आज के समय में लाइफस्टाइल खराब होने की वजह से तरह-तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं लोगों को उम्र से पहले अपना शिकार बना रही हैं। ऐसे में सेहत के प्रति सचेत रहना बहुत जरूरी है। इसके लिए जो चीज हमें सबसे पहले करनी है, वे है अपनी डाइट में बदलाव लाना। एक हेल्दी और न्यूट्रिशियस डाइट के साथ आप अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के खतरे को काफी हद तक काम कर सकती हैं। तो क्यों न इसकी शुरुआत अपनी नियमित चपाती से की जाए।
चपाती यानी की रोटी एक ऐसी चीज है, जिसे हम सभी रोजाना खाते हैं। वहीं आजकल अलग-अलग प्रकार की रोटियों का प्रचलन काफी ज्यादा ट्रेंड कर रहा है। बाजरा, रागी, ज्वार, आदि के प्रति बढ़ती जागरूकता की वजह से इनसे बनी रोटियां दोबारा से प्रचलन में आ गई है। वहीं लोग इन्हें सेहत संबंधी तमाम समस्याओं से बचाव के लिए अपनी नियमित डाइट में शामिल कर रहे हैं।
पर क्या आप अपनी इन रोटियों से संबंधी जरूरी जानकारी रखती हैं? यदि नहीं तो आज आपको बताएंगे कि आपकी रोटियां आपकी सेहत के लिए किस तरह फायदेमंद हो सकती हैं, साथ ही जानेंगे सेहत संबंधी किस समस्या में कौन सी रोटी खानी चाहिए।
बाजरे का आटा आयरन, प्रोटीन, फोलिक एसिड और फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है। यह शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को सामान्य रहने में मदद करता है और एनीमिया की स्थिति में बेहद कारगर होता है। इतना ही नहीं ये ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ावा देता है, जिससे कि ब्लड प्रेशर और हृदय स्वास्थ्य पूरी तरह से सामान्य रहते हैं। बाजरे की रोटी को सभी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, खासकर हृदय संबंधी समस्याओं एवं डायबिटीज के मरीज इसका सेवन जरूर करें।
राजी हाई प्रोटीन डाइट है, साथ ही साथ यह कैल्शियम से भरपूर होता है। इतना ही नहीं इसमें फाइबर सहित कई अन्य महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स भी पाए जाते हैं, जो इसे समग्र सेहत के लिए बेहद खास बनाते हैं। खासकर इसे हड्डियों की सेहत के लिए बेहद कारगर माना जाता है। वहीं यह त्वचा एवं बालों की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। इतना ही नहीं यह व्यक्ति को लंबे समय तक संतुष्ट रखता है, जिससे कि उनकी कैलरी इंटेक्स सीमित रहती है, इस प्रकार यह वेट लॉस को भी बढ़ावा देता है।
ब्रेस्टफीडिंग महिलाएं भी इसे मिल्क प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए अपनी डाइट का हिस्सा बना सकती हैं। यदि आपको डायबिटीज है, या आप पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान रहती हैं, तो रागी की रोटी जरूर खाएं।
ज्वार का आटा ग्लूटेन फ्री होता है, जो ग्लूटेन सेंसिटिव लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बेहद कम होता है, इसलिए डायबिटीज के मरीज भी इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल के रेगुलेशन को स्वस्थ रखता है और डायबिटीज मैनेजमेंट में आपकी मदद करता है। इतना ही नहीं यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी सामान्य रखता है, जिससे कि ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है और हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।
यदि आपको थायराइड या हार्ट की समस्या रहती है, तो आपको ज्वार की रोटी को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। ज्वार फाइबर और फास्फोरस का अच्छा स्रोत है, ये पोषक तत्व पाचन क्रिया को बढ़ावा देते हैं और हड्डियों की सेहत को बरकरार रखते हैं।
सत्तू एक बेहद खास खाद्य स्रोत है, जिसका सेवन पेट के लिए तमाम रूपों में फायदेमंद हो सकता है। यह प्रोटीन का एक समृद्ध स्रोत है, इस प्रकार सत्तू से बनी रोटी का सेवन मांसपेशियों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके अलावा इसमें फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन जैसे अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इसकी गुणवत्ता को बढ़ा देते हैं। यह आपकी बॉडी टेंपरेचर को मेंटेन रखता है, और वेट मैनेजमेंट में प्रभावी रूप से कार्य करता है।
यदि आप वेट लॉस डाइट अपर हैं, तो आपको सत्तू का सेवन जरूर करना चाहिए क्युकी ये बॉडी में एनर्जी लेवल को संतुलित रखता है। वहीं हृदय संबंधी समस्याएं आपको परेशान नहीं करती। इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो बॉडी टॉक्सिंस को बाहर निकलने में मदद करती हैं। डायबिटीज के मरीज भी इसका सेवन कर सकते हैं। सत्तू त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी बेहद कारगर होता है।
बार्ली की रोटी में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है और यह पाचन संबंधी समस्याओं में बेहद कारगर साबित हो सकती हैं। यदि किसी को बार-बार ब्लोटिंग, कब्ज, अपच, आदि जैसी समस्याएं होती हैं, तो उन्हें इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इसके सेवन से बॉवेल मूवमेंट नियमित रहता है और पाचन संबंधी समस्याएं आपको परेशान नहीं करती। बार्ली प्रोटीन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन B6, फोलेट, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, जिंक, कॉपर, मैंगनीज और सेलेनियम का एक बेहतरीन स्रोत है। इसके अलावा यह आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है जिससे कि आपकी कैलरी इंटेक्स सीमित रहती है और वेट लॉस में मदद मिलता है।
इतना ही नहीं यह ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी सामान्य रखती है, जिससे कि ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है। यदि आपको डायबिटीज है, तो आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। यह ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट कर डायबिटीज मैनेजमेंट में आपकी मदद कर सकता है।
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