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अचानक वजन कम होना या त्वचा पर नीले निशान हो सकते हैं ब्लड कैंसर के लक्षण, सावधान रहना है जरूरी!

ब्लड कैंसर के बढ़ते आंकड़ें का सबसे बड़ा कारण हैं इसके प्रति बरती गयी लापरवाही। यदि ब्लड कैंसर के शुरूआती लक्षण (Early symptoms of blood cancer) दिखाई देते ही इलाज शुरू हो जाये, तो इसे हराना आसान हो जाता है।
हर उम्र के लोग मोटापे का शिकार हो रहे हैं, और इसकी वजह से उन्हें तरह तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। चित्र : एडॉबीस्टॉक
अंजलि कुमारी Published: 18 Jul 2023, 18:18 pm IST
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ब्लड कैंसर एक घातक बीमारी है और इसके आंकड़ें दिन ब दिन बढ़ते जा रहे हैं। दुनियाभर में हर 27 सेकंड में ब्लड कैंसर के एक नए मरीज का निदान किया जाता है। यूएसए में यह तीसरा सबसे जानलेवा कैंसर है। वहां हर 3 मिनट में ब्लड कैंसर का एक मरीज डायग्नोस किया जाता है। भारत की बात करें, तो हर वर्ष लगभग 1 लाख ब्लड कैंसर के मरीज डायग्नोस किये जाते हैं। ब्लड कैंसर के बढ़ते आंकड़ें का सबसे बड़ा कारण हैं इसके प्रति बरती गयी लापरवाही। यदि ब्लड कैंसर के शुरूआती लक्षण (Early symptoms of blood cancer) दिखाई देते ही इलाज शुरू हो जाये, तो इसे हराना आसान हो जाता है।

सफ़ेद रक्त कोशिकाएं (WBC), लाल रक्त कोशिकाएं (RBC) और प्लेटलेट्स (Platelets) बोन मेरो में बनती है। डब्ल्यूबीसी शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करती है। आरबीसी शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन पहुंचाते हैं और प्लेटलेट्स चोट लगने पर ज्यादा खून न निकले इसके लिए खून का थक्का जमने में मदद करते हैं। ब्लड कैंसर की स्थिति में आरबीसी और प्लेटलेट्स दोनों के स्तर में तेजी से गिरावट देखने को मिलती है, जिसकी वजह से सेहत दिनप्रति दिन बिगड़ती जाती है।

ब्लड कैंसर के शुरूआती लक्षणों (symptoms of blood cancer) का पता लगाने के लिए हेल्थ शॉट्स ने सह्याद्रि अस्पताल, पुणे के क्लिनिकल हेमेटोलॉजिस्ट डॉ. चंद्रकांत लहाने से बात की। डॉ. लहाने ने ब्लड कैंसर के कुछ आम लक्षणों की जानकारी देते हुए, तुरंत स्वास्थ्य जांच करवाने का आग्रह किया है। लापरवाही के चलते ज्यादातर मरीज 4th स्टेज में डायग्नोस किये जाते हैं। तब उनकी रिकवरी की संभावना बेहद कम होती है। इसलिए यह जरूरी है कि आप इसके प्रारंभिक संकेतों (Blood cancer early symptoms) को जानें और सावधान रहें।

ब्लड कैंसर कोशिकाओं के अत्यधिक उत्परिवर्तन के कारण होता है। चित्र: शटरस्टॉक

पहले जानिए कितनी तरह का होता है ब्लड कैंसर

ब्लड कैंसर के तीन मुख्य प्रकार होते हैं, ल्यूकेमिया (leukemia), लिम्फोमा (lymphoma) और मायलोमा (myeloma)। लेकिन इसके कई उपप्रकार और कुछ दुर्लभ रूप भी देखने को मिले हैं। ल्यूकेमिया WBCs का कैंसर है। लिंफोमा लसीका तंत्र (lymphatic system) का कैंसर है। मायलोमा बोन मेरो (bone marrow) में होने वाला प्लाज्मा सेल्स का कैंसर है, जो शरीर की एंटीबॉडी के उत्पादन करने की क्षमता को प्रभावित करता है।

अब जानते हैं ब्लड कैंसर के शुरूआती लक्षण (Blood cancer early symptoms)

