लॉग इन

अच्छी नींद चाहती हैं, तो बिछावन पर जाने से पहले इन 5 खाद्य पदार्थों को खाने से करें तौबा

फिटनेस फ्रीक हैं, तो आप एक्सरसाइज के साथ-साथ डाइट का भी ख्याल रखती होंगी। पूरी तरह फिट रहने के लिए साउंड स्लीप भी इन दोनों की तरह जरूरी है। यदि आप साउंड स्लीप लेना चाहती हैं, तो बिछावन पर जाने से पहले इन 5 फ़ूड को कभी नहीं खाएं।
अच्छी नींद के लिए सोने से पहले कुछ फ़ूड को जरूर अवॉयड करना चाहिए। चित्र : अडोबी स्टॉक
स्मिता सिंह Updated: 15 Apr 2024, 12:24 pm IST
इनपुट फ्राॅम
ऐप खोलें

आहार और व्यायाम की तरह गुणवत्तापूर्ण नींद भी जरूरी है। यह हमारे शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है। क्या आपको देर रात स्नैक्स लेने या मंचिंग करने की आदत है ? जान लें कि यदि आप देर रात आइसक्रीम या पॉपकॉर्न पिज्जा खाती हैं, तो यह आपकी नींद में खलल डाल (avoid foods before sleeping) सकता है। अगले दिन इसका प्रभाव दिन भर की दिनचर्या पर पड़ेगा।

क्यों जरूरी है आधी रात को कुछ फ़ूड खाने से परहेज करना (avoid snacking before sleeping)

न्यूट्रिसनिष्ट सीमा सिंह बताती हैं, ‘कुछ भोजन खासकर सिंपल कार्ब से तैयार फ़ूड को पचाने में शरीर को कई घंटों की जरूरत पड़ सकती है। इससे आपकी नींद बाधित हो सकती है। नींद कम आने के कारण अगले दिन सुस्ती महसूस हो सकती है। जर्नल न्यूट्रिएंट्स के एक अध्ययन के अनुसार, सोते समय ब्रेकफास्ट लेना सकारात्मक हो सकता है, लेकिन यह खाए गए खाद्य पदार्थों पर निर्भर करता है।
देर रात मंचिंग करने से बचने की कोशिश करनी चाहिए जब तक कि आप वास्तव में भूखे न हों। आधी रात की फ़ूड क्रेविंग कभी-कभी बोरियत या एंग्जायटी के कारण हो सकती है, भूख से नहीं। यदि आप खाना चाहती हैं, तो कुछ खाद्य पदार्थों से दूर रहना जरूरी है।’

सोने से पहले इन 5 खाद्य पदार्थों को करें एवॉइड (avoid these 5 foods before sleeping)

1 हाई फैट वाला केक (High fat cake)

केक हाई फैट से भरपूर होता है। इसमें मौजूद एडेड शुगर और हाई फैट एसिड रिफ्लक्स का कारण बन सकता है। केक की बजाय लो फैट वाला पनीर खा सकती हैं। पनीर को कुछ साबुत अनाज वाले क्रैकर्स के साथ मिलाकर खाया जा सकता है।

2 एडेड शुगर और हाई फैट वाली आइसक्रीम (Ice cream)

आइसक्रीम में भी हाई फैट और एडेड शुगर भरपूर मात्रा में होते हैं। इस डेयरी प्रोडक्ट से गट हेल्थ के प्रभावित होने की आशंका बनी रहती है। इसके स्थान पर कम वसा वाला दही ली जा सकती है। दही प्रोटीन को कार्ब्स के साथ जोड़ता है। यह हल्का होता है। पेट को आइसक्रीम की तुलना में इसे पचाने में कम मेहनत करनी पड़ती है। सीमा सिंह बताती हैं, नाइट स्नैक के लिए आइसक्रीम की बजाय फ्रूट योगर्ट लें। दही के स्थान पर फ्रोज़न अंगूर या चेरी भी लिया जा सकता है।

आइसक्रीम में भी हाई फैट और एडेड शुगर भरपूर मात्रा में होते हैं। चित्र : शटरस्टॉक

3 साइट्रस एसिड वाला खट्टे फल (citrus fruit)

खट्टे फल में मौजूद साइट्रस नेचुरल डाई यूरेटिक है। कुछ खट्टे फल से अधिक बार पेशाब होता है। सोने से पहले इन्हें खाने पर रात में कई बार बाथरूम की ओर दौड़ना पड़ सकता है। इसके स्थान पर पीनट बटर के साथ टोस्ट लिया जा सकता है। कार्ब्स और प्रोटीन संतुष्ट महसूस करने और नींद लाने में मदद करते हैं। सीमा सिंह के अनुसार, नाइट स्नैक के तौर पर केला भी लिया जा सकता है। यह अच्छी नींद दिलाता है।

4 एसिडिक और स्पाइसी पिज़्ज़ा (Spicy pizza)

पिज्जा के टमाटर सॉस में एसिड होता है। एसिड के कारण पेट ख़राब हो सकता है। मसालेदार लाल मिर्च स्प्रिंकल करना भी बुरा हो सकता है। न केवल एसिडिक खाद्य पदार्थ, बल्कि मसाले भी अपच का कारण बन सकते हैं। इसकी बजाय पोल्ट्री ली जा सकती है। पोल्ट्री में में ट्रिप्टोफैन होता है। यह नींद लाने वाला अमीनो एसिड है। ग्रिल्ड चिकन भूख को शांत कर सकता है। एक पीस ही काफी है।

पिज्जा के टमाटर सॉस में एसिड होता है। एसिड के कारण पेट ख़राब हो सकता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

5 कैफीन वाला चॉकलेट (chocolate caffeine)

चॉकलेट में मौजूद कैफीन रातभर जगाये रख सकता है। यह आधी रात को एक कप कॉफी पीने जितना नहीं बुरा हो सकता है, लेकिन चॉकलेट में कैफीन के अंश होते हैं। ये आपकी नींद को प्रभावित कर सकते हैं। कुछ चॉकलेट बारों (avoid foods before sleeping) में 26 मिलीग्राम कैफीन होता है, जो लगभग 12 औंस कैफीनयुक्त सोडा की मात्रा के बराबर होता है। कुछ में इससे भी अधिक होता है। इसकी बजाय ग्रेनोला बार, मुट्ठी भर ग्रेनोला लिया जा सकता है। प्रोटीन, कुरकुरापन और मिठास से भरपूर ग्रेनोला हेल्दी स्नैक है।

यह भी पढ़ें :- हमारे पास हैं चिया सीड्स खाने के कुछ और बहाने, नोट कीजिए स्वाद और पोषण से भरपूर रेसिपीज

स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

अगला लेख