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Yellow tea: आपकी समग्र सेहत के लिए कमाल कर सकती है येलो टी, जानिए इसके बारे में सब कुछ

येलो टी का स्वाद ग्रीन टी जैसा ही होता है, लेकिन यह पेट के लिए उतनी कठोर नहीं होती। यह चाय की छह मुख्य श्रेणियों में से एक है जो आपके स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करती है।
यहां जानें पीली चाय के फायदे। चित्र:एडॉबीस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 13 Feb 2024, 09:30 am IST
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क्या आपने कभी पीली चाय यानी की येलो टी के बारे में सुना है? यह सबसे अच्छी चायों में से एक है, जो चीन में उत्पन्न हुई है और एक अनोखा स्वाद प्रदान करती है। यह एक स्वादिष्ट चाय है जिसमें चिकनी बनावट, सुखद सुगंध और फल जैसा स्वाद है। येलो टी का स्वाद ग्रीन टी जैसा ही होता है, लेकिन यह पेट के लिए उतनी कठोर नहीं होती। यह चाय की छह मुख्य श्रेणियों में से एक है जो आपके स्वास्थ्य के लिए कई लाभ (Yellow Tea Benefits) प्रदान करती है।

इसे बनाने में काफी कठिन प्रोसेसिंग मेथड का इस्तेमाल किया जाता है और चाय के शौकीन इसका भरपूर आनंद लेते हैं। पीली चाय की कुछ प्रसिद्ध किस्मों में चीन से जुनशान यिनज़ेन और हुओशान हुआंग्या शामिल हैं। तो फिर चलिए आज हेल्थ शॉट्स के साथ जानते हैं, येलो टी के फायदे और इसे बनाने की विधि।

पहले समझें इसे येलो टी क्यों कहा जाता है?

पीली चाय का नाम इसके अनोखे पीले रंग के नाम पर रखा गया है। यह नाम सूखी चाय की पत्तियों के रंग या अर्क से नहीं, बल्कि विशेष रूप से पीसे हुए मिश्रण के रंग से लिया गया है। प्रोसेसिंग के अखरी स्टेप के दौरान, पत्तियों को ठीक करने और रोल करने के बाद, चाय नियंत्रित ऑक्सीकरण और नमी समायोजन से गुजरती है। यह नियंत्रित ऑक्सीकरण ही येलो टी को ग्रीन टी से अलग करता है, जो समान मात्रा में ऑक्सीकृत नहीं होती है। जैसे ही चाय ऑक्सिजनेशन प्रोसेस से गुजरती है, ड्रिंक का रंग बदल जाता है और उसका रंग पीला हो जाता है। येलो टी (Yellow tea benefits) में ऑक्सीकरण की मात्रा ग्रीन टी की तुलना में अधिक होती है, लेकिन ओलोंग या काली चाय की तुलना में कम होती है।

पीली चाय सेहत के लिए किस तरह होती है फायदेमंद। चित्र:एडॉबीस्टॉक

जानें पीली चाय के क्या फायदे हैं (Yellow tea benefits)

इस चाय के सेवन के प्रति व्यक्तिगत प्रतिक्रियाएं अलग अलग हो सकती हैं। तो आइए जानते हैं येलो टी पीने के कुछ महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ।

1. एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता

येलो टी में कैटेचिन और पॉलीफेनोल जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करते हुए ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं।

2. हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखे

इस चाय में पॉलीफेनोल्स होते हैं, ये एक ऐसा नेचुरल कंपाउंड है जो हार्ट फेलियर और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद करता है। फ्रंटियर्स इन कार्डियोवस्कुलर मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीथेरोजेनिक और एंटीहाइपरटेंशन इफेक्ट भी होते हैं, जो जोखिम को कम करते हैं।

3. वेट लॉस में प्रभावी है

येलो टी में कैफीन और कैटेचिन का कॉम्बिनेशन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में योगदान देता है, जो वेट मैनेजमेंट में आपकी मदद कर सकता है। कैफीन ऊर्जा व्यय को बढ़ावा देने में मदद करता है, जबकि कैटेचिन वसा ऑक्सीकरण में सहायता कर सकता है।

4. मूड बूस्टर है

अन्य चायों की तरह, येलो टी में एल-थेनाइन नामक एक अमीनो एसिड पाई जाती है, जो आराम को बढ़ावा देते हुए तनाव को कम करती है। पीली चाय में मध्यम मात्रा में कैफीन के साथ एल-थेनाइन का संयोजन मन को शांत और केंद्रित रहने में मदद करते हैं। अप इसे लो महसूस होने पर ले सकती हैं।

