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Loose vagina : योनि की मांसपेशियों में कसाव लाना चाहती हैं, तो पहले जान लें लूज वेजाइना से जुड़े कुछ जरूरी फैक्ट

आपकी वेजाइना की मांसपेशियां प्राकृतिक रूप से बेहद लचीली होती हैं। जरूरत के अनुसार वह स्ट्रेच हो सकती हैं और वापस अपनी शेप में आ सकती हैं।
योनि को स्वस्थ रखने के लिए आप योग का अभ्यास कर सकती हैं।
अंजलि कुमारी Published: 4 Jul 2023, 21:00 pm IST
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महिलाएं अक्सर इस बात को लेकर चिंतित रहती हैं कि उनकी वेजाइना लूज हो जाएगी। वहीं ज्यादातर महिलाएं इसके लिए विभिन्न प्रकार के एक्सरसाइज करती हैं और क्रीम का इस्तेमाल करती हैं। यहां तक कि कुछ महिलाएं दवाइयां लेना भी शुरू कर देती हैं। हालांकि, आपकी वेजाइना की मांसपेशियां प्राकृतिक रूप से बेहद लचीली होती हैं। जरूरत के अनुसार वह स्ट्रेच हो सकती हैं और वापस अपनी शेप में आ सकती हैं। इसके बावजूद कुछ स्थितियाें में वेजाइना के आकार और लचीलेपन में फर्क आता है। अगर आप भी योनि में ढीलापन (Loose vagina) महसूस कर रहीं हैं, तो आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

ज्यादातर महिलाओं को ऐसा लगता है कि प्रेगनेंसी और सेक्स वेजाइनल मसल्स को लूज करते हैं। आखिर इस बात में कितनी सच्चाई है इस बात का पता लगाने के लिए हेल्थशॉट्स प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की गायनेकोलॉजिस्ट और ऑब्सटेट्रिशियन कंसल्टेंट डॉ. रश्मी बालियान से बात की। तो चलिए जानते हैं इस पर क्या है डॉ रश्मि की राय।

क्या है वेजाइना के ढीलेपन की सच्चाई

डॉ रश्मि के अनुसार “विभिन्न कारणों से आपकी योनि की मांसपेशियां ढीली पड़ सकती हैं, जैसे चाइल्ड डिलीवरी, उम्र, हार्मोनल परिवर्तन, मोटापा, कुछ चिकित्सीय स्थितियां और जेनेटिक प्रेडिस्पोजिशन। बच्चे के जन्म के दौरान, योनि की मांसपेशियों और ऊतकों में खिंचाव आ सकता है।

हालांकि, समय के साथ वे खुद ब खुद टोन हो जाते हैं। लेकिन हो सकता है कि वे पूरी तरह से गर्भावस्था से पहले की स्थिति में वापस न आएं। उम्र बढ़ने और हार्मोनल परिवर्तन भी योनि क्षेत्र में फ्लैक्सिबिलिटी को कम कर सकता है। वहीं यह मांसपेशियों को टोन होने में भी रुकावट पैदा कर सकता है।”

स्ट्रेच हो सकती हैं और वापस अपनी शेप में आ सकती हैं। चित्र : एडॉबीस्टॉक

सेक्स और वेजाइना का आकार

पेनिट्रेटिव सेक्स का कोई ऐसा निश्चित नंबर नहीं है, जिससे कि वेजाइना की मांसपेशियां स्थाई रूप से ढीली पड़ जाएं। सेक्स के दौरान वेजाइना प्राकृतिक रूप से ल्युब्रिकेंट प्रोड्यूस करती है। वहीं वेजाइना की मांसपेशियां फ्लैक्सिबल होती हैं और यह पेनिस और सेक्स टॉय के आकार के अनुसार एक्सपेंड हो जाती हैं। जबकि सेक्स के बाद वेजाइना वापस अपने असल आकार में लौट आती है। आपको इस अवधारणा पर तवज्जो नहीं देनी चाहिए कि नियमित सेक्स आपकी वेजाइना के शेप और साइज को स्ट्रेच कर सकता है।

क्या बच्चे के जन्म के बाद वेजाइना की मांसपेशियां ढीली पड़ जाती हैं?

वेजाइनल चाइल्ड बर्थ और प्रेगनेंसी योनि की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा करती हैं। साथ ही साथ पेल्विक फ्लोर को भी कमजोर कर देती हैं। इसकी वजह से वेजाइना ढीली और स्ट्रेच्ड नजर आती है। आपको बताएं कि ऐसा स्थाई रूप से नहीं होता, डिलीवरी के कुछ महीनों के बाद वेजाइना अपने शेप में वापस आ जाती है। हो सकता है कि किसी महिला को शेप रीगेन करने में अधिक समय लगे परंतु यह आपके पुराने आकार के बिल्कुल आसपास होती है।

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क्या उम्र बढ़ने से वेजाइनल मसल्स में खिंचाव पैदा होता है?

बढ़ती उम्र के साथ समग्र शरीर में तमाम बदलाव देखने को मिलते हैं यहां तक कि आप अपनी वेजाइना में भी बदलाव देख सकती हैं। जिस प्रकार शरीर की त्वचा इलास्टिसिटी खोने लगती है, ठीक उसी प्रकार 40 की उम्र के बाद वेजाइना की त्वचा में भी इलास्टिसिटी की कमी आती है। वहीं प्रीमेनोपॉज की स्थिति में वेजाइनल टिशु काफी ड्राई और पतली हो जाती है, साथ ही पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां भी रिलैक्स हो जाती हैं।

इसके साथ ही एस्ट्रोजन का गिरता स्तर, वेजाइना की मांसपेशियों में ब्लड सप्लाई की कमी, वेजाइनल टिशू की इलास्टिसिटी को बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। वहीं बढ़ती उम्र के साथ कोलेजन की कमी हो जाती है, कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है जो बॉडी जैसे कि त्वचा, हड्डियों एवं मांसपेशियों के स्ट्रक्चर को बनाए रखता है। कोलेजन की कमी भी पेल्विक फ्लोर की कमजोरी का कारण बनती हैं। यह सभी फैक्टर बढ़ती उम्र के साथ आपकी योनि के ढीलेपन का कारण बन सकते हैं।

अपने प्लेजर को इंजॉय करें। चित्र : शटरस्टॉक

एक्सपर्ट से जानें लूज वेजाइना की स्थिति में आप क्या कर सकती हैं

डॉ. रश्मि बालियान के अनुसार “यदि आपमें से कोई भी महिला लूज वेजाइना को लेकर चिंतित रहती हैं, तो संभावित रूप से आप अपनी वेजाइना में कसाव ला सकती हैं। हालांकि, हर स्थिति में वेजाइना की मांसपेशियां टेंपरेरी बेसिस पर ढीली पड़ती हैं और समय के साथ वे वपास से सामान्य हो जाती हैं।

फिर भी आप चाहें तो व्यायाम, जिसमें पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को सिकोड़ना और आराम देना शामिल है, योनि की मांसपेशियों को मजबूत और टोन करने में आपकी मदद कर सकता है।”

“इसके अतिरिक्त, विशेष उपकरण और उपचार भी हैं, जैसे कि वेजाइनल वेट या लेजर थेरेपी, जो योनि को कसने का दावा करती हैं। परंतु इन्हें आजमाने के पहले एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना बेहद महत्वपूर्ण है, जो मार्गदर्शन प्रदान करें और व्यक्तिगत परिस्थितियों के आधार पर सबसे उपयुक्त विकल्पों की सिफारिश कर सकें।”

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अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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