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हाइपरपिगमेंटेशन से बचाव के लिए क्रीम नहीं आहार पर देना होगा ध्यान, इन 4 विटामिन्स पर करें गौर

स्किन की देखभाल के लिए सही प्रोडक्टस का इस्तेमाल करना जितना ज़रूरी है। उतना ही विटामिन को डाइट में एड करना भी आवश्यक है। जानते हैं वो विटामिन है, जो स्किन को पिगमेंटेशन में बचाने में हैं मददगार (Vitamins that prevent skin pigmentation)।
विटामिन्स की कमी को समझने के लिए कई तरह के संकेत आपकी मदद कर सकते है। चित्र: शटरस्टॉक
Published On: 25 Feb 2024, 07:00 pm IST

बाहरी प्रदूषण त्वचा को कई प्रकार से नुकसान पहुंचाता है। इससे स्किन पर स्पॉटस, टैनिंग और एक्ने की समस्या बढ़ने लगती है। दरअसल, स्किन पर बनने वाले छोटे छोटे धब्बे पिगमेंटेशन की समस्या को बढ़ाते हैं। ऐसे में स्किन की देखभाल के लिए सही प्रोडक्टस का इस्तेमाल करना जितना ज़रूरी है। उतना ही विटामिन और मिनरल्स को डाइट में एड करना भी आवश्यक है। जानते हैं वो कौन से विटामिन है, जो स्किन को पिगमेंटेशन में बचाने में हैं मददगार (Vitamins that prevent skin pigmentation)।

इस बारे में डायटीशियन मनीषा गोयल का कहना है कि ओवरऑल हेल्थ के साथ स्किन को हेल्दी बनाए रखने के लिए विटामिन और मिनरल बेहद आवश्यक है। प्रदूषण, धूप और धूल मिट्टी के संपर्क में आने से त्वचा पर रिंकल्स, एक्ने और डार्क सर्कल की समस्या बढ़ने लगती है। इसके अलावा स्किन का उचित ख्याल न रखने और विटामिन्स की कमी हाइपरपिगमेंटेशन का कारण बनने लगती है। इसके चलते त्वचा में इलास्टिसिटी कम होती है और चेहरे पर झाइयां उभर आती है। स्किन में मेलेनिन का प्रभाव बढ़ने से इस समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके लिए आहार में विटामिन सी, ई, ए और डी को शामिल करना आवश्यक है। इससे स्किन को रेटिनॉल मिलता है, जो कोलेजन को बूस्ट करने में मदद करता है।

स्किन को हेल्दी बनाए रखने के लिए विटामिन और मिनरल बेहद आवश्यक है।
चित्र : एडॉबीस्टॉक

इन विटामिन्स की मदद से करें त्वचा को प्रोटेक्ट

1. विटामिन सी

एनआईएच की रिसर्च के अनुसार विटामिन सी को एस्कॉर्बिक एसिड के रूप में जाना जाता है। इसका इस्तेमाल त्वचा पर हाइपरपिग्मेंटेड की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। मेलेनिन का स्तर बढ़ने से त्वचा पर झाइयां बनने लगती हैं। इससे बचने के लिए विटामिन सी का प्रयोग प्रभावशाली साबित होता है। रिसर्च के अनुसार विटामिन सी का नियमित प्रयोग करने से मेलेनिन को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे पिगमेंटेशन को कम किया जा सकता है। इसके प्रयोग से स्किन हाइड्रेटेड रहती है और कोलेजन बूस्ट होने लगता है।

आहार में करें किन खाद्य पदार्थों को शामिल

विटामिन सी से भरपूर डाइट लेने के लिए आहार में संतरा, किन्नू, स्ट्रॉबेरी, कीवी और नींबू को शामिल करें। इसके अलावा ब्रोकली, फूलगोभी और टमाटर के सेवन से भी विटामिन सी प्राप्त होता है।

