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Mud therapy : मड थेरेपी के लिए करें मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल, आपको मिलेंगे ये 5 फायदे

आयुर्वेद के अनुसार, हमारा शरीर पाँच मूल तत्वों या पंच महाभूतों से बना है - पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश। पांच तत्वों में से, पृथ्वी या मिट्टी की महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि इसका स्वास्थ्य पर कई सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
मड थेरेपी, स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बढ़ावा देने के लिए मिट्टी के प्राकृतिक उपचार गुणों का उपयोग करता है। चित्र- अडोबी स्टॉक
Updated On: 27 Jun 2024, 03:50 pm IST

अगर आपने मड थेरेपी के बारे में सुना है तो मुल्तानी मिट्टी की थेरेपी भी उसी का ही रूप है। मुल्तानी मिट्टी के फायदों के बारे में हम भारतीयों को बताने की जरूरत नहीं है क्योंकि बचपन में कई लोगों ने मुल्तानी मिट्टी से जरूर ही नहाया होगा। मुल्तानी मिट्टी को फेस मास्क (multani mitti for skin) और स्किन को अच्छा बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। मुल्तानी मिट्टी से थेरेपी करना मड थेरेपी के सामान ही है। इसमें पूरे शरीर में मुल्तानी मिट्टी को लगाया जाता है जिससे कई फायदे मिलते है। चलिए जानते है मुल्तानी मिट्टी (Benefits of multani mitti) की थेरिपी के बारे में।

मड थेरेपी के बारे में क्या कहता है आयुर्वेद (what is mud therapy)

प्रवीन आनंद जो की एक योगा टीचर है बताते है कि आयुर्वेद के अनुसार, हमारा शरीर पाँच मूल तत्वों या पंच महाभूतों से बना है – पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश। पांच तत्वों में से, पृथ्वी या मिट्टी की महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि इसका स्वास्थ्य पर कई सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

मड थेरेपी, स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बढ़ावा देने के लिए मिट्टी के प्राकृतिक उपचार गुणों का उपयोग करता है। इस चिकित्सा में मिट्टी के पैक या पूरे शरीर पर मिट्टी से नहाना शामिल है, जो दोषों को संतुलित करने, शरीर को डिटॉक्सीफाई करने और रक्त संचार को बेहतर बनाने के लिए माना जाता है। मिट्टी में मौजूद खनिज और पोषक तत्व त्वचा को पोषण देते हैं और उपचार प्रक्रिया में सहायता करते हैं।

मुल्तानी मिट्टी मड थेरेपी का एक मुख्य लाभ यह है कि यह त्वचा को गहराई से साफ और डिटॉक्सीफाई करता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

मुल्तानी मिट्टी मड थेरेपी के फायदे (Mud therapy benefits)

1 डीप क्लींजिंग और डिटॉक्सीफिकेशन

प्रवीन आनंद बताते है कि मुल्तानी मिट्टी मड थेरेपी का एक मुख्य लाभ यह है कि यह त्वचा को गहराई से साफ और डिटॉक्सीफाई करता है। मिट्टी के सोखने वाले गुण त्वचा से अशुद्धियां, अतिरिक्त तेल और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं, जिससे त्वचा साफ और तरोताजा हो जाती है। मुल्तानी मिट्टी के मास्क का नियमित उपयोग गंदगी और मैल को रोक सकता है। यह डीप क्लींजिंग कई तरह की स्किन समस्या वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है।

2 मुंहासे और फुंसी कम करता है

मुल्तानी मिट्टी के एंटी बैक्टिरियल गुण और सूजनरोधी गुण इसे मुंहासे और फुंसियों के उपचार के लिए काफी फायदेमंद बनाते है। यह स्किन पोर्स के आकार को कम करने, तेल उत्पादन को नियंत्रित करने और नए मुंहासे बनने से रोकने में मदद करता है। मुल्तानी मिट्टी मुंहासे के निशान और दाग-धब्बों को ठीक करने में मदद करता है, जिससे त्वचा साफ और एक समान हो जाती है।

3 सनबर्न को ठीक करने में मददगार

मुल्तानी मिट्टी के ठंडे और आराम देने वाले गुण इसे सनबर्न और त्वचा की जलन के लिए एक बेहतरीन उपाय बनाते हैं। जब इसे सनबर्न वाली त्वचा पर लगाया जाता है, तो यह गर्मी और रेडनेस को कम करके तुरंत राहत प्रदान करता है। यह अन्य त्वचा की जलन, जैसे कि चकत्ते और कीड़े के काटने को शांत करने में भी मदद करता है। मुल्तानी मिट्टी का शांत प्रभाव जलन वाली त्वचा के लिए तेज़ी से उपचार और आराम दे सकता है।

4 बाल और स्कैल्प को स्वास्थ रखता है

मुल्तानी मिट्टी का उपयोग बालों और स्कैल्प के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए भी किया जा सकता है। इसका उपयोग हेयर मास्क के रूप में किया जाता है, यह स्कैल्प से अतिरिक्त तेल, गंदगी को हटाने में मदद करता है, जिससे बालों को बढ़ने में मदद मिलती है। यह रूसी को कम करने और स्कैल्प की जलन को शांत करने में भी मदद कर सकता है। मुल्तानी मिट्टी में मौजूद खनिज बालों को पोषण देते हैं, जिससे वे मजबूत होते है। इसलिए अगर आपके बाल झड़ रहें हो तो मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल कर सकते है।

ल्तानी मिट्टी का उपयोग बालों और स्कैल्प के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए भी किया जा सकता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

कैसे की जाती है मुल्तानी मिट्टी मड थेरेपी (How to do mud therapy at home)

  1. एक कटोरी में पर्याप्त मात्रा में मुल्तानी मिट्टी लें। धीरे-धीरे पाउडर में पानी, गुलाब जल या दूध मिलाएं और चिकना, गाढ़ा पेस्ट बनाएं। गुलाब जल को इसके सुखदायक गुणों के लिए पसंद किया जाता है, जबकि दूध अतिरिक्त नमी प्रदान करता है।
  2. गंदगी या तेल को हटाने के लिए शॉवर लें या उन क्षेत्रों को धोएं जहां आप थेरेपी करने की योजना बना रहे हैं। अपनी त्वचा को तौलिए से थपथपाकर सुखाएं।
  3. ब्रश या अपने हाथों का उपयोग करके, मुल्तानी मिट्टी के पेस्ट को अपने शरीर पर समान रूप से लगाएं। उन क्षेत्रों पर ध्यान दें जहां ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत है, जैसे कि पीठ, छाती, हाथ और पैर।
  4. पेस्ट को अपनी त्वचा पर सूखने दें। इसमें आमतौर पर 15-20 मिनट लगते हैं। इस दौरान, आराम करने की कोशिश करें और मास्क को फटने से बचाने के लिए ज़्यादा हिलने-डुलने से बचें।
  5. पेस्ट के सूख जाने पर, इसे गुनगुने पानी से धो लें। मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मदद करने के लिए धोते समय अपनी त्वचा पर गोलाकार गति में धीरे से मालिश करें।

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लेखक के बारे में
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

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