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मेनोपॉज में एक्टिव रहने वाली महिलाओं में कम होता है स्तन कैंसर का जोखिम, एक्सपर्ट बता रही हैं जोखिम कारक और बचाव के उपाय

इन दिनों ब्रेस्ट कैंसर के मामले बहुत अधिक आ रहे हैं। हालांकि कुछ जोखिम जैसे कि फैमिली हिस्ट्री होने पर रिस्क बहुत अधिक बढ़ जाता है। कुछ जोखिमों के प्रति जागरूक रहने पर स्तन कैंसर रिस्क को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। एक्सपर्ट से जानते हैं स्तन कैंसर का जोखिम बढ़ा देने वाले कारकों को।
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अधिक वजन वाली या मोटापे से ग्रस्त बड़ी उम्र की महिलाओं में स्वस्थ वजन वाली महिलाओं की तुलना में स्तन कैंसर होने का खतरा अधिक होता है। चित्र- अडोबी स्टॉक
स्मिता सिंह Published: 6 Mar 2024, 11:00 am IST
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स्वास्थ्य के प्रति सजग होना जरूरी है। सजगता की कमी के कारण ही स्तन कैंसर का खतरा बढ़ता है। कुछ जोखिम जैसे कि अधिक उम्र होना से बचाव संभव नहीं है। कुछ जोखिम के प्रति सावधान रहने या जागरूक रहने पर कैंसर से बचाव किया जा सकता है। कुछ महिलाओं को बिना किसी जोखिम कारक के भी स्तन कैंसर हो जाता है। जोखिम कारक होने का मतलब यह नहीं है कि आपको बीमारी हो जाएगी। साथ ही सभी जोखिम कारकों का प्रभाव समान नहीं हो सकता है।यहां सबसे पहले तो यह जानना जरूरी है कि कौन-कौन सी चीज़ें स्तन कैंसर का जोखिम (breast cancer risks) बढ़ा सकती हैं।

क्या हैं स्तन कैंसर के जोखिम कारक (breast cancer risks)?

भारत के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एन्ड प्रिवेंशन के अनुसार, स्तन कैंसर का खतरा कई कारकों के संयोजन से बढ़ सकता है। ज्यादातर स्तन कैंसर 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाओं में पाया जाता है। यदि किसी भी महिला को स्तन कैंसर के किसी भी तरह के लक्षण का एहसास हो रहा हो, तो जोखिम को कम करने के तरीकों और स्तन कैंसर की जांच के बारे में तुरंत अपने डॉक्टर से बात करे।

जोखिम कारक जिन्हें आप खत्म या कम नहीं कर सकतीं (Risk factors you can’t eliminate or reduce)

 एजिंग (Aging for breast cancer risk)

उम्र के साथ स्तन कैंसर का खतरा बढ़ता जाता है। अधिकांश स्तन कैंसर 50 वर्ष की आयु के बाद डायग्नोज होता है।

जेनेटिक परिवर्तन (Genetic mutations for breast cancer risk)

जिन महिलाओं को बीआरसीए1 और बीआरसीए2 जैसे कुछ जीनों में परिवर्तन (Genetic mutations)) विरासत में मिला है, उनमें ब्रैस्ट और सर्वाइकल कैंसर का खतरा अधिक होता है।

यदि किसी महिला की मां, बहन  या परिवार के किसी सदस्य को ब्रेस्ट या सर्वाइकल  कैंसर हुआ हो, तो स्तन कैंसर का खतरा अधिक होता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

 रिप्रोडक्टिव हिस्ट्री( Reproductive history for breast cancer risk)

12 साल की उम्र से पहले मासिक धर्म शुरू होने और 55 साल की उम्र के बाद मेनोपॉज शुरू होने से महिलाएं लंबे समय तक हार्मोन के संपर्क में रहती हैं। इससे उनमें स्तन कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।

 डेंस ब्रेस्ट (Dense breast for breast cancer risk) 

डेंस स्तनों में वसायुक्त ऊतक की तुलना में अधिक कनेक्टिव टिश्यू होते हैं। इससे कभी-कभी मैमोग्राम पर ट्यूमर को देखना कठिन हो सकता है। डेंस ब्रेस्ट वाली महिलाओं को स्तन कैंसर होने की संभावना अधिक होती है।

