जानिए क्याें होने लगती है आपके हाथ-पैरों में झनझनाट और आप इससे कैसे उबर सकती हैं
अक्सर लंबे समय तक शरीर के किसी अंग पर भार देकर बैठने या फिर कभी-कभी लगातार खड़े रहने पर शरीर में झनझनाहट महसूस होती है। यह पैरों और हाथों में होने वाली असहनीय सेंसेशन है। हालांकि कभी-कभार ऐसा किसी के भी साथ हो सकता है। पर अगर ये स्थिति लगातार बढ़ रही है, तो आपको इस पर ध्यान देना चाहिए। ये कई गंभीर बीमारियों का भी संकेत हो सकती है।
इन कारणों से होने लगती है आपके हाथ-पैरों में झनझनाहट
1. विटामिन बी और ई की कमी
शरीर में विटामिन बी और ई की कमी नर्व और शरीर के अन्य भागों को प्रभावित करती है। हो सकता है, आप सही खाद्य पदार्थों का सेवन न कर रही हों। ऐसे में जरूरी पोषक तत्वों की कमी के कारण हाथ और पैरों में झनझनाहट होना शुरू हाे जाता है। यह संकेत है कि आपको अपने आहार पर ध्यान देना चाहिए।
2. कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट
नर्व से जुड़ी समस्याएं प्रिसक्राइब्ड दवाइयों के साइड इफेक्ट के रूप में देखने को मिल सकती हैं। ट्यूबरक्लोसिस, हाई ब्लड प्रेशर, एचआईवी और कई अन्य संक्रमण की वजह से भी कभी-कभी हाथ और पैर सुन्न पड़ जाते हैं और इनमें झनझनाहट महसूस होती है।
3. शराब का अधिक सेवन
शराब का अधिक सेवन नर्व और टिशु को डैमेज कर सकता है। इसके साथ ही अधिक मात्रा में शराब पीने से शरीर के आवश्यक पोषक तत्व जैसे कि विटामिन बी 12 और फोलेट कम हो जाते हैं। इस वजह से नर्व पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। जिससे पैर और हाथों में झनझनाहट होने जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं।
4. थायराइड की वजह से
हाइपोथाइरॉएडिज्म से पीड़ित व्यक्ति को अक्सर हाथ और पैरों में झनझनाहट होने की शिकायत रहती है। ऐसा तब होता है जब आप अपनी इस स्थिति का एक उचित देखभाल नहीं कर पाती। इसलिए थायराइड के लक्षण नजर आते हीं इस समस्या का एक उचित इलाज करवाएं।
यहां हैं झनझनाहट होने के कुछ अन्य कारण
एक ही पोजीशन में लंबे समय तक खड़े या बैठे रहना। इस स्थिति में ब्लड सर्कुलेशन सही रूप से नहीं हो पाता और दबाव पड़ रही जगह पर झुनझुनाहट महसूस होती है।
नर्व और स्पाइन पर भी अधिक दबाव पड़ने से झुनझुनाहट हो सकती है।
रेडिएशन थेरेपी नर्व को प्रभावित करती हैं और झुनझुनाहट जैसी समस्या का कारण बन सकती हैं।
जानवरों के काटने से भी यह समस्या उतपन्न होती है।
सीफूड्स के टॉक्सिन्स के कारण भी झनझनाहट महसूस हो सकती हैं।
मकड़ी और अन्य कीड़े मकौड़े के काटने के साइड इफेक्ट्स के तौर पर झनझनाहट और हाथ-पैर सुन्न होने जैसी समस्या देखने को मिलती हैं।
तब झनझनाहट से निपटने के लिए आपको क्या करना चाहिए
झनझनाहट हो रही जगह पर किसी तरह का भार न दें और उसे रिलैक्स रखें। ताकि वह अपने सामान्य ब्लड फ्लो को वापस प्राप्त कर सकें। नर्व में ऑक्सीजन और हेल्दी ब्लड सप्लाई होना जरूरी है। इसी के साथ शरीर के किसी भी हिस्से पर एकतरफा भार न दें।
जब झनझनाहट महसूस हो तो आसपास टहलने की कोशिश करें। यह आपके सेंसेशन को कम करने में मदद करेगा।
यदि आपकी हथेलियों में झनझनाहट हो रही है, तो अपनी हथेलियों को बार-बार खोलें और बंद करें। इसका मतलब यह कि हथेलियों में प्रॉपर मूवमेंट बनाए रखें। यदि शरीर में मोशन होगा तो यह ब्लड फ्लो को संतुलित रखने में मदद करेगा।
टखनों में झनझनाहट होने पर उसे गोल गोल मूव करें। यह ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव करेगा और होने वाली सेंसेशन को भी नियंत्रित रखेगा।
यहां कुछ उपाय दिए गए हैं, जो आपको हाथ-पैरों की झनझनाहट से उबरने में मदद करेंगे
1. मसाज करें
यदि आपको यह समस्या परेशान कर रही है, तो सबसे पहले अपने मसल्स को रिलैक्स रखने और ब्लड फ्लो इंप्रूव करने के लिए पैर एवं हाथों की मालिश करें।
2. योग और मेडिटेशन का अभ्यास करें
यदि यह समस्या बार-बार आपकी परेशानी का कारण बन रहा है, तो ऐसे में योगा और मेडिटेशन आपकी मदद कर सकते हैं। यह अभ्यास ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव करते हैं और नर्व को हेल्दी रहने में मदद करते हैं। जिस वजह से दर्द और झनझनाहट होने जैसी समस्याएं नहीं होती।
3. अपने शरीर को ठंडा रखें
शरीर की गर्मी आपके झनझनाहट की समस्या को ट्रिगर कर सकती हैं। ऐसे में गर्म पानी में शावर लेने से बचें। साथ ही साथ ठंडी तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें यह आपके शरीर को अंदर अंदर से ठंडक प्रदान करता है। वहीं गर्मियों के दिन में खुद को टाइट कपड़ों में पैक न करें।
4. पर्याप्त नींद लें
हर रात एक उचित नींद लेने की कोशिश करें। आपका हेल्दी स्लीप झनझनाहट और दर्द होने जैसे समस्याओं से निजात पाने में मदद करता है।
5. शरीर को आवश्यक पोषण दें
यदि आपको झनझनाहट महसूस हो रहा है, तो कहीं यह आपकी कमजोरी का लक्षण तो नहीं। ऐसे में शरीर को आवश्यकता अनुसार पोषण देने की कोशिश करें। साथ ही तरह-तरह के हेल्दी खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें, जो कि शरीर में विटामिन और मिनरल्स की मात्रा को बनाए रखने में आपकी मदद करेगा।
यह भी पढ़ें : अपनी ओवरऑल हेल्थ को सुधारना है, तो सप्ताह में एक बार जरूर लें मिक्स सीड्स डाइट