प्रेगनेंसी के अलावा कुछ और कारण भी हो सकते हैं वॉमिटिंग के लिए जिम्मेदार, जानिए इन्हें कैसे कंट्रोल करना है
मौसम बदलने या ट्रैवल के दौरान उल्टी की समस्या होना आम बात है। दरअसल, इस दौरान पर्यावरण में होने वाले बदलाव हमारे शरीर को प्रभावित करने लगते हैं। उल्टी को रोकने के लिए हम तुरंत दवा लेने लगते हैं। बहुत से लोग ऐसे भी है, जो दवा से परहेज़ करते हैं। अगर आप भी मेडिसिन को अवॉइड करना चाहती हैं, तो मम्मी की रसोई में मौजूद ये चीजें जी मचलाने की समस्या को हल कर सकते हैं। जानते हैं इस समस्या को सुलझाने के लिए कुछ आसान उपाय (how to stop vomiting immediately)।
इस बारे में बातचीत करते हुए फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में डायटेटिक्स प्रमुख दलजीत कौर का कहना है कि डाइजेशन में दिक्कत और पानी की कमी शरीर में उल्टी का कारण बनने लगते हैं। इसके अलावा फूड पॉइज़निंग और मील स्किप करने के चलते शरीर में एसिडिटी की समस्या बढ़ने लगती है। इससे जी मचलने की फीलिंग होना सामान्य है। कुछ आसान रेमिडीज़ से इस परेशानी को दूर किया जा सकता है।
यहां हैं वे कारण जो वॉमिटिंग या उल्टी के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं
फूड पॉइज़निंग
ओवरइटिंग
तनाव का बढ़ना
प्रेगनेंसी के कारण
ज्यादा अल्कोहल का सेवन
पेट का अल्सर
इन घरेलू उपायों से बिना दवा के भी कंट्रोल की जा सकती है उल्टी आने की समस्या
1 अदरक चबाएं या रस पिएं
एंटी नॉज़िया मेडिकेशन्स (anti nausea medications) से भरपूर अदरक का रस उल्टी की समस्या को दूर करने में बेहद फायदेमंद साबित होता है। इसके लिए आधा चम्मच अदरक के रस में आधा चम्मच नींबू और काला नमक मिलाकर पीने से शरीर को फायदा मिलाता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक अगर आप वॉमिटिंग (vomiting) जैसा महसूस कर रहे है, तो इसके लिए 1500 मिलीग्राम अदरक को कुछ देर तक चबाएं। इसमें मौजूद जिंजरोल तत्व जी मचलने की परेशानी को हल कर देता है। इसके अलावा ये फैटी लीवर और पाचन संबधी समस्याओं का भी हल करता है।
2 पुदीने की चाय पिएं
बेहतर स्वास्थ्य के लिए औषधीय गुणों से भरपूर पुदीने की चाय लाभ पहुंचाती है। इसकी खुशबू हमारे तन मन को शांति प्रदान करने के साथ उल्टी की समस्या को भी दूर भगाती है। इसके लिए पुदीने की पत्तियों को 1 गिलास पानी में उबालें और जब पानी आधा रह जाए, तो उसे हल्का ठंडा होने पर पीएं।
3 जीरे का पानी भी दे सकता है राहत
जीरे का पानी हमारे शरीर को डिटॉक्स करने का काम करता है। एंटीऑक्सीडेंटस, एंटी.डायबिटिक और एंटी.माइक्रोबियल गुणों से भरपूर जीरा शरीर के पाचन को दुरूस्त करता है। इसको चबाने से शरीर में मौजूद बैक्टीरियल इंफेक्शन कम होने लगता है। मेटाबॉलिज्म को हेल्दी रखने में सहायक जीरा वेटलॉस में भी मददगार साबित होता है।
4 औषधीय मसाला है काली मिर्च
एंटी इंफलामेंटरी गुणों से भरपूर काली मिर्च को लेकर मुंह में रखें। इससे उल्टी की समस्या हल हो जाती है। ये शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के अलावा टाइप 2 डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में भी कारगर साबित होती है। इसके अलावा काली मिर्च का तेल भी दवाइयों को बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके 3 से 4 दानों को मुंह में रखकर कुछ देर तक रखें। इसके अलावा काली मिर्च, लौंग और दालचीनी को पानी में उबालकर पीने से भी उल्टी होना बंद हो जाता है।
5 सूखा आंवला भी होगा कारगर
विटामिन सी से भरपूर आंवला स्वाद में खट्टा होता है। पेट के लिए गुणकारी इस औषधीय फल को खाने से हमारा शरीर कई प्रकार की एलर्जी और इंफेक्शन से दूर रहता है। तासीर में ठंडा होने के चलते इसका सेवन पेट को लाभ पहुंचाता है।
सूखे आंवले को खाने से उल्टी की समस्या हल हो जाती है। इसके अलावा घर पर तैर करने के लिए 2 से 3 चम्मच शहद लिकर उसमें 3 से 4 आंवलों की फांके डालकर कांच की डिब्बी में बंद कर दें। अब इसे सूखने के लिए धूप में रख दें। एक सप्ताह बाद जब वो पूरी तरह से सूख जाएं, तो उनका सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आंवले का रस भी शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
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