपनी मैंगो लस्सी (mango lassi) रेसिपी के साथ दुनिया के 16 डेयरी पेय पदार्थों की सूची में पहले स्थान पर आया है। 2023- 24 के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा ऑनलाइन गाइड टेस्ट एटलस अवार्ड (Tasteatlas awards) की इस दौड़ में पंजाबी लस्सी, मीठी लस्सी, नमकीन लस्सी, भांग लस्सी और पुदीना लस्सी भी शामिल थे। मगर उत्तर भारत का यह लोकप्रिय पेय सर्वश्रेष्ठ डेयरी प्रोडक्ट के खिताब से नवाज़ा गया है।
इस रेस में पंजाबी लस्सी (Punjabi lassi) चौथे स्थान पर रही और स्वीट लस्सी (sweet lassi) को पांचवा स्थान हासिल हुआ। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ डेयरी पेय पदार्थों में तीन अवार्ड अलग अलग किस्म की लस्सी को मिले। इससे इस बात का अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि पंजाब की इस खास रेसिपी को चाहने वाले केवल पंजाब या भारत तक ही सीमित नहीं है बल्कि उनकी संख्या दुनियाभर में मौजूद है।
1. लस्सी एक ऐसा पारंपरिक पेय है, जिसे खाने के साथ या बाद में सर्व करने की प्रथा है। लस्सी मीठी और नमकीन दो प्रकार की होती है। इसमें अलग-अलग खाद्य पदार्थों की गुडनेस एड करके उसे हेल्दी और पौष्टिक बनाया जाता है। पारंपरिक तौर पर लस्सी बनाने के लिए मिट्टी के बर्तन और लकड़ी की बिलौवनी का इस्तेमाल किया जाता है।
2. गर्मियाें में जब आम बहुतायत में होते हैं, तब दूध की लस्सी में आम एड करके आम की लस्सी बनाई जाती है। मैंगो लस्सी ये पेय पदार्थ शरीर को एनर्जी से भरपूर और हाइड्रेट रखता है। इसे दूध और दही के कॉम्बीनेशन से तैयार किया जाता है। लस्सी केवल भारतीयों की ही नहीं बल्कि दुनियाभर में लोगों की पहली पंसद बन चुकी है।
3. लस्सी की शुरूआत भारत के पंजाब राज्य में हुई। यहां की गर्म और शुष्क जलवायु के चलते शरीर को ठण्डा रखने के लिए लस्सी तैयार करने का चलन आरंभ हुआ। सदियों से चिलचिलाती गर्मी में खेतों में काम करने वाले किसान लू लगने की समस्या से बच पाते हैं।
1. लस्सी को दही, पानी, चीनी या फिर नमकीन लस्सी (namkeen lassi) बनाने के लिए जीरा पाउडर व सादा नमक मिलाकर तैयार किया जाता है। दही में पानी मिलाकर दही को हाथ से चर्न किया जाता है, जिससे दही पानी में मिलकर फ्रोथ क्रिएट होती है। इसका स्वाद बढ़ाने के लिए मसालों को एड किया जाता है।
2. लस्सी एक पारंपरिक दक्षिण एशियाई पेय पदार्थ है जो खासतौर से उत्तर एवं पश्चिम भारत में बेहद लोकप्रिय है। 16 वीं शताब्दी में लस्सी का स्वाद यूरोपीय यात्रियों और व्यापारियों ने भी चखा। उन्होंने न केवल इसे तैयार करने की विधि जानी बल्कि अपने साथ अपने देश भी लेकर लौटे।
3. पजांब में लस्सी को सर्व करने के लिए बड़े गिलासों का प्रयोग किया जाता है, जिसमें आम गिलासों की तुलना में दो गिलास लस्सी आ जाती है। इसे पीने के बाद घंटों तक भूख और प्यास दोनों ही नहीं सताते हैं।
4. पंजाब (Punjab) के अलावा हरियाणा (Haryana), उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) और मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भी इस देसी पेय पदार्थ को पीने का चलन है। नाश्ते के साथ लस्सी के गिलास को परोसा जाता है। जो पाचनतंत्र को मज़बूती प्रदान करता है।
इस लोकप्रिय ड्रिंक में विटामिन, मिनरल और फाइबर की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसमें पाए जाने वाले बायोएक्टिव कंपाउंड (Bioactive compound) गट हेल्थ को बूस्ट कर शरीर को कई समस्याओं के खतरे से बचाने में मदद करते हैं। अवार्ड के लिए दुनियाभर से कुल 16 ड्रिंक्स को चुना गया, जिसे भारत की मैंगों लस्सी 4.7 की रेटिंग लेकर पहले पायदान पर आई। इसे डाइजेशन मज़बूत होता है और शरीर में हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) की कमी से भी बचा जा सकता है।
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कस्टमाइज़ करेंआम दो कप
दही दो कप
इलायची पाउडर 1 छोटा चम्मच
ब्राउन शुगर 1/2 चम्मच
कटे हुए काजू 1 चम्मच
कटे हुए बादाम 1 चम्मच
कटा हुआ पिस्ता 1/2 चम्मच
केसर की तार 3 से 4
इसे बनाने के लिए सबसे पहले आम को धोकर छील लें और अब उसके छोटे छोटे टुकड़ें कर लें।
आम के टुकड़ों को ब्लैंडर में डालें और उसका थिक पेस्ट तैयार कर लें। उसकी प्यूरी तैयार होने के बाद आइस क्यूब्स एड करें।
अब पेस्ट में दही को एड कर दें। अगर दही ज्यादा गाढ़ा है, तो साथ में आधा गिलास पानी मिलाएं।
दही और पानी को पेस्ट के साथ मिलाकर ब्लैण्ड करने से स्वादिष्ट लस्सी तैयार हो जाती है।
इसमें फ्लेवर एड करने के लिए पहले से एक चम्मच दूध में भिगोकर रखें केसर को क्रा करके लस्सी में मिलाएं।
इसके अलावा कटे हुए काजू, बादाम और पिस्ता से गार्निश करके लस्सी को सर्व करें।
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