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महीनों बाद फिर से खुल रहे हैं स्कूल, जानिए कोविड-19 से बचाव के लिए आपको क्या करना है और क्या नहीं

लैपटॉप पर क्लास लेते हुए कई महीने गुजरने के बाद अब बच्चे फिर से स्कूल जाने को तैयार हैं। पर ध्यान रहे कि अभी भी कोविड-19 से बचाव के लिए आपको सुरक्षा निर्देशों का पालन करना है।
महीनों बाद फिर से खुल रहे हैं स्कूल, जानिए कोविड गाइडलाइन्स. चित्र : शटरस्टॉक
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24 मार्च 2020 की शाम से स्कूल, कॉलेज, लाइब्रेरी, खेल के मैदान सभी सूने हो गए और बच्चे घरों में बंद हो गए। देश व्यापी लॉकडाउन के कारण बच्चों को सब कुछ छोड़कर ऑनलाइन दुनिया में शामिल होना पड़ा। जिसके कई नुकसान हम बीते 17 महीनों में देख चुके हैं। पर अब एक लंबे इंतजार के बाद स्कूल फिर से खुल रहे हैं। इसके बावजूद कोविड-19 से सतर्क रहना बहुत जरूरी है। तो आइए जानिए अपने बच्चों के मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आपको क्या करना है और क्या नहीं।

हालांकि, अधिक राज्यों ने हाल ही में घोषणा की है कि वे ऑफलाइन कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोलेंगे। दिल्ली सरकार ने भी शैक्षणिक संस्थानों – स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों को फिर से खोलने का फैसला किया है। आपको बता दें कि दिल्ली में सितंबर के पहले सप्ताह से सभी सरकारी और निजी स्कूल फिर से खुलेंगे, जिसमें कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को पहले आने की अनुमति दी जाएगी। कॉलेजों और कोचिंग सेंटरों को भी इस दिन से कामकाज फिर से शुरू करने की अनुमति दी गई है।

सभी को करना होगा कोविड गाइडलाइन्स का पालन

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की मानें, तो इन सभी शिक्षण संस्थानों को सख्त कोविड -19 मानदंडों का पालन करना होगा और छात्रों की संख्या पर 50% की सीमा सुनिश्चित करनी होगी। साथ ही, बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए कई अन्य गाइडलाइन्स भी जारी की गयी हैं-

अभी भी कोविड-19 से बचाव के लिए आपको सुरक्षा निर्देशों का पालन करना है। चित्र : शटरस्टॉक

भीड़-भाड़ से बचने के लिए दिल्ली के स्कूलों में लंच ब्रेक का समय कम किया जाएगा, क्योंकि उस वक़्त मास्क लगाना संभव नहीं है। साथ ही, किसी खुले स्थान पर ही लंच ब्रेक होना चाहिए।

कोविड कंटेनमेंट जोन में रहने वाले छात्रों, शिक्षकों को स्कूल, कॉलेज में आने की अनुमति नहीं होगी।

स्कूल, कॉलेज आपातकालीन उपयोग के लिए क्वारंटाइन कक्ष स्थापित करेंगे।

इसके अलावा अगर कोई माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं, तो उनके इस निर्णय का स्वागत किया जाएगा। साथ ही, ऑनलाइन मोड से उन्हें पढ़ाया जाएगा।

तीसरी लहर का खतरा

एक तरफ ये फैसला बच्चों के लिए खुशी का संकेत है और दूरी तरफ इसने माता-पिता की चिंता को और बढ़ा दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है और बच्चों के लिए घातक साबित हो सकती है। माता-पिता की यह चिंता स्वभाविक है क्योंकि 18 से कम उम्र के बच्चों को अभी वैक्सीन भी नहीं लगी है, जो कोरोना से लड़ने का एकमात्र हतियार है।

जानिए कोविड-19 से बचाव के लिए आपको क्या करना है और क्या नहीं . चित्र : शटरस्टॉक

कोरोना वायरस से अपने बच्चों को बचाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें

1. अपने बच्चों से नियमित मास्क लगाने को कहें और अपने सहपाठियों से 6 फीट दूरी बनाना ध्यान रखें।
2. किसी भी सतह को छूने के बाद तुरंत अपने हाथ सैनिटाइज करने को कहें और बिना हाथ धोए खाना न खाएं।
3. बार – बार अपने हाथ से अपने मुंह को न छूएं।
4. बच्चों के साथ एक्स्ट्रा मास्क और सैनिटाइज ज़रूर रखें।

भूलकर भी न करें ये चीजें

1. अपने बच्चों से कहें कि स्कूल में अपने फ्रेंड्स के साथ लंच, पेंसिल बॉक्स, पानी कुछ भी शेयर न करें।
2. साथ ही, उनसे कहें कि अपने दोस्तों को छूकर बात न करें।

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ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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