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स्किन फ्रेंडली हर्बल गुलाल के साथ मनाएं सेफ होली, यहां है लाल, गुलाबी, हरा और पीला रंग बनाने का तरीका

कई बार मिलावटी गुलाल की वजह से होली के बाद हमें खुजली, रैशेज जैसी त्वचा से जुड़ी विभिन्न प्रकार की समस्याओं से गुजरना पड़ता है। इनसे बचने का सबसे अच्छा तरीका है होममेड गुलाल से होली खेलना।
यहां जानें घर पर हर्बल गुलाल कैसे तैयार करना है। चित्र एडॉबीस्टॉक
अंजलि कुमारी Published: 7 Mar 2023, 12:15 pm IST
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बाजार में तरह-तरह के खूबसूरत और रंगीन गुलाल उपलब्ध हैं। परंतु होली (holi 2023) में मांग बढ़ने के कारण ज्यादातर गुलाल में मिलावट की जाती है। इन रंगों को और भी चमकदार और खुशबूदार बनाने के लिए केमिकल युक्त सॉल्यूशन का इस्तेमाल किया जाता है। जो आपकी त्वचा और आंखों पर कहर बरपा सकता है। अपनी होली (Holi) को सेफ और स्किन फ्रेंडली बनाने के लिए घर पर ही अपने पसंदीदा रंग के गुलाल तैयार करें। अब आप सोच रही होंगी, आखिर इसे कैसे करना है! आप इसकी चिंता न करें, हम आपको बताएंगे कुछ आसान तरीके जिसकी मदद से आप आसानी से घर पर गुलाल (herbal gulal) तैयार कर सकती हैं (how to make herbal gulal at home)। तो बिना देर किए चलिए जानते हैं, किस तरह तैयार करना है गुलाल।

होममेड गुलाल से ही खेलें होली

सभी की त्वचा अलग-अलग प्रकार की होती है, किसी की अधिक सेंसेटिव होती है, तो किसी की ड्राई और डल। इसके साथ ही होली पर बच्चे भी गुलाल खेलते हैं। वहीं बड़ों की तुलना में बच्चों की त्वचा अधिक संवेदनशील होती है। ऐसी स्थिति में लोगों को कई बार साइड इफेक्ट का सामना करना पड़ता है। रैशेज, खुजली, पिंपल्स, ब्रेकडाउन, इंफेक्शन और एलर्जी जैसी त्वचा से जुड़ी समस्याएं लोगों के परेशानी का कारण बन जाती है।

इस बार सूखी होली खेलिए। चित्र: शटरस्टॉक

अब जानिए कैसे बनाना है घरेलू सामग्री से होममेड हर्बल गुलाल

1. पीला रंग (Yellow)

होली में पीले रंग का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जाता है। सुख, शांति और मेडिटेशन के इस रंग को आसानी से घर पर तैयार किया जा सकता है।

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए – हल्दी पाउडर, बेसन और अरारोट।

इस तरह तैयार करें – यदि एक कटोरी बेसन ले रही हैं, तो उसमें आधा कटोरी अरारोट मिला लें। 2 चम्मच हल्दी लें उसमें हल्का सा पानी डाल दें। फिर इसे बेसन और अरारोट के साथ में अच्छी तरह मिला लें। अब इसे पेपर पर फैला कर कुछ देर सूखने के लिए छोड़ दें। फिर जब ये ड्राई हो जाए तो इसे किसी सुंदर सी कटोरी में निकाल लें और गेस्ट टेबल पर रखें।

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2. लाल रंग (Red)

लाल रंग को धार्मिक और परंपरागत रूप से प्रेम और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। इसे त्यौहार में देवी पूजन से लेकर किसी भी कार्य को आरंभ करने से पहले इस्तेमाल किया जाता है। वहीं होली के दिन चटकते लाल रंग से लोगों को रंगने का अपना ही आनंद है।

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए – लाल चंदन, सिंदूर, अरारोट और बेसन

इस तरह तैयार करें – इसे आप दो तरह से तैयार कर सकती हैं। पहला तरीका है कि आप अरारोट और बेसन को एक कटोरी में निकाल लें और उसमें दो चम्मच सिंदूर डालकर अच्छी तरह मिला लें। वहीं दूसरी ओर यदि आपके पास लाल चंदन पाउडर है, तो एक से डेढ़ चम्मच पाउडर को अरारोट और बेसन के साथ मिला दें।

यदि गीला चंदन है, तो इसे बेसन और अरारोट में डालकर उसे रंग दे। उसके बाद इसे 2 से 3 घंटे के लिए धूप में सूखने के लिए डाल दें। जब यह सूख जाए तो इसे किसी बाउल में निकाल कर रख लें और होली पर इस सुरक्षित रंग की खूबसूरती का आनंद लें।

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होली के रंग कई बार आंखों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। आइए जानते है किस तरह से रंगों के इस त्योहार में करें आंखों की देखभाल।
चित्र : शटरस्टॉक

3. हरा रंग (Green)

हरा रंग नई शुरुआत, प्रकृति और वसंत के मौसम का प्रतीक है। इसके साथ ही यह खुशहाली फसल और उपज को दर्शाता है। इस्लाम में भी इसे पवित्र रंग के रूप में जाना जाता है। तो क्यों न इस होली प्रकृति के रंग को प्राकृतिक रूप से तैयार किया जाए।

इसे तैयार करने के लिए आपको चाहिए – अरारोट, बेसन, मेहंदी पाउडर या गीली मेहंदी

इस तरह तैयार करें – सबसे पहले एक बड़ी कटोरी में अरारोट और बेसन को आधे आधे मात्रा में निकाल लें। अब इसमें पर्याप्त मात्रा में मेहंदी पाउडर डालें। आप अपने रंग कि कंसिस्टेंसी के अनुसार मेहंदी पाउडर की मात्रा को बढ़ा और घटा सकती हैं। यदि आपके पास गीली मेहंदी है, तो आप इससे हरे रंग की लिक्विड कलर तैयार कर सकती हैं।

4. गुलाबी रंग (Pink)

अच्छी सेहत, चहल-पहल और यूथफुलनेस कर रंग है गुलाबी। खासकर गुलाबी मासूमियत एवं चंचलता का प्रतीक है। होली में छोटे बच्चों के चेहरे पर यह रंग काफी ज्यादा भाता है। ऐसे में उनकी त्वचा को केमिकल युक्त गुलाल से प्रोटेक्ट करने के लिए आप आसानी से घर पर गुलाबी रंग तैयार कर सकती हैं।

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए – चुकंदर, अरारोट और बेसन

इस तरह तैयार करें – इसे बनाना काफी आसान है। आपको चुकंदर को अच्छी तरह से धूल कर इसके छिलके हटा देने हैं। फिर इसे छोटे टुकड़ों में काट लें और उसके बाद इसे ब्लेंड करें और एक स्मूद पेस्ट तैयार कर लें। ज्यादा पानी न डालें। अब इस पेस्ट को 4 से 5 घंटे के लिए धूप में सूखने के लिए रख दें।

उसके बाद बेसन और अरारोट को एक साथ मिलाएं और उसमें तैयार किए गए चुकंदर पाउडर को डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें। यदि आप चाहें तो इस पेस्ट को गीले में ही बेसन और अरारोट के साथ मिलाकर उन्हें सूखने के लिए रख सकती हैं। वहीं इस पेस्ट को पानी में मिलाने से पानी का रंग गुलाबी हो जाएगा।

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अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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