Hartalika teej 2023 : प्रेम, संयम और संतुलन का संदेश देती है हरतालिका तीज, जानिए क्यों महिलाएं अब भी रखती हैं ये व्रत
गृहस्थी बहुत सारे अनुभवों पाठशाला है। ऐसी बहुत सारी चीजें हैं, जो आप तभी समझ पाते हैं, जब किसी के साथ प्रेम के रिश्ते में शामिल होते हैं। उत्तर भारत में ऐसे कई त्योहार मनाए जाते हैं, जो खास विवाहित जोड़ों के लिए होते हैं। हालांकि बदले हुए लाइफस्टाइल में किसी का किसी के लिए व्रत करना उतना महत्वपूर्ण नहीं रह गया है। पर अब भी विवाहित जोड़े एक-दूसरे को स्पेशल फील करवाने के लिए कुछ खास करना पसंद करते हैं। ऐसा ही एक खास उत्सव है हरतालिका तीज। इस बार यह त्योहार 18 सितंबर (Hartalika teej 2023) को मनाया जा रहा है। जो प्रेम, संतुलन और संयम की सीख देता है।
कब है हरतालिका तीज और क्या है संदेश (Hartalika teej 2023)
इस वर्ष 18 सितम्बर को हरतालिका तीज ((Hartalika teej 2023) है। पौराणिक कथा के अनुसार, पार्वती ने शिव को पाने के लिए व्रत रखा। पार्वती की मनोकामना पूरी करने के लिए शिव अर्धनारीश्वर के रूप में आए। अपने रूप के माध्यम से उन्होंने जगत को संतुलन का संदेश दिया। यह सच है कि यदि जीवन में संतुलन साध लिया गया, तो व्यक्ति पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में भी खुश रह सकेगा। किसी भी प्रकार की परिस्थिति उसे परेशान नहीं कर पाएगी।
यहां हैं बैलेंस्ड लाइफ के 5 फायदे (5 Benefits of Balanced Life)
1 सच्चा प्रेम आपको तनावमुक्त करता है (Stress free life)
यदि आप किसी से सच्चा प्रेम करती हैं, तो यह आपको तनावमुक्त करता है। आप और आपके पार्टनर हर अच्छी और बुरी बात एक-दूसरे से शेयर कर पाते हैं। शेयरिंग से तनाव और दवाब महसूस नहीं होता है। इससे एंग्जाइटी भी नहीं होती है। इससे आपका जीवन स्ट्रेस फ्री और हैप्पी बन जाता है।
2 हेल्दी रिलेशनिशप आपको सेहतमंद रखती है (healthy relationship for overall health)
अपने रिश्ते के बारे में यदि आप बहुत अधिक सोचती हैं या इच्छा पूरी नहीं होने पर क्रोध करती हैं, तो आप हमेशा थका हुआ महसूस कर सकती हैं। इससे आपकी नींद पूरी नहीं होगी और आप बीमार भी पड़ सकती हैं? इससे आपका मेंटल और फिजिकल हेल्थ प्रभावित हो सकता है। लाइफ को ट्रैक पर बने रहने और संतुलन के लिए हेल्दी रिलेशनशिप जरूरी है। हेल्दी रिलेशनशिप के लिए घर और ऑफिस के कार्य से अवकाश लेकर प्रकृति के बीच समय बिताएं। इससे एक-दूसरे को अच्छी तरह समझने का अवसर मिल सकेगा और प्रगाढ़ता (Intimacy) बढ़ेगी।
3 प्रेम और सामंजस्य बढ़ाते हैं प्रोडक्टिविटी (Productivity increases)
कल्पना करें कि आप पूरी तरह से काम में व्यस्त हैं और आपकी कोई निजी जिंदगी नहीं है। दूसरों से आगे निकलने की होड़ में आपका मन प्रभावित होने लगता है। इससे आप अपने काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाती हैं। इसका प्रभाव धीरे-धीरे आपके काम पड़ पड़ने लगता है और आपकी प्रोडक्टिविटी घट जाती है। सेल्फ केयर केयर के साथ-साथ पार्टनर के प्रति प्रेम बढायें। आपसी सामंजस्य बिठाएं, इससे स्वाभाविक रूप से प्रोडक्टिविटी बढ़ जाएगी।
4 पार्टनर के साथ खुद पर भी दें ध्यान (get more time for yourself)
जो जीवन में संतुलन नहीं बना पाते हैं, उनके लिए खुद के लिए समय निकालना मुश्किल हो जाता है। अक्सर काम और डेली रूटीन में संतुलन की कमी के कारण आपका योगाभ्यास या वर्कआउट टाइम मिस हो जाता होगा। असंतुलन के कारण आपको घर और ऑफिस में ओवरटाइम भी करना पड़ सकता है। इसलिए हर काम के लिए निश्चित समय तय करना जरूरी है। पार्टनर, घर-परिवार के साथ-साथ खुद पर भी ध्यान दें।
5 संतुष्टि है सबसे बड़ा धन (get satisfaction)
एक बार जब आप जीवन में संतुलन बना लेंगी, तो आप अधिक संतुष्ट महसूस करेंगी। दरअसल, संतुष्ट होने पर आप अपनी तुलना दूसरों से करना बंद कर देंगी। संतुलन तनाव और अवसाद जैसे नकारात्मक विचारों से लड़ने और दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। यह आपको रीजुवेनेट करने और एनर्जेटिक बनाने में मदद कर सकता है। इससे मूड स्विंग पर कंट्रोल होगा और मूड भी बेहतर हो सकेगा।
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