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नवरात्रि व्रत में भी नहीं होगी प्रोटीन की कमी, फास्टिंग डाइट में शामिल करेंगी ये 4 प्रोटीन रिच फूड्स

नवरात्रि व्रत के दौरान उच्च कार्ब डाइट से ऊर्जा का स्तर कम हो सकता है और थकान भी हो सकती है। इससे बचने के लिए आप प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि अरांथ, घर का बना पनीर, या सोक्ड बादाम को अपने भोजन में शामिल कर सकते है।
Published On: 13 Apr 2024, 12:30 pm IST
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अमरंथ या राजगिरा के लड्डू इस व्रत के दौरान लोकप्रिय विकल्प होते हैं। चित्र : शटरस्टॉक

नवरात्रि में की लोगों ने 9 दिनों के व्रत रखें होंगे। ऐसे में नवरात्रि में की चीजें हमारे द्वारा खाई जाती है जैसे आलू, शकरकंदी, साबूतदाना, कूट्टू का आटा। लेकिन ये आहार कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते है। नवरात्रि व्रत के दौरान उच्च कार्ब डाइट से ऊर्जा का स्तर कम हो सकता है और थकान भी हो सकती है। इससे बचने के लिए आप प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि अरांथ, घर का बना पनीर, या सोक्ड बादाम को अपने भोजन में शामिल कर सकते है। इससे आपकी एनर्जी भी बढ़ सकती है। सिर्फ कार्ब वाले आहार का सेवन करने से पूरानी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए आपको ऊर्जावान रहने के लिए प्रोटीन लेना जरूरी है।

शरीर को प्रोटीन की जरूरत क्यों होती है

हम सभी जब आपने कैलोरी, शुगर और नमक का सेवन देख सकते हैं, तो यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि हम पर्याप्त प्रोटीन ले रहे हैं। यह हमारे शरीर में प्रत्येक कोशिका के निर्माण और रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हमारी कोशिकाओं को ईंधन देता है और हमारे शरीर को शक्ति प्रदान करता है।

नवरात्रि के व्रत के दौरान मुट्ठी भर भीगे हुए बादाम खाने से आपके शरीर और दिमाग को आसानी से पोषण मिल सकता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

व्यक्तियों के लिए हर दिन प्रोटीन का सेवन करना महत्वपूर्ण है। क्योंकि हमारा शरीर प्रोटीन को जमा नहीं करता है। दैनिक प्रोटीन का सेवन आपकी कोशिकाओं को अच्छे आकार में रखने में भूमिका निभाता है।

प्रोटीन अमीनो एसिड से बना होता है, जिसे बिल्डिंग ब्लॉक्स के रूप में जाना जाता है, क्योंकि वे लंबी चेन में जुड़े होते हैं। इसे “मैक्रोन्यूट्रिएंट” भी माना जाता है, जिसका अर्थ है कि स्वस्थ रहने के लिए आपको इसकी अपेक्षाकृत बड़ी मात्रा में जरूरत होती है।

नवरात्रि में व्रत फ्रेंडली प्रोटीन युक्त फूड (protein rich food during navratri)

1 भीगे हुए बादाम (Almond)

नवरात्रि के व्रत के दौरान मुट्ठी भर भीगे हुए बादाम खाने से आपके शरीर और दिमाग को आसानी से पोषण मिल सकता है। प्रोटीन, वसा, विटामिन ई, मैंगनीज और मैग्नीशियम से भरपूर, भीगे हुए बादाम मस्तिष्क के अच्छे स्वास्थ्य में भी योगदान करते हैं। इन्हें अपनी डाइट में शामिल करने से घर के कामों और ऑफिस के कार्यों को आसानी से निपटाने के लिए पर्याप्त ऊर्जा स्तर मिल सकती है।

2 घर पर बना हुआ पनीर (paneer) 

कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम से भरपूर इस प्रोटीन युक्त डेयरी उत्पाद का लाभ उठाते हुए, अपने आलू-आधारित डिश के स्थान पर अलग अलग तरीक से घर पर बने हुए पनीर का उपयोग करें। पनीर से आप भुर्जी, पनीर टिक्का, या सात्विक पनीर ग्रेवी, कुछ भी बना सकते है। पनीर एक ऐसी चीज है जिससे आप अपने पसंद का कोई भी व्यंजन बनाएंगे तो आपको निराशा नहीं होगी।

3 राजगिरा (rajgira)

अगर अमरंथ को पोषण का पावरहाउस कहा जाए तो उसमें कुछ गलत नहीं होगा, ये सूक्ष्म पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है, जो न केवल डायबिटीक फ्रेंडली नवरात्रि डाइट है, बल्कि पूरे दिन ऊर्जा का स्तर भी बनाए रखता है।

अमरंथ या राजगिरा के लड्डू इस व्रत के दौरान लोकप्रिय विकल्प होते हैं, इन्हें दुकानों से खरीदने के बजाय घर पर बनाने से शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा आप कई और चीजों के रूप में जैसे दलिया, सलाद या स्मूदी में अमरंथ को मिक्स किया जा सकता है।

राजगिरा एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है। चित्र- अडॉबीस्टॉक

4 योगर्ट (Yogurt) 

डेरी उत्पाद होने के कारण हम सभी जानते है कि योगर्ट प्रोटीन से भरपूर होगी। साथ ही इसके कई और लाभ भी है। ये शरीर को कई और तरीके से भी लाभ पहुंचा सकती है। नवरात्रि के दौरान योगर्ट को आपको अपने डाइट का एक प्रमुख हिस्सा बना लेना चाहिए। क्योंकि ये गट हेल्थ के लिए भी अच्छा है और अपको कब्ज भी समस्या से भी बचा सकता है। आपकी शरीर को योगर्ट से मिलने वाली ऊ्जा काफी महत्वपूर्ण है। ये आपके पाचन स्वास्थ को भी नवरात्रि के दिनों में बनाए रखता है।

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लेखक के बारे में
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

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