देर तक काम करना बन रहा है गर्दन में दर्द का कारण, तो इन 3 योगासनों से करें दिन की शुरूआत
लंबे वक्त तक लेपटॉप के सामने बैठकर काम करने से दिमाग के अलावा पीठ, कंधे और गर्दन भी थक जाते हैं। गर्दन में होने वाला दर्द हमारी पूरी बॉडी की मांसपेशियों में खिंचाव का अनुभव करने लगता है। इससे हमारी पीठ में भी दर्द महसूस होता है। ऐसे में दिनभर में कुछ मिन्टों का योग आपको इस समस्या से बचाने में सहायक साबित हो सकता है। जानते हैं वो कौन से योगासन है, जिनकी मदद से गर्दन में उठने वाली दर्द को शांत किया जा सकता है (Yoga poses for neck pain)।
जानते हैं, वो 3 योगासन जिनकी सहायता लेकर आप नैन पेन की समस्या से बच सकते हैं
1. उत्तानासन (Standing forward bend pose)
इस योग को करने से पूरा शरीर स्ट्रेच होता है, जिससे आपके शरीर में होने वाले दर्द से राहत मिलने लगती है। खासतौर से लॉग्न वर्किंग आवर्स के चलते पीठ, गर्दन और कंधों में आने वाली कसावट से आपको मुक्ति मिल जाती है। इसका नियमित अभ्यास करने से शरीर में ब्लड फ्लो के अलावा ब्रेन में ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ जाती है।
इसे करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। इसके बाद दोनों हाथों को पूरी तरह से उपर की ओर उठाएं, जितना हो सके बाजूओं को स्ट्रेच कर लें।
उसके बाद अब आगे की ओर झुकें और कमर को आगे की ओर झुकाते हुए दोनों हथेलियों को ज़मीन पर चिपकाएं।
इस बात का ख्याल रखें कि घुटने मुड़े न हों और बाजुएं भी एकदम सीधी रहें। इस योग मुद्रा में 30 सेकण्ड से लेकर 1 मिनट तक रहने का प्रयास करें।
अब धीरे धीरे सीधे हो जाएं और बाजूएं उपर की ओर ले जाएं और फिर नीचे की ओर ले आएं और शरीर को ढ़ीला छोड़ दें। इस योग को आप दिन में 2 से 3 बार कर सकते हैं।
2. वीरभद्रासन (Warrior pose)
इस योग को करने से आपकी गर्दन, कंधों और पीठ की मांसपेशियां स्ट्रांग बनने लगती हैं। इससे पैरों समेत आपके पूरे शरीर को मज़बूती मिलती है। अगर आप निरंतर इस योगासन का अभ्यास करती हैं, तो इसस से साईटिका पेन से भी राहत मिलती है।
इस योग को करने के लिए मैट पर खड़े हो जाएं। अब दोनों पैरों में दूरी बनाकर रखें। सबसे पहले एक पैर को आगे की ओर रखें और दूसरे पैर को पीछे ले जाएं।
अब आगे वाली टांग को घुटने से मोड़ें और पीछे वाली टांग को पूरी तरह से पीछे की ओर स्ट्रेच करें। इस योगासन में पूरा वज़न पैरों पर आ जाता है।
इस योगासन को करते वक्त दोनों बाजूओं को फैला लें। एक बाजू आगे की ओर रखें और दूसरी बाजू पीछे की ओर लग जाएं। गर्दन को आगे की ओर बनाए रखें।
इसस बॉडी में बैलेंस बनाने में आसानी का अनुभव होता है। इस योग को करने से शरीर को मज़बूती मिलती है और गर्दन दर्द की समस्या को भी दूर किया जा सकता है।
3. मार्जरी आसन (Cat cow pose)
इस योग को करने से पीठ में खिंचाव महसूस होने लगता है। इससे बैक पेन और नेक पेन की समस्या दूर होने लगती है। रोज़ाना दिन में दो बार इस योगासन को करने से आपको पीठ में आने वाली अकड़ान से फायदा मिलने लगता है।
इसे करने के लिए मैट पर पेट के बल लेट जाएं। उसके बाद हाथों और टांगों के बल उठकर बैठ जाएं। अब पंजों को ज़मीन पर पूरी तरह से चिपका लें।
योगासन का करने के लिए पहले गर्दन को नीच की ओर झुकाएं और फिर धीरे धीरे गर्दन को पीछे की ओर लेकर जाएं और उपर की ओर देखें। इससे आपको नैक पेन में काफी रिलीफ मिलेगा।
इस दौरान आपके शरीर का वज़न आपके घुटनों पर आ जाता है। आप इसे 1 से 2 मिनट तक करें। इससे शरीर हेल्दी बनता है।
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