मानसून की औषधि हैं नीम की पत्तियां, स्किन केयर के लिए जानिए कैसे करना है इनका इस्तेमाल
नीम की पत्तियों को इसके औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। आयुर्वेद में इन पत्तियों का इस्तेमाल कई तरह की औषधियों को बनाने में किया जाता है। आवश्यक गुणों से भरपूर यह पत्तियां स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं में कई रूपों में फायदेमंद हो सकती हैं। वहीं मानसून में होने वाले संक्रमण से निजात दिलाने में भी नीम की पत्तियां मददगार हो सकती हैं। यही वजह है कि इन्हें मानसून की औषधि कहा गया है। जो इस मौसम में होने वाली तमाम स्किन प्रोब्लम्स से राहत दिला सकती हैं। आइए जानें स्किन केयर के लिए कैसे करना है नीम की पत्तियों का इस्तेमाल (How to use neem leaves for skin care)।
मानसून की औषधि है नीम
क्या आपको मालूम है कि आयुर्वेद में नीम को इतना ज्यादा महत्व क्यों दिया जाता है? तो आपको बता दें कि न केवल नीम के पत्ते, बल्कि इसकी जड़, फूल और तने भी काफी ज्यादा लाभदायक होते हैं। इन सभी का प्रयोग विभिन्न प्रकार के रोगों से बचाव में किया जा सकता है। खासतौर से मानसून में त्वचा से जुड़ी समस्याओं का उपचार करने में भी नीम का कोई जवाब नहीं। टैनिंग, स्किन रैशेज ही नहीं, बल्कि यह आपको एक्ने से भी छुटाकार दिला सकती हैं।
नीम की पत्तियों के बारे में क्या कहता है विज्ञान
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफॉरमेशन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार नीम की पत्तियों में कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं। वहीं इसकी पत्तियां इम्यूनोमॉड्यूलेटरी, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीहाइपरग्लाइसेमिक, एंटी-अल्सर, एंटीमलेरियल, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीमम्युटाजेनिक और एंटीकार्सिनोजेनिक गुणों से भरपूर होती हैं।
ये सभी प्रॉपर्टीज विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन से लड़ने में मदद करती हैं। वहीं यह फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, सोडियम और पोटेशियम जैसे अन्य पोषक तत्वों का भी एक अच्छा स्रोत हैं।
सौंदर्य और सेहत दोनों को बनाए रखती है नीम की पत्तियां
आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर नीम की पत्तियां स्वास्थ्य समस्याओं में कारगर होने के साथ ही आपके स्किन और हेयर प्रॉब्लम्स में भी मददगार होती हैं। यानी कि नीम की छोटी पत्तियों का इस्तेमाल आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को लंबे समय तक बनाए रखता है।
मानसून में होने वाली ह्यूमिडिटी त्वचा को बुरी तरह प्रभावित कर देती है। एक्ने, पिंपल से लेकर त्वचा से जुड़ी कई अन्य समस्याएं इस मौसम में देखने को मिलती हैं। इनमें से ज्यादातर समस्याएं फंगल इंफेक्शन और बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होती हैं। ऐसे में नीम की पत्तियों में मौजूद प्रॉपर्टीज इंफेक्शन से लड़ने में मदद कर सकती हैं।
वहीं बात सेहत की करें तो नीम की पत्तियां पाचन संबंधी समस्याएं जैसे कि कब्ज, अपच और पेट से जुड़े अन्य संक्रमणों से निजात दिलाने में मदद करती हैं। इतना ही नहीं नीम की पत्तियां शरीर में इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम करती हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती हैं।
डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के लिए इसका इस्तेमाल काफी ज्यादा प्रभावी साबित हो सकता है। इसके साथ ही ओरल हेल्थ जैसे कि सांसों की बदबू और जर्म से लड़ने में भी ये मददगार हैं।
यहां जानें किस तरह स्किन प्रॉब्लम्स का समाधान कर सकती हैं नीम की पत्तियां
1. एक्ने की समस्या में मददगार
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार नीम में मौजूद एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टी एक्ने जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करती हैं। इसके साथ ही यह स्किन को ऑयली होने से रोकती है और स्किन पोर्स में गंदगी जमा नहीं होने देती। नीम की एंटीसेप्टिक प्रॉपर्टी पिंपल्स और एक्ने स्कार्स को भी कम करने में मदद करती हैं।
कैसे करें इस्तेमाल
नीम के पत्तों को पीसकर बेसन और हल्दी के साथ मिला लें। अब इस पेस्ट से सर्कुलर मोशन में फेस को मसाज दें। इसके बाद इसे 20 मिनट के लिए सूखने के लिए छोड़ दें। फिर ठंडे पानी से धीरे-धीरे करके चेहरे से इसे हटाएं।
2. ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स में कारगर
नीम की पत्तियों का इस्तेमाल अगर नियमित रूप से सही तरीके से किया जाए, तो ये ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स से निजात पाने में असरदार हो सकती हैं। यह एक एक्सफोलिएटिंग एजेंट की तरह काम करते हुए स्किन पोर्स से गंदगी को बाहर निकालती हैं। वहीं पोर्स को टाइट बनाए रखने में भी मदद करती हैं, ताकि ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स जैसी समस्या बार-बार उत्पन्न न हो।
कैसे करें इस्तेमाल
असल में नीम की पत्तियां अपने प्राकृतिक रूप में ही सबसे ज्यादा असरदार होती हैं। इसलिए ब्लैकहेड्स जैसी समस्या के लिए सबसे पहले हल्का सा पानी लें और नीम की फ्रेश पत्तियों को उनमें डाल कर 10 से 15 मिनट तक उबालें। पानी को छानकर कॉटन पैड की मदद से रात को सोने से पहले स्किन पर अप्लाई करें। उचित परिणाम के लिए इसे हर रोज दोहराएं।
3. अर्ली एजिंग को कंट्रोल करे
पब मेड सेंट्रल द्वारा प्रकाशित एक शोध के अनुसार नीम की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट, मॉइस्चराइजिंग ट्राइग्लिसराइड्स और विटामिन ई मौजूद होते हैं। जो कि एक नेचुरल एंटी एजिंग ट्रीटमेंट की तरह काम करते हैं। यह रिंकल्स फाइन लाइंस और डार्क स्पॉट्स को नियंत्रित रखते है। वहीं आपकी स्किन के ग्लो को और आपको लंबे समय तक जवां बनाए रखते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल
एंटी एजिंग फेस पैक बनाने के लिए सबसे पहले नीम की ताजा पत्तियों को पीसकर एक पेस्ट तैयार करें। उसमें एक से दो चम्मच शहद मिलाएं और इसे अपने पूरे चेहरे पर अच्छी तरह लगाकर 10 मिनट तक सूखने के लिए छोड़ दें। यह आपकी स्किन को हाइड्रेटेड रखने के साथ डार्क स्पॉट्स और एजिंग की समस्या को कम करने में मदद करेगा।
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