नींद न आने की समस्या से निपटने के लिए इन 4 पोस्ट डिनर योगासनों का करें अभ्यास
तन और मन को मज़बूती प्रदान करने के लिए लोग नियमित तौर पर योगाभ्सास करते हैं। सुबह उठकर कुछ देर योगाभ्यास करना जहां शरीर को दिनभर फुर्तीला बनाए रखता है, तो वहीं रात को खाना खाने के बाद योग करने से पाचनतंत्र को मज़बूती प्राप्त होती है। डिनर करने के बाद शरीर को हेल्दी बनाए रखने के लिए लोग कई योगासनों को नियमित तौर पर करते हैं। इससे डाइजेशन को मज़बूती मिलती है। साथ ही नींद न आने की समस्या भी हल हो जाती है। जानते हैं पोस्ट डिनर के बाद वो कौन से योगासन हैं, जो शरीर को हेल्दी बनाने में मदद करते हैं (Post dinner yoga poses for better sleep)।
योग एक्सपर्ट भावना जपत्यानी के अनुसार खाना खाने के बाद कुछ देर योगासन करने से डाइजेशन को मज़बूती मिलती है और नींद न आने की समस्या हल हो जाती है। इससे आंतों में खाना डाइजेस्ट होकर जूस की फॉर्म में आ जाता है, जिससे पूरा शरीर को फायदा मिलता है। रात के वक्त ज्यादा स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ करने से बचाना चाहिए। योग करने के लिए शाम 7 बजे के बाद खाना खाने से बचना चाहिए।
जानें पोस्ट डिनर कौन से योगासन है फायदेमंद
1. वज्रासन (Thunderbolt pose)
शरीर को स्ट्रेच करने के लिए वज्रासन का अभ्यास फायदेमंद है। घुटनों के बल किए जाने वाले इस योगासन को करने से पेट की मांसपेशियों में खिंचाव आने लगता है, जिससे पाचनतंत्र को मज़बूती मिलती है। साथ पैरों में होने वाली सूजन व ऐंठन से भी मुक्ति मिल जाती है। खाना खाने के बाद इस योगासनों का अभ्यास फायदेमंद साबित होता है।
जानें वज्रासन को करने की विधि
इसे करने के मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों घुटनों को मोड़कर बैठें और आंखें बंद कर लें।
अब दोनों टांगों को आपस में जोड़ लें और हिप्स को एड़ियों पर टिकाकर बैठ जाएं।
कमर और गर्दन को एकदम सीधा रखें और दोनों हथेलियों को थाइज़ पर रख लें।
गहरी सांस लें और छोड़ें। अपना ध्यान पूरी तरह से सांस पर ही केंद्रित रखें।
3 से 5 मिनट तक इसी मुद्रा में बैठें और फिर शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
2. ताड़ासन (Mountain pose)
शरीर में एनर्जी का स्तर बनाए रखने में ताड़ासन बेहद फायदेमंद है। इसके नियमित अभ्यास से शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है और ब्लड सर्कुलेशन भी नियमित होने लगता है। ताड़ासन की मदद से शरीर में जमा अतिरिक्त कैलोरीज़ भी बर्न होने लगती है।
जानें ताड़ासन को करने की विधि
इस योगासन को करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और दोनों बाजूओं को उपर की ओर खींचें।
अब दोनों एड़ियों को उपर की ओर उठाएं। पीठ को सीधा रखें, फिर गहरी सांस लें और धीरे धीरे सांस को छोड़े।
योगाभ्यास के दौरान घुटनों को मोड़ने से बचें और दोनों हाथों को नमस्कार की मुद्रा में ले आएं।
ताड़ासन को करने के लिए पहलेपहल संतुलन बनाए रखने के लिए किसी दीवार या दरवाजे़ का सहारा भी ले सकते हैं।
30 सेकण्ड से लेकर 1 मिनट तक इस मुद्रा में रहने के बाद शरीर का रिलैक्स करें।
3. पवनमुक्त आसन (Gas release pose)
शरीर को ब्लोटिंग, कब्ज और अपच की समस्या से बचाने के लिए पवनमुक्त आसन का अभ्यास अवश्य करें। इसे करने के से पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। इससे शरीर में जमा गैस अपने आप रिलीज़ हो जाती है।
जानें पवनमुक्त आसन को करने की विधि
सबसे पहले मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। अब दोनों टांगों को घुटनों से मोड़ते हुए छाती के नज़दीक लेकर आएं।
गहरी सांस लें और चिन को घुटनों से छूने का प्रयास करें। अब सांस को छोड़ें और टांगों से छाती पर दबाव को बनाकर रखें।
गर्दन को भी उपर की ओर उठाएं और 1 मिनट तक इसी मुद्रा में बने रहें। इस योगासन में दोनों बाजूओं से टांगों को कसकर पकड़ें।
अब शरीर को ढ़ीला छोड़ दें और मैट पर कुछ देर के लिए लेट जाएं।
4. विपरीत करणी आसान (legs up the wall pose)
इस योगासन को रात को खाना खाने के कुछ घंटों बाद करना फायदेमंद होता है। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन नियमित होने लगता है और खाना पचाना भी आसान हो जाता है। इसे नियमित तौर पर करने से रीढ़ की हड्डी को भी मज़बूती मिलने लगती है।
जानें विपरीत करणी आसान को करने की विधि
इस योगासन को करने के लिए किसी दीवार को सहारा लेकर सिर के बल लेट जाएं और टांगों को उपर की ओर रखें।
अब दोनों घुटनों को एकदम सीधा रखें और हिप्स को दीवार से सटाकर रखें। दोनों एड़ियों से दीवार को छूएं।
चाहें, तो सिर के नीचे कोई तकिया रख सकते हैं, जिससे शरीर का संतुलन बना रहता है।
शरीर के स्टेमिना के अुनसार इस योगासन का अभ्यास करें और फिर टांग्गे नीचे ले आएं और कुछ देर के लिए रेस्ट करें।
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