2. विटामिन ई

एंटीएजिंग प्रापर्टीज़ से भरपूर विटामिन ई त्वचा पर डैमेज सिकन सेल्स को रिपेयर करने में मदद करता है। इससे चेहरे पर दिखने वाले दाग धब्बे धीरे धीरे कम होने लगते हैं। इसके अलावा विटामिन ई सन डैमेज से भी त्वचा की रक्षा करता है। विटामिन ई त्वचा की फ्री रेडिकल्स से रक्षा करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस झुर्रियों को कम करने में मददगार है। इस बारे में डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ मेघा मोदी का कहना है कि विटामिन ई ऑयल चेहरे के लिए बेहद फायदेमंद है। बाज़ार में विटामिन ई कैप्सूल के रूप में मिलने वाला ऑयल मॉइश्चराइजिंग क्रीम से लेकर फेस पैक और स्क्रब में मिलाकर लगा सकते हैं।

आहार में कैसे करें शामिल

हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार विटामिन ई फैट सॉल्यूएबल विटामिन है, जो त्वचा की फ्री रेडिकल्स से रक्षा करता है। इसे पाने के लिए आहार में मूंगफली, बादाम, सूरजमुखी के बीज, पालक, आम और एवाकाडो को शामिल करें। इन खाद्य पदार्थों को मॉडरेट ढ़ग से खाने से स्किन को फायदा मिलता है।

विटामिन ई मुख्य रूप से अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

3. विटामिन ए

स्वास्थ्य समस्याआ को सुलझाने के साथ विटामिन ए स्किन को भी फायदा पहुंचाता है। इससे त्वचा हेल्दी और मुलायम बनी रहती है। इसके अलावा त्वचा पर दिखने वाले दाग धब्बों से मुक्ति मिल जाती है। विटामिन ए एक रेटिनॉइड है, जिससे कोलेजन का उत्पादन बढ़ने लगता है और त्वचा को दाग धब्बों और झुर्रियों से बचाया जा सकता है। विटामिन ए की मदद से त्वचा हाइड्रेटेड और हेल्दी बनी रहती है। इसमें पाए जाने वाले मॉइश्चराइजिंग गुण त्वचा की मरम्मत करने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर विटामिन ए स्किन ब्राइटनिंग में भी मदद करता है।

आहार में कैसे करें शामिल

इसके लिए आहार में गाजर, शकरकंदी, पपीता, कद्दू, पालक और टमाटर को शामिल करें। इन खाद्य पदार्थों में एंटीऑक्सीडेंटस की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो स्किन को किसी भी प्रकार के डैमेज से बचाने में मदद करती है। इससे पिगमेंटेशन रिमूव होने के साथ त्वचा मुलायम बनी रहती है।

4. विटामिन डी

एक्सपर्ट के अनुसार एंटी इंफ्लामेटरी प्रापर्टीज़ से भरपूर विटामिन डी त्वचा को रूखेपन, मुहांसों और दाग धब्बों से बचाने में मदद करता है। शरीर में विटामिन डी की कमी स्किन डार्कनिंग का कारण बनने लगती है। इससे स्किन में कोलेजन बढ़ने लगता है, जिससे त्वचा एजिंग से दूर रहती है। विटामिन डी को आहार में शामिल करने या सप्लीमेंटस लेने से सन डैमेज से बचा जा सकता है। वे लोग जिन्हें धूप में निकलने से एलर्जी और रेडनेस का सामना करना पड़ता है। उनके लिए विटामिन डी बेहद फायदेमंद है। इसकी मदद से त्वचा को यूवी रेज़ के प्रभाव से मुक्त रखा जा सकता है।

आहार में कैसे करें शामिल

जर्नल फॉर विटामिन एंड रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार वे लोग जिनकी उम्र 18 से 65 साल के बीच है। उन्हें अपने आहार में विटामिन डी रिच खाद्य पदार्थों को अवश्य शामिल करना चाहिए। इस उम्र के लोगों को 600 आईयू विटामिन डी की आवश्यकता होती है। इसके लिए आहार में मशरूम, एग व्हाइट, संतरे का रस, फोर्टिफाइड मिल्क और होल ग्रेन व्हीट को अवश्य एड करें।

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लेखक के बारे में
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

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