पाचन क्रिया को सक्रीय रखे. चित्र : एडॉबीस्टॉक

5. डाइजेस्टिव हेल्थ को बढ़ावा दे

येलो टी में टैनिन जैसे कंपाउंड पाए जाते हैं जिसमें हल्के कसैले गुण हो सकते हैं, जो पाचन संबंधी समस्याओं को शांत करने में मदद करते हैं।

6. दातों की सेहत में सुधार करे

येलो टी में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स में एंटी बैक्टिरियल गुण पाए जाते हैं, जो ओरल हेल्थ को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। बिना चीनी की चाय दांतों की बेहतर स्वच्छता में योगदान करती है।

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7. त्वचा स्वास्थ्य को बनाए रखे

येलो टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के प्रभाव को कम करते हुए कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ावा देते हैं, जिससे त्वचा को।कई संभावित लाभ हो सकते हैं।

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8. इम्यूनिटी बूस्ट करे

येलो टी की इम्यूनिटी बूस्टिंग प्रॉपर्टी को एंटीऑक्सिडेंट और अन्य बायोएक्टिव कंपाउंड की उपस्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। इनका नियमित सेवन समग्र प्रतिरक्षा में योगदान कर सकता है।

प्रोटीन बॉडी के लिए बहुत जरुरी है। चित्र: शटरस्टॉक

अब जानें कैसे बनाना है येलो टी

इसे बनाने के लिए आपको चाहिए

एलो टी की पत्तियां
1 ½ कप पानी
स्वीटनर: शहद, गुड़, या ब्राउन शुगर

अब जानें तैयार करने का तरीका

1. डेढ़ कप पानी उबालें और इसे मध्यम आंच पर दो मिनट के लिए छोड़ दें।
2. यदि आप इसे अधिक मजबूत बनाना चाहते हैं, तो इसमें 5 ग्राम येलो टी या इससे अधिक भी मिला सकती हैं। अब 2 से 5 मिनट तक पानी को उबालें।
3. अपनी पसंद का स्वीटनर डालें और मिठास को अपने स्वाद के अनुसार सेट करें।
4. कुछ मिनटों के बाद इसे छान लें।
5. आपकी खूबसूरत येलो टी तैयार है, इसे एंजॉय करें।

क्या है पीली चाय पीने का सबसे अच्छा समय?

येलो टी पीने का आदर्श समय व्यक्तिगत प्राथमिकताओं, जीवनशैली और स्वास्थ्य संबंधी विचारों के आधार पर अलग अलग हो सकते हैं। कई अन्य प्रकार की चाय की तरह, ऊर्जा को हल्का बढ़ावा देने के लिए इसका आनंद सुबह के समय लिया जा सकता है। मध्यम कैफीन सामग्री, अमीनो एसिड एल-थेनाइन के संभावित मूड-बढ़ाने वाले प्रभावों के साथ, ये दिन की शांत और केंद्रित शुरुआत में योगदान कर सकती है। यह दोपहर के मध्य में पिक-मी-अप के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जो काली चाय या कॉफी में पाए जाने वाले उच्च स्तर के बिना मध्यम कैफीन को बढ़ावा देता है।

हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए चाय। चित्र : शटरस्टॉक

क्या येलो टी के सेवन के कोई साइड इफेक्ट्स होते हैं?

1. अगर सोने से पहले इसका सेवन किया जाए तो येलो टी में मौजूद कैफीन की मात्रा आपके नींद को प्रभावित कर सकती है।
2. अत्यधिक कैफीन के सेवन से घबराहट और बेचैनी महसूस हो सकती है।
3. येलो टी में मौजूद टैनिन और कैटेचिन कुछ व्यक्तियों में पेट खराब, एसिड रिफ्लक्स या अपच का कारण बन सकते हैं, खासकर यदि इन्हे खाली पेट लिया जाए।
4. अत्यधिक चाय का सेवन, विशेष रूप से खाली पेट, कुछ व्यक्तियों में मतली की भावना पैदा कर सकता है।
5. एलर्जी की प्रतिक्रिया खुजली, सूजन, पित्ती या सांस लेने में कठिनाई के रूप में प्रकट हो सकती है। ऐसे मामलों में, चिकित्सीय देखभाल अनिवार्य हो जाती है।
6. यदि आप ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज के लिए दवाइयां ले रही हैं, तो इसे पीने से पहले चिकित्सीय सलाह अनिवार्य हो जाती है।
7. अन्य चायों की तरह, येलो टी में भी ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं, जो समय के साथ दांतों में दाग पैदा कर सकते हैं।

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