स्तन कैंसर या कुछ नॉन-कैंसरस ब्रेस्ट रोगों की हिस्ट्री (non cancerous breast disease for breast cancer risk)

जिन महिलाओं को स्तन कैंसर हो चुका है, उनमें दूसरी बार स्तन कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। कुछ नॉन-कैंसरयुक्त स्तन रोग जैसे एटिपिकल डक्टल हाइपरप्लासिया या लोब्यूलर कार्सिनोमा इन सीटू स्तन कैंसर होने के हाई रिस्क से जुड़े होते हैं।

स्तन या डिम्बग्रंथि कैंसर का पारिवारिक इतिहास (family history of breast cancer)

यदि किसी महिला की मां, बहन या बेटी (फर्स्ट-डिग्री रिश्तेदार) या परिवार में मां या पिता की ओर से कई सदस्यों को ब्रेस्ट या सर्वाइकल का कैंसर हुआ हो, तो स्तन कैंसर का खतरा अधिक होता है। (फर्स्ट-डिग्री के मेल मेंबर को स्तन कैंसर होने से भी महिला में इसका खतरा बढ़ जाता है।

 रेडिएशन ट्रीटमेंट का प्रयोग (Radiation treatment for breast cancer risk) 

जिन महिलाओं को 30 वर्ष की आयु से पहले छाती या स्तनों पर रेडिएशन ट्रीटमेंट (उदाहरण के लिए हॉजकिन के लिंफोमा ट्रीटमेंट ) हुआ था, उन्हें जीवन में बाद में स्तन कैंसर होने का खतरा अधिक होता है।

कुछ जोखिम जिनसे बचाव किया जा सकता है (Some breast cancer risks that can be avoided)

शारीरिक रूप से सक्रिय न होना (Physically inactive)

जो महिलाएं शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं होती हैं, उनमें स्तन कैंसर होने का खतरा अधिक होता है।शारीरिक रूप से सक्रिय रहने से स्तन कैंसर होने का खतरा कम करने में मदद मिल सकती है।

फिजिकली एक्टिव होने पर ब्रैस्ट कैंसर का जोखिम घटता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

 अधिक वजन होना या मेनोपॉज़ के बाद मोटापा होना (Weight gain and menopause obesity increase breast cancer risk) 

अधिक वजन वाली या मोटापे से ग्रस्त बड़ी उम्र की महिलाओं में स्वस्थ वजन वाली महिलाओं की तुलना में स्तन कैंसर होने का खतरा अधिक होता है।

हार्मोन थेरेपी (Hormone therapy for breast cancer risk)

मेनोपॉज के दौरान ली जाने वाली हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के कुछ रूप जिनमें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन दोनों शामिल होते हैं। इन्हें पांच साल से अधिक समय तक लेने पर स्तन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। कुछ ओरल कंट्रासेप्टिव पिल्स स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ाते हुए पाए गए हैं।

 रिप्रोडक्शन हिस्ट्री (Reproduction history for breast cancer risk)

30 साल की उम्र के बाद पहली बार गर्भधारण करना, स्तनपान न कराना भी स्तन कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।

शराब पीना (Alcohol causes breast cancer)

कुछ अध्ययन बताते हैं कि कि महिलाओं के अधिक शराब पीने पर स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान, कैंसर पैदा करने वाले रसायनों के संपर्क में आना और नाइट शिफ्ट में काम करने के कारण हार्मोन में बदलाव आ सकते हैं। ये कारक भी स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।

महिलाओं के अधिक शराब पीने पर स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

सबसे ज्यादा किसे है खतरा (high risk of breast cancer)?

पारिवारिक इतिहास (family history for breast cancer risk) होने से दोनों लिंगों में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। यदि परिवार में स्तन कैंसर का इतिहास है या बीआरसीए1 और बीआरसीए2 जीन में वंशानुगत परिवर्तन हैं, तो स्तन कैंसर होने का हाई रिस्क हो सकता है। सर्वाइकल कैंसर का भी जोखिम बढ़ सकता है।

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स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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