टॉक्सिक एयर भी बन सकती है हेयरफॉल का कारण, जानिए इससे अपने बालों को कैसे बचाना है
पर्यावरण में प्रदूषण तेज़ी से बढ़ने लगा है। टॉक्सिक एयर (Toxic air) के प्रभाव से जहां चेहरे की नमी खो रही है, तो वहीं बालों में रफनेस बढ़ने लगती है। बाहरी प्रदूषण बालों को इस कदर अपनी चपेट में ले लेता है कि बाल ड्राई और डैमेज होने लगते हैं। ऐसे में बालों का झड़ना और टूटना एक ऐसी समस्या है, जिससे हर दूसरा व्यक्ति इन दिनों जूझ रहा है। इसके अलावा कैमिकल युक्त प्रोडक्टस भी इस समस्या को बढ़ा देते हैं। बाहरी प्रदूषण से बालों को हो रही परेशानी को कंट्रोल करने के लिए कुछ टिप्स को अवश्य फॉलो करें ( tips to protect hair)।
एयर पॉल्यूशन कैसे पहुंचाता है बालों को नुकसान (How air pollutants affect hair)
रिसर्च गेट के अनुसार प्रदूषित हवा में सल्फर डाईऑक्साइड, एमोनिया, निक्कल और लीड समेत कई टॉक्सिक पदार्थ पाए जाते है। इससे बालों में गंदगी जमा होने लगती है, जो स्कैल्प पर चिपक कर सेंसिटिव स्कैल्प सिंड्रोम का कारण साबित होती है। इससे बाल धीरे धीरे कमज़ोर और बेजान बनने लगते हैं। इससे बालों का मॉइश्चर खोने लगता है। जो बालों को डैमेज करके उनके टूटने का कारण बन जाता है। झड़ते बालों की रोकथाम के लिए कुछ टिप्स को अपनाएं।
जानते हैं टॉक्सिक एयर से कैसे करें बालों का बचाव (tips to protect hair)
1. नारियल का तेल
बालों पर तरह तरह के सीरम और कंडीशनर अप्लाई करने से बालों की नमी खोने लगती है। वहीं कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर नारियल के तेल की मालिश करने से स्कैल्प का रूखापन दूर होने लगता है। फैटी एसिड से समृद्ध नारियल का तेल दो मुंहे बालों से लेकर बेजान बालों तक हर समस्या को आसानी से सुलझा देता है। नारियल के तेल में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टीज बालों की तीनों लेयर्स यानि मेडयुला, कोर्टेक्स और क्यूटिकल को हेल्दी बनाती हैं। बालों को धोने से पहले कुछ देर चंपी करना स्कैल्प को हेल्दी बनाए रखता है।
2. स्लफेट फ्री शैम्पू का करें प्रयोग
बालों को धोने के लिए हार्श कैमिकल्स से भरपूर शैम्पू बार बार बालों में लगाने से वाम्ल्यूम कम होने लगता है। साथ ही रूखापन बढ़ जाता है। अगर आपके बाल पहले से से पॉल्यूटेंटस की चपेट में हैं, तो बालों को मुलायम बनाए रखने के लिए सल्फेट फ्री शैम्पू प्रयोग करें। इसके अलावा आंवला और शिकाकाई को ओवरनाइट सोक करने के बाद बालों को धोने के लिए प्रयोग करें। इससे बालों के टैक्सचर में बदलाव दिखने लगता है। साथ ही बालों की मज़बूती बनी रहती है।
3. हेयरवॉश है आवश्यक
ऑयलिंग के बाद बालों को कुछ देर बाद धो लें। ऑयली बालों में डस्ट चिपकने का खतरा दोगुनी तेज़ी से बढ़ने लगता है। इसके अलावा सप्ताह में दो से तीन बार बालों को वॉश करने से बालों में मौजूद डस्ट को आसानी से क्लीन किया जा सकता है। इससे स्कैल्प हेल्दी रहता है। साथ ही बालों में बैक्टीरियल इंफे्क्शन की समस्या से भी बचा जा सकता है।
4. बालों को कवर करके ही बाहर निकलें
अगर आप यूं ही बालों को वॉश करके बाहर निकल जाती हैं। तो इससे बाल तुरंत डस्ट की चपेट में आने लगते हैं। इससे बालों की लेयर्स प्रभावित होती है और स्कैल्प को नुकसान पहुचता है। इसके लिए बालों को कवर करके ही बाहर निकलें। आप स्कार्फ या कैप की मदद से बालों को कवर कर सकते हैं। इसके अलावा ओपन हेयर की जगह ब्रेड स्टाइल बालों को नुकसान से बचाने के लिए ज़रूरी है।
5. पौष्टिक आहार का करें सेवन
इसमें कोई दोराय नहीं कि डाइट में सभी पोषक तत्वों का होना ज़रूरी है। मगर अनियमित खान पान कई बार ओवरऑल हेल्थ को भी नुकसान पहुंचाने लगता है। जो बालों और चेहरे की स्किन दोनों के लिए नुकसान दायक है। अपने बालों की सेहत को बनाए रखने के लिए प्रोटीन, बायोटीन और एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर चीजों का इस्तेमाल आवश्यक है। इससे आपके शरीर को मज़बूती मिलने लगती है।
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