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वेट लॉस की योजना बना रही हैं, तो ग्लूटेन को करें अपने आहार से दूर करें, हम बता रहे हैं कारण 

हालांकि ग्लूटेन सभी को नुकसान नहीं देते। पर अगर आप वेट लॉस की योजना बना रहीं हैं, तो डाइट में से ग्लूटेन को कट करना फायदेमंद हो सकता है। 
ग्लूटेन एलर्जी से आंत में  सूजन, यहां तक कि सीलिएक रोग सहित ऑटो-इम्यून सिंड्रोम भी हो जाते हैं। चित्र : शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Updated: 8 Oct 2022, 14:46 pm IST
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हाल के वर्षों में ग्लूटेन की चर्चा बहुत अधिक बढ़ी है। ज्यादातर लोग यह सोचते हैं कि हमें इससे बचना चाहिए। दरअसल कुछ लोग ग्लूटेन के प्रति संवेदनशील होते हैं। वे जब अपनी डाइट से ग्लूटेन को हटाते हैं, तो उन्हें ग्लूटेन के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं नहीं होती हैं। इससे वे मानसिक स्तर पर भी बेहतर महसूस करते हैं। यह जरूरी नहीं है कि ग्लूटेन हर व्यक्ति के लिए नुकसानदेह हो। पर यह जानना जरूरी है कि क्या ग्लूटेन युक्त आहार आपके मोटे होने (does gluten make you fat) के लिए जिम्मेदार है? या क्या ग्लूटेन के और भी स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं? यह जानने के लिए हमने बात की पोषण विशेषज्ञ डॉ. मधु राय से। 

पहले समझिए क्या है ग्लूटेन

डॉ. मधु कहती हैं, “ग्लूटेन प्रोटीन का एक समूह है, जो आमतौर पर गेहूं, जौ और राई में पाया जाता है। यह बाइंडर है जो ब्रेड, पास्ता और कई दूसरे खाद्य पदार्थों को आकार देने में मदद करता है। इसे ग्लू या गोंद की तरह समझा जा सकता है। यह ब्रेड और पास्ता के अलावा, बेक्ड फ़ूड, सूप, सॉसेज, बीयर, पिज़्ज़ा आदि में भी पाया जाता है।

शरीर को कैसे प्रभावित करता है ग्लूटेन 

हम सभी की पाचन प्रक्रिया समान होती है। ग्लूटेन हमारे शरीर को कैसे प्रभावित करता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि हमें इसके प्रति संवेदनशीलता है या नहीं। जब हम ग्लूटेन युक्त आहार का सेवन करते हैं, तो हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम इसे अलग-अलग टुकड़ों में तोड़ देता है। 

एक पीस जिसे ग्लियाडिन (Gliadin) कहा जाता है, यह पचाया नहीं जा सकता। यही वह कारक है, जो ग्लूटेन संवेदनशीलता (Gluten Sensitivity) वाले लोगों में समस्या का कारण बनता है। जो ग्लूटेन के प्रति संवेदनशील नहीं होते हैं, उनके शरीर से यह बिना किसी समस्या के बाहर निकल आता है। 

ग्लूटेन के प्रति संवेदनशीलता जब अधिक हो जाती है, तो यह सीलिएक रोग कहलाती है। ऐसे लोगों के लिए ग्लियाडिन एक विशिष्ट एंजाइम के साथ प्रतिक्रिया कर ट्रांसग्लूटामिनेज (Transglutaminase) बना देता है। यह प्रतिक्रिया ऑटोइम्यूनिटी (Autoimmunity) के कारण बनती है। इससे शरीर में कई तरह की स्वास्थ्य समस्या होने लगती है।

वजन बढ़ने का कारण बन सकता है ग्लूटेन 

जो लोग ग्लूटेन के प्रति संवेदनशील नहीं हैं, वे ग्लूटेन खा सकते हैं। लेकिन उन्हें कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। ग्लूटेन अक्सर उन खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, जिनमें कार्ब्स की मात्रा अधिक होती है। यदि आप वेट लॉस की योजना बना रही हैं, तो ग्लूटेन आपके आहार के एक बड़े हिस्से के रूप में फिट नहीं हो सकता है।

 हाई ग्लूटेन वाले खाद्य पदार्थ अनहेल्दी भी हो सकते हैं

आप अपने ग्लूटेन की खपत को कई अलग-अलग खाद्य पदार्थों में बांट कर ले सकती हैं। अधिक मात्रा में सेवन करने पर हाई ग्लूटेन वाले खाद्य पदार्थ अस्वास्थ्यकर भी हो सकते हैं।

ग्‍लूटेन फ़ूड की बजाय ग्लूटेन फ्री डाइट लें। चित्र: शटरस्‍टॉक

आप ग्लूटेन के प्रति संवेदनशील हों या नहीं, लेकिन इसे पचाना शरीर के लिए कठिन हो सकता है।  इसलिए ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थों को लेने के साथ सभी के लिए  कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है।

वेट लॉस पर हैं और ग्लूटेन ले रहीं हैं, तो इन बातों का रखें ध्यान 

1 पचाने वाले एंजाइम लें

शरीर को ग्लूटेन के सभी घटकों को तोड़ने में कुछ समय लगता है।  इसलिए भोजन के साथ एक पाचक एंजाइम पूरक लेने से मदद मिल सकती है।

2 ठीक से चबाएं

खाने पर मुंह में लार आने के साथ पाचन शुरू हो जाता है। सही ढ़ंग से चबाने पर  भोजन को तोड़ने में मदद मिलती है। निगलने से पहले कम से कम 30  बार चबाना चाहिए।

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3 अधिक पानी पिएं

दिन भर में कई बार पानी पियें।

ग्लूटेन फ़ूड लेने के बाद खूब पानी पीएं । चित्र: शटरस्टॉक

हाइड्रेटेड रहें। इससे ग्लूटेन को पचने में मदद मिलती है।

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स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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