लॉग इन

बढ़ती उम्र की समस्‍याओं को कम करना है, तो अपने एजिंग पेरेंट्स के आहार में करें ये 5 जरूरी बदलाव

उम्र बढ़ने के बहुत सारे जोखिम होते हैं। खासतौर से यदि आपके पेरेंट्स की उम्र पचास या उसके पार होने लगी है तो आपको उनके आहार का बहुत ध्‍यान रखना होगा।
अगर आपके एजिंग पेरेंट्स हैं तो पालक खाएं। चित्र-शटरस्टॉक।
विनीत Published: 4 Mar 2021, 19:01 pm IST
ऐप खोलें

बढ़ती उम्र के साथ, मानव शरीर कई तरह के परिवर्तनों से गुजरता है। तो यह समय आपके पैरेंट्स के लिए अधिक जोखिमों से भरा हो सकता है। जब वे 50 की उम्र को हिट करते हैं, तो उनके चयापचय में गिरावट शुरू होने लगती है, विशेष तौर पर जब महिलाएं मेनोपॉज में प्रवेश करती हैं। उनकी मांसपेशियां खोने लगती हैं और अधिक स्वास्थ्य समस्याओं को विकसित करने के लिए प्रवण हो जाती हैं। 

अपने पेरेंट्स को इन सभी स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं से निपटने में मदद करने के लिए जरूरी है कि उनके आहार का ध्‍यान रखा जाए। उनकी सेहत के लिए आपको उनके शरीर की आवश्यकता के अनुसार उनके आहार को समायोजित करने की आवश्यकता है।

जीवन के इस पड़ाव पर, आपको अपने पेरेंट्स के भोजन के विकल्पों को लेकर अधिक सचेत होना जरूरी है। इस उम्र में आप उनकी थाली में जो कुछ भी रख रही हैं, उसका असर उनके शरीर के साथ ही त्वचा पर भी पड़ता है। ऐसे में उनके लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहार आवश्यक है। 50 की उम्र के आसपास और बाद में यह और भी अधिक महत्वपूर्ण है।

यहां हम आपको कुछ आवश्यक आहार परिवर्तनों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आप अपने एजिंग पेरेंट्स की डाइट में शामिल कर सकते हैं, जो कि 50 की उम्र के बाद उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

  1. उनकी मांसपेशियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए प्रोटीन

वृद्धावस्था की शुरुआत मांसपेशियों में गिरावट के साथ होती है। डेटा से पता चलता है कि 30 वर्ष की आयु के बाद बोन मास लगभग 3 से 8 प्रतिशत प्रति दशक घटता है। गिरावट की दर नाटकीय रूप से 60 वर्ष की आयु के बाद बढ़ जाती है। साथ ही 80 साल के आसपास तक वे अपनी आधी से ज्यादा कंकाल की मांसपेशियों का द्रव्यमान खो सकते हैं।

प्रोटीन युक्त आहार उनकी मांसपेशियों को बनाए रखने में मदद करेगा। चित्र: शटरस्टॉक

इसका मुख्य कारण शारीरिक गतिविधियों में कमी और पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन नहीं करना है। जीवन के बाद के चरण में आहार में अधिक प्रोटीन शामिल करने से मांसपेशियों के नुकसान को रोका जा सकता है। साथ ही चोट के जोखिम को कम किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, 50 से अधिक उम्र के लोगों को प्रति किलोग्राम वजन के हिसाब से 1 से 1.5 ग्राम प्रोटीन प्रतिदिन लेने की सलाह दी जाती है।

शोध से पता चलता है कि अधिक प्रोटीन का सेवन करने वाले पुराने वयस्कों में सामान्य “कामकाजों” को खोने की संभावना कम होती है। जैसे- खुद को तैयार करने की क्षमता, बिस्तर से बाहर निकलना, सीढ़ियों पर चढ़ना-उतरना और अधिक चलना।

यह भी पढ़ें: इस अध्ययन के अनुसार ज्‍यादा दूध पीने से बढ़ सकता है बोन फ्रैक्चर का जोखिम, जानिए क्‍यों

  1. हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए उनके आहार में अधिक कैल्शियम जोड़ें

