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आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की मदद से फ्रिजी बालों की समस्या को इस तरह करें हल

बालों में रूखापन बढ़ने से स्प्लिट एंड्स और हेयरफॉल की समस्या बढ़ने लगती हैं। ऐसे में आयुर्वेद की मदद से बालों को दोबारा मज़बूत बनाया जा सकता है। जानते हैं कैसे हर्ब्स के इस्तेमाल से बालों की फ्रिजीनेस को करें कम।
सर्दियों में बाल हो जाते है रफ और डैमेज। चित्र शटरस्टॉक।
ज्योति सोही Published: 13 Dec 2023, 15:30 pm IST
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बाल झड़ना सर्दियों की मुख्य समस्याओं में से एक है। दरअसल, शुष्क हवाओं की चपेट में आने से बालों में ड्रायनेस बढ़ने लगती है, जिससे बाल कमज़ोर और टूटकर गिरने लगते हैं। जब अपर्याप्त ऑयल ग्लैण्डस से स्कैल्प पर सीबम का स्तर घटने लगता है, तो बाल फ्रिज़ी और ड्राई दिखने लगते हैं। बालों में रूखापन बढ़ने से स्प्लिट एंड्स, स्कैल्प का रूखापन और हेयरफॉल की समस्या बढ़ने लगती हैं। इसका असर बालों के वॉल्यूम पर दिखने लगता है। ऐसे में आयुर्वेद की मदद से बालों को दोबारा हेल्दी और मज़बूत बनाया जा सकता है। जानते हैं वो कौन सी हर्ब्स है, जिनके इस्तेमाल से बालों की फ्रिजीनेस को करें कम (Herbs for frizzy hair)।

बालों की फ्रिजीनेस को कम करने के लिए इन हर्ब्स का करें प्रयोग

1. शतावरी है फायदेमंद

मौसम में आने वाला बदलावा बालों के टैक्सचर से लेकर वॉल्यूम तक हर चीज़ को प्रभावित करता है। ऐसे में प्रोटीन, थियामिन, नियासिन और जिंक से भरपूर शतावरी बालों की जड़ों को मज़बूत बनाने में मदद करती है। इससे बाल झड़ना कम होता और जड़ों को मज़बूती मिलती है। शतावरी के पाउडर को पीने के अलावा मास्क के तौर पर स्कैल्प पर अप्लाई भी करा सकते हैं।

कैसे करें प्रयोग

इसे स्कैल्प पर लगाने के लिए 1 चम्मच शतावरी के पाउडर में 1 चम्मच आंवला पाउडर डालें और दही के साथ मिकस कर दें। अब इस मिश्रण को स्कैल्प पर कुछ देर तक लगे रहने दें। 10 से 15 मिनट के बाद बालों को किसी नेचुरल शैम्पू के साथ धोएं। इससे बालों का रूखापन दूर होने लगता है।

फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर शतावरी से तैयार होने वाला तेल बालों की ग्रोथ में बेहद मददगार साबित होता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

2. बालों में अश्वगंधा लगाएं

अश्वगंधा की मदद से बालों में मौजूद रूखेपन दूर करने में मदद मिलती है। इससे बालों में बढ़ने वाली डेंड्रफ से भी मुक्ति मिल जाती है। इसे तेल, मास्क या शैम्पू के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। इसमें पाया जाने वाला नाइट्रेट, पोटेशियम और प्रोटीन बालों की जड़ों को मज़बूती प्रदान करता है। इससे स्कैल्प पर होने वाले इंफेक्शन को भी दूर किया जा सकता है।

कैसे करें प्रयोग

बालों को हेल्दी बनाए रखने के लिए हेयरवॉश से पहले 2 चम्मच अश्वगंधा को आधा कटोरी नारियल के तेल में मिलाकर स्कैल्प मसाज करें। 25 से 30 मिनट के बाद बालों को माइल्ड शैम्पू से धो दें। इससे बालों में नमी लौट आती है और बाल मॉइश्चराइज़ हो जाते हैं। इसके अलावा आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर को 2 चम्मच शैम्पू में मिलाकर बालों में लगाने से फ्रिजी हेयर्स कम होने लगते हैं।

3. ब्राह्मी करें इस्तेमाल

बालों का रूखापन हेयरफॉल का कारण साबित होने लगता है। ऐसे में ब्राह्मी के आयुर्वेदिक गुण बालों को हेल्दी और मज़बूत बनाए रखते हैं। दरअसल, हर उम्र के लोग बालों की परेशानियों से ग्रस्त हैं। ऐसे में बालों में ब्राह्मी जड़ीबूटी का इस्तेमाल दो मुंहे बालों और अनइवन हेयरग्रोथ से राहत दिलाने का काम करता है।

कैसे करें प्रयोग

फ्रिजी हेयर से राहत पाने के लिए ब्राह्मी पाउडर को पानी में थिक पेस्ट बना लें। अब इसे बालों की जड़ों पर अप्लाई करें। इससे बालों में मौजूद संक्रमण से राहत मिलती है। इसके अलावा बालों का रूखापन कम होने लगता है। इसके अलावा सूखे हुए ब्राह्मी लीव्स को पीसकर कोकोनट ऑयल में मिलाकर लगाने से भी बालों की समस्याएं कम होने लगती हैं।

ब्राह्मी लीव्स को पीसकर कोकोनट ऑयल में मिलाकर लगाने से भी बालों की समस्याएं कम होने लगती हैं। चित्र- अडोबी स्टॉक

4. गुडूची का करें प्रयोग

ड्राई स्कैल्प की समस्या से निपटने के लिए गुडुची एक बेहद कारगर हर्ब है। इसके इस्तेमाल से बालों की समस्याओं से राहत मिलने लगती है। इसमें पाए जाने वाले एंटी.इन्फ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण स्कैल्प की त्वचा को हेल्दी बनाए रखते हैं। गुडुची के पाउडर को स्कैल्प पर अप्लाई करने से बालों में नमी बरकरार रहती है। इससे बालों का नरिशमेंट हैं, जो फॉलिकल्स को हेल्दी बनाता है।

कैसे करें प्रयोग

गुडुची के पाउडर को बालों में लगाने के लिए इसमें समान मात्रा में आंवला पाउडर मिलाएं और दही डालकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को बालों की जड़ों में लगाएं और 15 मिनट तक लगा रहने दें। इसके बाद बालों को धो लें और प्राकृतिक शैम्पू से क्लीन कर लें। इससे बालों का टैक्सचर इंप्रूव होने लगता है।

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ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

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