शरीर के लिए प्रोटीन (Protein) सर्वाधिक आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। यह सेल्स रिपेयर करने और ग्रो करने में मदद करता है। हर रोज डाइट में इसकी पर्याप्त मात्रा लेना शरीर के लिए बहुत जरूरी है। आपका डेली प्रोटीन इनटेक (Daily Protein intake) आपके वजन, जेंडर, एज और हेल्थ पर भी निर्भर करता है। शाकाहारी और मांसाहारी, प्रोटीन प्राप्त (Protein Diet) करने के कई स्रोत हैं। आप अपनी सुविधानुसार किसी का भी चयन कर सकती हैं। पर यह जरूरी है, वरना इसकी कमी आपको कई तरह के स्वास्थ्य जोखिम दे सकती है। आइए जानते हैं शरीर में प्रोटीन की कमी (Protein Deficiency) होने के कुछ नुकसान।
शरीर में प्रोटीन की कमी आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। इसलिए अपने शरीर को ध्यान में रखते हुए खुद को एक उचित मात्रा में प्रोटीन देने का प्रयास करें।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार एनिमल बेस्ड प्रोटीन और प्लांट बेस्ड प्रोटीन दोनों ही बोन हेल्थ के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होते हैं। जो लोग पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लेते हैं, उम्र के साथ उनकी हड्डियों की मजबूती बनी रहती है। साथ ही हड्डियों से जुड़ी समस्या और फ्रैक्चर होने की संभावना भी बहुत कम होती है।
प्रोटीन मसल्स के लिए बिल्डिंग ब्लॉक की तरह काम करता है। पब मेड सेंट्रल द्वारा की गई रिसर्च और कई अन्य अध्ययनों में देखा गया है कि पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लेने से मांसपेशियों की मजबूती बनी रहती है। इसके साथ ही जिम जाने वाले सभी व्यक्ति मसल्स गेन करने के लिए प्रोटीन युक्त सुपरफूड्स का सेवन करते हैं।
यदि आप मसल्स गेन करने के लिए शारीरिक रूप से कड़ी मेहनत कर रही हैं, तो अपनी डाइट में प्रोटीन को शामिल करना न भूलें। पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन वेट लॉस के दौरान एक्स्ट्रा मसल्स लूज होने से रोकता है।
पब मेड सेंट्रल द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार प्रोटीन युक्त सुपरफूड्स का हल्का सेवन भी आपको लंबे समय तक फुलफिल रखता है। प्रोटीन हंगर हार्मोन घ्रेलिन के स्तर को कम कर देता है। जिस वजह से बार बार भूख नहीं लगती और आप ओवरईटिंग भी नही करती हैं। यदि आप अपना बेली फैट रिड्यूस करने के बारे में सोच रही हैं, तो कार्ब और फैट की जगह प्रोटीन का सेवन करें।
हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक और किडनी से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। वहीं खाने में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉरमेशन द्वारा इस विषय पर एक शोध किया गया, जिसमें सामने आया कि हाई प्रोटीन डाइट ब्लड प्रेशर के साथ ही कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित रखती है। यदि आप हाई ब्लड प्रेशर की मरीज हैं, तो अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लेने की कोशिश करें।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा किए गए एक अध्ययन में देखा गया है कि हाई प्रोटीन इनटेक मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है और आपके शरीर मे कैलोरी बर्न करने की क्षमता को भी बढ़ा देता है। मेटाबॉलिज्म रेट हाई होने के कारण शरीर ज्यादा से ज्यादा फैट बर्न कर पाता है।
हम में से लगभग सभी लोग ब्रेकफास्ट में लो प्रोटीन फूड्स जैसे कि टोस्ट, सीरियल्स लेते हैं। हालांकि, ओटमील को ब्रेकफास्ट में ले सकती हैं। इसमें बाकी सीरियल्स की तुलना में अधिक मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है।
फ़ूड डाटा सेंट्रल द्वारा प्रकाशित एक डेटा के अनुसार एग हाई क्वालिटी प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत होता है। इसके साथ ही इसमें सेलेनियम और कोलीन भी मौजूद होते हैं। इसके साथ ही ब्रेकफास्ट में अंडा खाने से आपको बार-बार भूख नहीं लगती और आप लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करती हैं।
ग्रीक योगर्ट में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है। फूड डाटा सेंट्रल द्वारा प्रकाशित एक डेटा में बताया गया है कि ग्रीक योगर्ट में ट्रेडिशनल योगर्ट में मौजूद प्रोटीन से 2 गुना ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। वहीं पब मेड सेंट्रल द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार ग्रीक योगर्ट में सीएलए (conjugated linoleic acid) पाया जाता है, जो कि एक्स्ट्रा फैट को कम करने में मदद करते हैं।
जब बात प्रोटीन की आती है, तो यह केवल इसकी मात्रा पर निर्भर नहीं करता, बल्कि जरूरी यह भी है कि आप अपने प्रत्येक मील के साथ कितना प्रोटीन ले रहीं हैं। रिसर्च की मानें, तो छोटी- छोटी मात्रा में प्रोटीन लेना सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
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अनाज जैसे चावल, कॉर्न और गेहूं
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