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शुगर ही नहीं, वजन बढ़ने का भी कारण बन सकती है आइसक्रीम, जानिए इसके 6 साइड इफैक्ट

गर्मी के मौसम में कूल-कूल एहसास के लिए हम आइसक्रीम खाते हैं। रात में मीठा खाने की क्रेविंग होने पर भी हम आइसक्रीम ले लेते हैं। पर आइसक्रीम की क्रेविंग हमें मोटा भी बना सकती है। आइये जानते हैं एक्सपर्ट इस बारे में क्या कहते हैं।
आइसक्रीम का सेवन बहुत अधिक किया जाए और हासिल की गई कैलोरी को बर्न नहीं किया जाये, तो यह निश्चित रूप से वजन बढ़ा सकता है। चित्र : अडोबी स्टॉक
स्मिता सिंह Published: 20 Jun 2023, 17:07 pm IST
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गर्मी के मौसम में खुद को ठंडा रखने के लिए अक्सर आइसक्रीम का लुत्फ़ लिया जाता है। खाने के तुरंत बाद निश्चित तौर पर ठंडक और ताजगी हासिल होती है। मलाईदार, मीठा, ठंडा और ताज़ा आइसक्रीम में प्रोटीन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व भी होते हैं। इसमें बड़ी मात्रा में फैट और चीनी भी होती है, जो कैलोरी इंटेक को बढ़ा देती है। आइसक्रीम का सेवन बहुत अधिक किया जाए। और हासिल की गई कैलोरी को बर्न नहीं किया जाये, तो यह निश्चित रूप से वजन बढ़ा (Ice cream side effects) सकता है। जानते हैं एक्सपर्ट क्या कहते हैं?

ज्यादा आइसक्रीम खाना इन 6 तरीकों से पहुंचाता है आपकी सेहत को नुकसान

हाई फैट और हाई शुगर बढ़ाता है वजन (High Fat and High Sugar of Ice cream cause Obesity)

न्यूट्रिशनिष्ट और डायटीशियन डॉ. अवनी कॉल बताती हैं, ‘1/2-कप आइसक्रीम में 7.2 ग्राम फैट के साथ 137 कैलोरी हो सकती है। इसमें लगभग 4.5 ग्राम सैचुरेटेड फैट हो सकता है। ½ कप चॉकलेट आइसक्रीम में 143 कैलोरी और 7.3 ग्राम वसा होती है। इसमें से 4.5 वसा संतृप्त होती है। पारंपरिक आइसक्रीम एडेड शुगर और हाई फैट सामग्री से तैयार होती हैं। यदि नियमित रूप से हाई शुगर और फैट वाले खाद्य पदार्थ लिए जाएं, तो वजन बढ़ सकता है।

2 संतृप्त वसा (Saturated Fat of Ice cream)

संतृप्त फैटी एसिड आमतौर पर मांस, दूध, अंडे और मक्खन जैसे एनिमल प्रोडक्ट में पाए जाते हैं। संतृप्त वसा (Saturated Fat) का अधिक सेवन ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता (High Cholesterol level ) है। इससे धमनियों में रुकावट हो सकती है और दिल का दौरा (Heart Attack) और स्ट्रोक (Heart Stroke) भी हो सकता है। वेट कंट्रोल के लिए सीमित मात्रा में संतृप्त वसा का सेवन करना चाहिए।

3 कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol of Ice cream)

डॉ. अवनी के अनुसार, यदि नियमित रूप से आपके आहार में आइसक्रीम शामिल है, तो यह ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है। यह हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा देता है। वैनिला आइसक्रीम की 1/2 कप सर्विंग में 25 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल हो सकता है। यहां यह भी जानना जरूरी है कि हमारा शरीर एक दिन में लगभग 1,000 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल अपने आप पैदा करता है। कोलेस्ट्रॉल भी वजन बढ़ने का प्रमुख कारण है।

यदि नियमित रूप से आपके आहार में आइसक्रीम शामिल है, तो यह ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है। चित्र : एडॉबीस्टॉक

4 आइसक्रीम खाने की लत भी लग सकती है (Ice cream Addiction)

कुछ लोग नियमित रूप से शुगर क्रेविंग का अनुभव करते हैं। इसके कारण उनके लिए हेल्दी डाइट और कैलोरी काउंटर की रूटीन पर टिके रहना कठिन है। रात के खाने के बाद वे एडेड शुगर वाले खाद्य पदार्थ मुख्य रूप से आइसक्रीम को नियमित रूप से लेने लगते हैं। ये आदत उनके लिए नशे की तरह काम करता है। इसका परिणाम एक्स्ट्रा वेट गेन के रूप में सामने आता है

5 हाई फैट के साइड इफेक्ट (Ice Cream Side Effect)

नियमित रूप से बहुत अधिक आइसक्रीम खाने से साइड इफेक्ट हो सकते हैं। आइसक्रीम में सबसे अधिक हाई फैट वाले क्रीम का प्रयोग किया जाता है। यह हाई कैलोरी और चीनी की मात्रा सबसे अधिक नुकसानदेह (Ice cream causes obesity) होता है। इस क्रेविंग को रोकना जरूरी है। रोज की बजाय सप्ताह में एक दिन पोर्शन कंट्रोल के साथ इसे लिया जा सकता है। हेल्दी ऑप्शन लेना जरूरी है। लो-फैट, फैट-फ्री या शुगर-फ्री वर्जन वाली आइसक्रीम का चुनाव किया जा सकता है। यह कुछ मीठा खाने की इच्छा को पूरा करेगा और कैलोरी इंटेक भी कम होगी

लो-फैट, फैट-फ्री या शुगर-फ्री वर्जन वाली आइसक्रीम का चुनाव किया जा सकता है। चित्र : शटरस्टॉक

6 ऑल्टरनेटिव का करें चुनाव (Alternatives of Ice cream)

आइसक्रीम की बजाय लो फैट वाले दही का चुनाव किया जा सकता है। कैलोरी कम करने के लिए पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों वाले खाद्य पदार्थ का चुनाव किया जा सकता है। इसके लिए एक केले को फ्रीज़ कर लें। इसे ब्लेंडर में पीस लें। यह भी आइसक्रीम के समान मलाईदार और स्वाभाविक रूप से मीठा स्वाद देगा। इसमें 100 से भी कम कैलोरी होगी।

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स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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