इम्यूनिटी बढ़ाने का अल्टीेमेट तरीका है ऑयल पुलिंग, जानें इसकी सही प्रक्रिया
अपनी इम्यूनिटी अंदर से स्ट्रांग करने के लिए हम क्या नहीं करते, लेकिन क्या आप जानती हैं कि इम्यूनिटी को बाहर से मजबूत बनाना भी बेहद जरूरी है। और इसके लिए आयुर्वेद का एक और हथियार हम आपके लिए लेकर आए हैं।
क्या है ऑयल पुलिंग?
सीधे शब्दों में कहें तो ऑयल पुलिंग का अर्थ है तेल का कुल्ला करना। अब आप यह सोचेंगे कि तेल से कुल्ला करने से इम्यूनिटी का क्या ताल्लुक? दरअसल यह टेक्नीक आज की नहीं, बल्कि 3000 साल पुरानी है।
जब आप तेल से कुल्ला करते हैं, तो तेल आपके मुंह के सभी बैक्टीरिया को बाहर कर देता है।इतना ही नहीं, ऑयल पुलिंग हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है। न्यूट्रिशनिस्ट शेरिल सलिस इस तकनीक पर भरोसा करती हैं और इसे इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर भी मानती हैं।
शेरिल बताती हैं, “हमारा मुंह हज़ारों जीवाणुओं का घर होता है। कुछ देर तेल के मुंह में मौजूद रहने से ये सभी जीवाणु खत्म हो जाते हैं और हमारा मुंह पूरी तरह साफ हो जाता है।”
इस प्रोसेस के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। अब आप सोच रहे होंगे नारियल तेल ही क्यों, जैतून, सरसों या कोई अन्य तेल क्यों नहीं? इसका जवाब भी आयुर्वेद के पास है। नारियल तेल में विटामिन ई और लौरिक एसिड होता है। इसमें मौजूद एन्टी वायरल प्रॉपर्टी के कारण यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है।
क्या है इसका सही तरीका?
ऑयल पुलिंग बहुत ही आसान है और आप बिना कोई झंझट इसे अपने रूटीन में शामिल भी कर सकती हैं।
पहली बात, ऑयल पुलिंग सुबह-सुबह उठकर खाली पेट ही करें।
एक बड़ा चम्मच नारियल तेल लें और 3 से 5 मिनट तक अच्छी तरह कुल्ला करें और तेल को थूक दें। इसे निगलना बिल्कुल नहीं है क्योंकि इसमें ढेरों बैक्टीरिया मौजूद होंगे। उसके बाद नॉर्मली ब्रश कर लें।
हफ्ते में 3 से 4 बार तक इस प्रोसेस को करें।
बस इस आसन से प्रोसेस से आप अपने आपको कई हानिकारक इन्फेक्शन से दूर रख सकती हैं। खासकर तब जब कोविड-19 का कहर पूरी दुनिया पर छाया हुआ है। सैनीटाइजेशन और साबुन से हाथ धोने की आदतों के साथ इस आदत को भी अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें और खुद को सुरक्षित रखें।
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