1. बार-बार इन्फेक्शन होना

ब्लड कैंसर में शरीर में डब्ल्यूबीसी की कमी होने लगती है, ऐसे में डब्ल्यूबीसी की कम संख्या के कारण मरीज बार बार किसी न किसी प्रकार के संक्रमण का शिकार होते रहते हैं। डब्ल्यूबीसी शरीर को एंटीबॉडी बनाने में मदद करता है, परन्तु ब्लड कैंसर की स्थिति में इसके फंक्शन कमजोर हो जाते हैं। ऐसे में शरीर संक्रमण फैलाने वाले कीटाणुओं से लड़ने में असमर्थ होता है और इसकी वजह से आपको इन्फेक्शन होता है।

2. लगातार थकान का एहसास होना

ब्लड कैंसर के शुरूआती लक्षणों की बात करें तो मरीज को अचानक से असामान्य रूप से थकावट महसूस हो सकती है, इसके अलावा चक्कर आना, कमजोरी का एहसास और लगातार शरीर में भारीपन महसूस होता रहता है।

प्रीक्लेम्पसिया से पीड़ित महिलाओं में किडनी, मस्तिष्क के साथ अन्य अंग और रक्त प्रणालियों को नुकसान होने का खतरा बढ़ जाता है। चित्र : शटरस्टॉक

3. सूजी हुई लिम्फ नोड्स

लिम्फ नोड्स में सूजन आने (lymph nodes) के कई कारण हो सकते हैं। कई लोग अक्सर अंडरआर्म्स, ग्रोइन और गर्दन क्षेत्र जैसे स्थानों में सूजन वाले लिम्फ नोड्स को नजरअंदाज कर देते हैं। अंडरआर्म्स, ग्रोइन और गर्दन क्षेत्र दर्द रहित होते हैं, लेकिन ये लिंफोमा के शुरूआती लक्षण के संकेत हो सकते हैं। सूजे हुए लिम्फ नोड्स (lymph nodes) नजर आने पर फ़ौरन डॉक्टर से मिलें और चेकअप करवाएं।

4. त्वचा पर नील पड़ना और खरोंच आना

आमतौर पर कुछ लोगों को उनकी पतली त्वचा, बुढ़ापे या चोटों के कारण नील पड़ने और खरोंच लगने की अधिक संभावना होती है। यदि किसी को हल्के हाथों से खुजलाने पर भी त्वचा पर खरोच आ रही है, या स्क्रेच से ब्लीडिंग शुरू हो जा रही है, साथ ही त्वचा पर नीले धब्बे नजर आ रहे हैं तो यह ब्लड कैंसर के शुरूआती लक्षण हो सकते हैं। वहीं इस स्थिति में प्लेटलेट का स्तर कम होने के कारण नाक या मसूड़ों से ब्लीडिंग शुरू हो सकती है। इसके लिए बिना देर किये डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी हैं।

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5. अचानक वजन घटना

डॉक्टर के अनुसार अचानक से वजन में तेज गिरावट आना ब्लड कैंसर का कारण हो सकता है। इसके लिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी हैं।

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आपको समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है। चित्र : एडॉबीस्टॉक

यहां हैं ब्लड कैंसर के नजर आने वाले कुछ अन्य सामान्य लक्षण

अधिक ठंड लगना
रात को पसीना आना
हड्डियों में दर्द महसूस होना
त्वचा में अधिक खुजली का एहसास
भूख न लगना
जी मचलने की समस्या
सिरदर्द का एहसास
सांस लेने में तकलीफ होना
पेशाब करने में कठिनाई
गंभीर पेट दर्द
मुंह में छाले पड़ना
त्वचा पर छोटे लाल धब्बे नजर आना
खांसी और उल्टी होना

यह सभी ब्लड कैंसर के सामन्य लक्षणों में शामिल हैं। इसलिए इन लक्षणों को नजरअंदाज न करते हुए समय रहते विशेषज्ञ की सलाह लें, क्योंकि समय रहते निदान और इलाज से मरीज आसानी से रिकवर कर सकते हैं।

डॉक्टरों के परामर्श से नियमित स्वास्थ्य जांच से रक्त संबंधी असामान्यताओं का शीघ्र पता लगाने में मदद मिल सकती है।

रक्त कैंसर का प्रबंधन करने का सबसे अच्छा तरीका प्रारंभिक संकेतों को समझना और समय पर प्रबंधन शुरू करना है। तो, आइए एक साथ मिलकर लड़ें और हम जागरूकता पैदा करने और स्वस्थ रहने के लिए सशक्त बनें।

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अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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