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जानू शीर्षासन से पायें टोंड बॉडी और शरीर में अकड़न को कहें बाय-बाय

यदि आप उस एक योग मुद्रा की तलाश कर रहीं हैं, जो आपके पोस्चर को बेहतर बनाए, शरीर को टोन करें और आपको फि‍ट भी बनाए रखे, तो अपने फि‍टनेस रूटीन में जानू शीर्षासन का स्वागत करें!
जानू शीर्षासन आपके शरीर की अकड़न को कम करता है। चित्र: शटरस्‍टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 17 Oct 2023, 10:16 am IST
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क्या आप अक्सर मांसपेशियों में ऐंठन और सुन्नता का अनुभव करती हैं? ऐसा इसलिए है क्योंकि हम हमेशा सोफे पर बैठे रहते हैं या अपने कामकाज में व्यस्त रहते हैं। ‘वर्क फ्रॉम होम’ के कारण आप इसे अब उतनी गंभीरता से नहीं ले सकते, लेकिन यह गतिहीन जीवन शैली आपके शरीर को इतना कठोर बना सकती है कि सबसे बुनियादी काम भी आपके लिए दर्दनाक हो सकते हैं।

यही कारण है कि आपको अपने स्‍वास्‍थ्‍य को प्राथमिकता पर रखना चाहिए। ऐसा करने में आपकी सहायता के लिए, हमारे पास एक समग्र समाधान है – और वह योग है। आइए आपको एक आसन, जानू शीर्षासन या head-to-knee-forward bend के बारे में बताएं। हमारा विश्वास करें, यह एक प्रभावी मुद्रा है जो आपके शरीर में कठोरता को दूर करगी।

मूल रूप से, जानू शीर्षासन तंग हैमस्ट्रिंग को ठीक करने का एक प्रभावी आसन है। तनाव से राहत देने और अपने दिमाग को शांत करने के लिए यह मुद्रा भी सहायक होती है। यदि आप मासिक धर्म की ऐंठन या रजोनिवृत्ति के लक्षणों से पीड़ित हैं, तो यह मुद्रा आपको बहुत राहत प्रदान करेगी।

वर्क फ्रॉम होम ने शरीर में अकड़न को भी बढ़ाया है। चित्र-शटरस्टॉक।

योग गुरु, ग्रैंड मास्टर अक्षर बताते हैं, “शीर्षासन हैमस्ट्रिंग, कूल्हों और कमर की मांसपेशियों को फैलाता है। एथलीट को तंग हैमस्ट्रिंग के लिए इस आसन को करना चाहिए। “

जानू शीर्षासन को सही तरीके से कैसे कर सकती हैं

स्टाफ़ पोज़ या डंडासन से शुरू करें।

आपके दोनों पैर सामने की ओर निकले हुए होंगे।

अब, अपने बाएं घुटने को मोड़ें और अपने बाएं पैर को अपनी दाईं जांघ पर लाएं।

अपने दाहिने पैर पर अपने धड़ को मोड़ें।

अगले चरण में, अपने धड़ को अपने पैर से नीचे लाएं, अपनी पीठ के निचले हिस्से के बजाय अपने कूल्हों से मोड़ें।

अपने दाहिने पैर को एक लचीली स्थिति में रखें। जबकि दाहिनी जांघ के पीछे को फर्श की ओर धकेलें।

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आपको अपनी रीढ़ की हड्डी और गर्दन को सीधा रखना है, या अपने दिल और सिर को पैर की ओर नीचे ले जाने की कोशिश करें। जिससे रीढ़ गोल हो सके।

अपने पैर तक पहुंचने की कोशिश करें या आप अपने टखने को पकड़ सकती हैं।

हर बार सांस लेते समय, रीढ़ को लंबा करें।

हर बार जब आप सांस छोड़ती हैं, तो आगे की ओर झुकें।

ग्रैंड मास्टर अक्षर की सलाह है, “पांच से 10 सांसों तक होल्ड करें और फिर दोनों पैरों को सीधा करें, उन्हें हिलाएं और दूसरी तरफ मुद्रा दोहराएं।”

योगासन शरीर के साथ मन को भी संतुलित रखता है। चित्र: शटरस्टॉक

जानू शीर्षासन के कुछ लाभ इस प्रकार हैं:

यह मस्तिष्क को शांत करता है और हल्के अवसाद को समाप्त करता है
यह रीढ़, यकृत, प्लीहा, हैमस्ट्रिंग, कमर और कंधों को फैलाता है
गुर्दे और लीवर को उत्तेजित करता है
कमर और पैरों में दर्द कम करता है
पेट की चर्बी से छुटकारा पाने में मदद करता है
पाचन में सुधार करता है
रजोनिवृत्ति के लक्षणों से राहत देता है
रिब हड्डियों को प्रभावी ढंग से मजबूत करता है
यह आसन रीढ़ को लचीला भी बनाता है
आसन अनिद्रा, उच्च रक्तचाप के लिए चिकित्सीय है
साइनसाइटिस को ठीक कर सकता है।

चेतावनी

अगर आपको पीठ या घुटने में चोट है तो इस मुद्रा से बचें।

आपको अपनी मांसपेशियों में खिंचाव महसूस करना चाहिए, लेकिन अगर आपको कोई दर्द महसूस हो तो उसे रोक दें।
अगर आप डायरिया या अस्थमा से पीड़ित हैं, तो जानू शीर्षासन से बचें।

आसन का अभ्यास न करें, यदि आप पीठ के निचले हिस्से की चोट या डिस्क हर्नियेशन से पीड़ित हैं।

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टीम हेल्‍थ शॉट्स

ये हेल्‍थ शॉट्स के विविध लेखकों का समूह हैं, जो आपकी सेहत, सौंदर्य और तंदुरुस्ती के लिए हर बार कुछ खास लेकर आते हैं। ...और पढ़ें

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