हम सभी जानते हैं, बढ़ती उम्र के साथ बोन डेंसिटी कम होने लगती है। यह आपके  पेरेंट्स में ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को बढ़ा सकता है। हैरानी की बात है कि महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस विकसित होने का खतरा पुरुषों की तुलना में पतली हड्डियों और एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट (हार्मोन की रक्षा करने वाली हार्मोन) के कारण होता है, जो महिलाओं के मेनोपॉज तक पहुंचने पर घट जाती है।

अपने पेरेंट्स की हड्डियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए, आपको उनके आहार में अधिक कैल्शियम युक्त भोजन शामिल करने की जरूरत है। विशेषज्ञों के अनुसार, 50 और उससे कम उम्र के लोगों के लिए, न्यूनतम दैनिक कैल्शियम की आवश्यकता 1,000 मिलीग्राम (मिलीग्राम) प्रति दिन है। जबकि 50 से अधिक उम्र वालों के लिए इसकी मात्रा 1,200 मिलीग्राम है।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें
  1. उनके आहार में सोडियम को कम करें

अगर आपके पेरेंट्स उन लोगों में हैं जो अक्सर डाइनिंग टेबल पर हर बार अपने खाने के ऊपर थोड़ा नमक छिड़कते हैं, तो अब उनकी इस आदत को छोड़ने का समय है। क्योंकि उच्च सोडियम का सेवन उनमें स्ट्रोक और हाई बीपी के जोखिम को बढ़ा सकता है। 

अपने पेरेंट्स के दैनिक सोडियम स्तर को 1,500 मिलीग्राम प्रति दिन तक सीमित रखना सबसे अच्छा है। नमक के बजाय, उनके भोजन में स्वाद जोड़ने के लिए आप अन्य जड़ी-बूटियों और मसालों का उपयोग कर सकते हैं।

  1. मस्तिष्क के कामकाज को बनाए रखने के लिए विटामिन बी 12

उम्र बढ़ने से मस्तिष्क के कामकाज पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। भूलने की बीमारी, मस्तिष्क कोहरे और एकाग्रता की कमी अक्सर 50 से अधिक उम्र के लोगों में देखी जाती है। मस्तिष्क के इष्टतम कार्य के लिए, विटामिन बी 12 को आहार में जोड़ना आवश्यक है।

मस्तिष्क के कामकाज के लिए विटामिन बी12 जरूरी है। चित्र: शटरस्‍टॉक

बी 12 ज्यादातर पशु-आधारित खाद्य उत्पादों में मौजूद होता है, लेकिन अगर आप शाकाहारी हैं, तो आप एक चिकित्सक से परामर्श के बाद, अपने पेरेंट्स के आहार में सप्लीमेंट्स जोड़ सकते हैं। हमारे शरीर को बड़ी मात्रा में इस पोषक तत्व की आवश्यकता नहीं होती। विटामिन बी 12 को शरीर में सालों तक संग्रहीत किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, 50 से अधिक उम्र के लोगों के लिए विटामिन बी -12 की दैनिक खपत 2.4 माइक्रोग्राम प्रतिदिन है।

  1. अच्छे स्वास्थ्य के लिए विटामिन डी

विटामिन डी की कमी सभी आयु वर्ग के लोगों में आम है। भले ही सूरज की रोशनी, विटामिन डी का सबसे बड़ा स्रोत, प्रचुर मात्रा में मौजूद है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोगों में इस महत्वपूर्ण पोषक तत्व की कमी हैं। यह विटामिन शरीर के कई आंतरिक कार्यों में एक केंद्रीय भूमिका निभाता है और 50 से अधिक उम्र के लोगों के लिए बेहद आवश्यक है। 

यह हृदय रोग, ऑस्टियोपोरोसिस, मधुमेह, कैंसर और वजन बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, 50 से अधिक उम्र के लोगों के लिए विटामिन डी की न्यूनतम दैनिक आवश्यकता 600 IU है और 70 से अधिक लोगों के लिए 800 IU है।

यह भी पढ़ें: आपके पेरेंट्स हड्डियों और जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो ये 5 हर्ब्स दे सकती हैं उन्‍हें राहत 

विनीत

अपने प्यार में हूं। खाने-पीने,घूमने-फिरने का शौकीन। अगर टाइम है तो बस वर्कआउट के लिए। ...और पढ़ें

अगला लेख