प्रतिदिन लगभग 240 मिलीलीटर दूध का सेवन आपको कैल्शियम की दैनिक आवश्यकता का लगभग 30 प्रतिशत प्रदान करता है। सिर्फ इतना ही नहीं, दूध में प्रोटीन, वसा, विटामिन डी और विटामिन बी 12 भी होता है, जो इसे एक सुपर हेल्दी फूड बनाता है।
कैल्शियम, दूध में पाया जाने वाला प्रमुख पोषक तत्व है, जो कि हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। गाय का दूध मैग्नीशियम और पोटेशियम में भी समृद्ध होता है। ये दोनों स्वस्थ दांतों और हड्डियों का समर्थन करने में मदद करते हैं।
लेकिन जैसा कि हम सभी अक्सर सुनते हैं, कि कोई भी फूड आपके लिए कितना भी पौष्टिक और स्वस्थ क्यों न हो, लेकिन उसका अधिक मात्रा में सेवन करना हमेशा ही आपके लिए खराब होता है। ठीक ऐसा ही दूध के साथ भी है। बहुत अधिक दूध पीने से वास्तव में आपकी हड्डियों को नुकसान हो सकता है, साथ ही ऐसा करना आपके स्वास्थ्य को फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।
बीएमजे (BMJ) में प्रकाशित एक शोध अध्ययन के अनुसार, यह पाया गया कि प्रत्येक दिन तीन या अधिक गिलास दूध पीने से महिलाओं की हड्डियों में फैक्चर होने का खतरा बढ़ सकता है। अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग हर रोज तीन गिलास दूध पीते थे, उनमें हड्डियों के फ्रैक्चर का खतरा 16 फीसदी तक बढ़ गया।
डी-गैलेक्टोज नामक चीनी के कारण दूध की बढ़ी हुई खपत के साथ फ्रैक्चर की संभावना बढ़ जाती है। यह लैक्टोज, दूध में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाली शुगर में पाया जाता है। माना जाता है कि लैक्टोज ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को बढ़ाता है और निम्न-श्रेणी की पुरानी सूजन में योगदान देता है। और हम सभी इस तथ्य से अच्छी तरह परिचित हैं कि सूजन विभिन्न तरीकों से शरीर पर कहर बरपा सकती है।
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पूर्ण वसा वाले गाय के दूध और पनीर सहित डेयरी उत्पादों में संतृप्त वसा होती है, जो सूजन को बढ़ा सकती है। सैचुरेटेड फैट खराब कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ा सकते हैं। साथ ही आपके दिल की बीमारियों के जोखिम को भी बढ़ा सकते हैं।
द अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रीशन में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन के अनुसार, उम्रदराज लोगों में ऑस्टियोपोरोसिस के कारण हड्डियो में फ्रैक्चर की समस्या उन देशों में अधिक हैं जो सबसे अधिक डेयरी, पशु प्रोटीन और कैल्शियम का उपभोग करते हैं।
यदि आप पहले से बोन फ्रैक्चर से जूझ रही हैं या बोन फ्रैक्चर की आशंका है, तो आपको गाय के दूध के सेवन की जांच करने की आवश्यकता है। कोई भी कदम उठाने से पहले इस समस्या के बारे में डॉक्टर से परामर्श अवश्य कर लें।
प्रतिदिन लगभग 250 मिलीलीटर दूध उन लोगों के लिए पर्याप्त है जो रोजाना पनीर या दही का सेवन करते हैं। साथ ही अगर आप पनीर या दही का सेवन नहीं करती हैं, तो आपको दिन में तीन गिलास से अधिक दूध नहीं पीना चाहिए। इसके अलावा मॉडरेशन में दूध का सेवन करें।
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