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Yoga for Brain : क्राउन एरिया से लेकर पोनी एरिया तक, आपके पूरे मस्तिष्क को जागृत कर सकते हैं ये 4 योगासन

स्क्रीन टाइम बहुत अधिक बढ़ जाने से सीधा असर हमारे दिमाग पर पड़ा है। इससे बच्चे हों या बड़े सभी की याददाश्त कमजोर होने लगी है। यहां हैं एक्सपर्ट के बताये 4 योगासन, जो हर उम्र के लोगों की मेमोरी और माइंड शार्पनेस को बढ़ा सकते हैं।
कुछ योगासन बहुत जरूरी हैं। चित्र : अडोबी स्टॉक
स्मिता सिंह Published: 13 May 2023, 18:30 pm IST
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इन दिनों बच्चे हों या बड़े, उनका स्क्रीन टाइम बहुत अधिक बढ़ गया है। यह ब्रेन हेल्थ को सबसे अधिक प्रभावित कर रहा है। हम जरूरी सामान को कहीं रख कर भूल जाते हैं। अपने परिचितों का नाम जल्दी से याद नहीं आ पाता है। याददाश्त को मजबूत बनाये रखने के लिए कुछ योगासन बहुत जरूरी (yoga for memory and sharpness) हैं। योग विशेषज्ञ मानते हैं कि न सिर्फ खुद योगासन करें, बल्कि घर परिवार के बच्चों में भी करने की आदत डालें।

संज्ञानात्मक कौशल में सुधार (cognitive skill)

जब हम योग करते हैं, तो मस्तिष्क की कोशिकाएं नए कनेक्शन विकसित करती हैं। इसके कारण मस्तिष्क की संरचना के साथ-साथ कार्य में भी परिवर्तन होते हैं। इसके परिणामस्वरूप सीखने और स्मृति जैसे संज्ञानात्मक कौशल (cognitive skill) में सुधार होता है। योग मस्तिष्क के उन हिस्सों को मजबूत करता है, जो मेमोरी (memory), ध्यान (concentration) , जागरूकता (awareness), विचार (ideas) और भाषा (Language) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

ब्रेन में मेमोरी स्टोर करते हैं योगासन (memory) 

योग टीचर स्मृति अपने इनस्टाग्राम पोस्ट में बताती हैं, ‘कुछ योगासन माइंड पर बेहतर तरीके से काम करते हैं। ये सूक्ष्म अभ्यास (micro exercises) हैं, जो हिप्पोकैम्पस (hippocampus) पर काम करते हैं। यह ब्रेन का वह हिस्सा है, जो मेमोरी से संबंधित है। ये योगासन मेंटल हेल्थ के लिए सबसे जरूरी हैं। हर अभ्यास के बाद सामान्य श्वास के साथ कुछ सेकेंड का ब्रेक लेना जरूरी है। इसके बाद आगे के योगासन के लिए आगे बढ़ना है। ये सभी मुद्रा को 3 बार करना पर्याप्त है। इसकी प्रैक्टिस स्टूडेंट भी कर सकते हैं।

यहां हैं मेमोरी पॉवर बढाने वाले योग टीचर स्मृति के बताये योगासन

1 क्राउन एरिया को जागरूक करने वाला आसन

इस आसन को करने से कंसनट्रेशन बढ़ता है। किसी ख़ास वस्तु या चीज पर ध्यान लगाना संभव हो पाता है।

कैसे करें यह आसन
चिन डाउन कर लें। आंखें खुली रखें।
क्राउन एरिया पर ध्यान लगायें।
तेज गति से सांस लें और चेस्ट को एक्सपैंड करें।

2 पोनी एरिया को जागरूक करने वाला आसन

इस आसन से खुद को शांत करने में मदद मिलती है। भटकाव नहीं हो पाता है।

कैसे करें यह आसन
सिर को ऊपर की ओर करें।
अपनी अवेयरनेस को जहां पोनी टेल या शिखा बांधते हैं, वहां ले जाएं।
तेज-तेज सांस लें। सांस लेते समय चेस्ट फैलना चाहिए।

3 शनमुखी मुद्रा (shanmukhi mudra)

यह मुद्रा इंद्रियों पर नियंत्रण रखने में हमारी मदद करती है। मूल रूप से हमारा मन जो इधर-उधर भटकता है, उसे इस शनमुखी मुद्रा से नियंत्रित किया जा सकता है।

कैसे करें शनमुखी मुद्रा
सांस को रोककर रखें।
आंखें बंद कर लें।
कानों को अंगूठों से, आंखों को इंडेक्स उंगलियों से और नाक को मिड्ल फिंगर से ढक लें। होंठ के बगल में छोटी उंगलियों को रखें।

यह मुद्रा इंद्रियों पर नियंत्रण रखने में हमारी मदद करती है। चित्र:शटरस्टॉक

मुंह से ओम ध्वनि निकलने की तरह मुद्रा बनाते हुए मुंह को फुला लें। सिर को नीचे की ओर करते हुए आधा मिनट तक इस अवस्था में रहें।

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4 सुप्त उदाराकर्षणासना (supt udarakarshanasana)

यह मानसिक और शारीरिक तनाव दूर करने के लिए बढ़िया आसन है। स्पाइनल मूवमेंट ब्रेन में मेमोरी को स्टोर करने में मदद करता है। इसके अलावा, इस आसन से पेट के अंगों और मांसपेशियों को खिंचाव मिलता है। इसके परिणामस्वरूप पाचन में सुधार होता है। सुप्त उदराकर्षणासन के नियमित अभ्यास से कब्ज दूर होती है। योग मैट पर लेट जाएं। दोनों घुटनों को मोड़ लें

कैसे करें सुप्त उदाराकर्षणासना
दोनों हाठों को ढीला रखते हुए सिर के पास रखें।
दोनों मुड़े हुए घुटने को एक साथ एक साइड की तरफ झुकाएं।
झुकाने पर सिर को दूसरी दिशा की तरफ करें

यह मानसिक और शारीरिक तनाव दूर करने के लिए बढ़िया आसन है। चित्र : शटरस्टॉक

अंत में

इन सभी आसनों को नियमित रूप से करने पर फायदा मिलता है। इसे हर उम्र का व्यक्ति कर सकता है। यदि बच्चे को ये आसन करते समय चक्कर आता है और वह असहज महसूस करता है, तो इन योगासनों को वह नहीं करे।

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स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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